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theABHAYSINGH_BIPIN
White ज़िंदगी में आज़माइश तो होगी, ज़िंदगी से फरमाइश तो होगी। अगर न मिले चाहत के मोती, तो ज़िंदगी से शिकायत तो होगी। कैसे करूँ मैं प्यार की नुमाइश, अंत तक ख़्वाहिश तो होगी। हाथ थामे रखना, जब तक जान है, छोड़ते वक्त, इतनी गुज़ारिश तो होगी। यह दुनिया की रीतें खोखली हो गईं, मोहब्बत में मुझको रियायत तो होगी। जिगर को कैसे दबाकर बैठा हूँ, लग जा गले से, ख़्वाहिश तो होगी। ©theABHAYSINGH_BIPIN #good_night ज़िंदगी में आज़माइश तो होगी, ज़िंदगी से फरमाइश तो होगी। अगर न मिले चाहत के मोती, तो ज़िंदगी से शिकायत तो होगी। कैसे करूँ मैं
#good_night ज़िंदगी में आज़माइश तो होगी, ज़िंदगी से फरमाइश तो होगी। अगर न मिले चाहत के मोती, तो ज़िंदगी से शिकायत तो होगी। कैसे करूँ मैं
read moreBROKENBOY
कुछ शो पीस, कुछ निराशा के मोती, कुछ आस्तीन के सांप, कुछ मतलबी पीठ, कुछ झूठे कंधे, कुछ खीर में खटाई, और कुछ इक्का दुक्का आंसुओं के सौदागर, सब दोस्त दोस्त नहीं होते!!!! ©BROKENBOY #Exploration कुछ शो पीस, कुछ निराशा के मोती, कुछ आस्तीन के सांप, कुछ मतलबी पीठ, कुछ झूठे कंधे, कुछ खीर में खटाई, और कुछ इक्का दुक्का आंसुओं
#Exploration कुछ शो पीस, कुछ निराशा के मोती, कुछ आस्तीन के सांप, कुछ मतलबी पीठ, कुछ झूठे कंधे, कुछ खीर में खटाई, और कुछ इक्का दुक्का आंसुओं
read moreAshraf Fani
Unsplash एक तराशे हुए हीरे की तरह लगती हो रात अंधियारी में जुगनू की तरह लगती हो होश में हूँ या की बेहोशी में, जो भी हो ये क्या कहूँ तुम मुझे की और क्या क्या लगती हो ©Ashraf Fani एक तराशे हुए हीरे की तरह लगती हो रात अंधियारी में जुगनू की तरह लगती हो होश में हूँ या की बेहोशी में जो भी हो ये क्या कहूँ तुम मुझे की और क्य
एक तराशे हुए हीरे की तरह लगती हो रात अंधियारी में जुगनू की तरह लगती हो होश में हूँ या की बेहोशी में जो भी हो ये क्या कहूँ तुम मुझे की और क्य
read moreAnjali Singhal
"आँखों की स्याही में डूबकर, दिल की कलम जब प्रेम लिखती है; एहसास के मोती चमकते हैं, प्यार की शबनम खिलती है।" #AnjaliSinghal shayari shayar
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
चिलमन=पर्दे ख़लिश=शिकायत राफ़्ता= संबंधित दरमियां ए साहिल= मझधा, मुकद्दर(भाग्य) स्वलिखित गज़ल शीर्षक समंदर आंखों का विधा गज़ल भाव वास्त
read moreIG @kavi_neetesh
White हाथ मिले काम करने को चाहे नारी या नर हो संस्कार दिखे परिधान में सब लगे हैं अपने काम में तालाब एक से न बन पाए दस बनाए, सैकड़ों नहाए कर्म करेंगे, फल पाएंगे जीवन में खुशहाली लाएंगे ©IG @kavi_neetesh #Sad_Status हाथ मिले काम करने को चाहे नारी या नर हो संस्कार दिखे परिधान में सब लगे हैं अपने काम में
#Sad_Status हाथ मिले काम करने को चाहे नारी या नर हो संस्कार दिखे परिधान में सब लगे हैं अपने काम में
read moreAnil Rai
Matangi Upadhyay( चिंका )
कोई अच्छा इंसान अगर आपकी जिंदगी में बिल्कुल निस्वार्थ भाव से जुड़ा हुआ है तो उसकी कद्र करिए क्योंकि एक अच्छे इंसान का आना, आपके जीवन को भी एक नई दिशा दे सकता है, पैसा तो किसी भी तरीके से कमाया जा सकता है, मगर इंसान? नहीं, आज की भौतिकवादी दुनिया में, ऐसे इंसान का मिलना बहुत मुश्किल है, ऐसा एक इंसान, आपकी जीवन में एक हीरे का काम कर सकता है, अपनी कीमत से आपको भी मूल्यवान बना सकता है लेकिन कभी कभी आपकी एक गलती से, वह इंसान टूट सकता है, आपकी जिंदगी से निकल सकता है, टूटने के बाद किसी की भी, कीमत नहीं होती है, ना इंसान की, ना हीरे की बेशक आप अपनी जिंदगी में कितने ही काबिल जौहरी हो, टूटे हुए हीरे को जोड़ नहीं सकते..! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) टूटे हुए हीरे को जोड़ नहीं सकते 🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Life
टूटे हुए हीरे को जोड़ नहीं सकते 🤔 #matangiupadhyay #Life
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} सागर में मोती ढूढना आसान हो सकता है, पर व्यक्ति के मन को परख पाना बिल्कुल मुश्किल हैं, कियोकि सागर सीमित हो सकता है, पर मन का वेग और आकार असीमित हैं, मन पर लगाम केवल भगवान श्री कृष्ण जी की ओर लगातार लगाने से सीमित व लग सकता है।। ©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} सागर में मोती ढूढना आसान हो सकता है, पर व्यक्ति के मन को परख पाना बिल्कुल मुश्किल हैं, कियोकि सागर सीमित
#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} सागर में मोती ढूढना आसान हो सकता है, पर व्यक्ति के मन को परख पाना बिल्कुल मुश्किल हैं, कियोकि सागर सीमित
read moreRakesh frnds4ever
White भोला भला था सीधा साधा था मैं तो नादान था दुनियादारी से,,,,,,, होशियारी से मैं तो अंजान था लगी चोट ऐसे ही मेरे भोले दिल पे बिखर सा गया टूट के जो धागे से छूटा ये रिश्तों का मोती जुड़ेगा ना अब छुट के जहरिले सपनों ने मेरे ही अपनों ने मुझको है खोखा दिया मेरे ढोल ना सुन ,,,,,,,,,,,,मेरे दर्द की धुन ,,,,,,,,,,,,,,,मेरे ढोलना सुन,,, मेरी नफ़रतें तो फ़िज़ा में बहेगी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ज़िंदा रहेगी हो कर फ़ना आधा अदुरा था बदन ये मेरा एक गर्क था जो घर था मेरी जन्नत एक नर्क था ये तख्त ताज सब तेरे ,,,,,,,,,,,,,,,, मैं तो जला के छोड़ूंगा जिंदा बचेगा ना कोई ,,,,,,,,,,,,,,,,सबको मिटा के छोड़ूंगा ये जिस्म ख़तम होता है,,,,,,,,,,,,,, ये रूह तो नहीं मरती चाहे कोई सितमगर हो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ये रूह तो नहीं डरती _________sonunigamsong_______ ©Rakesh frnds4ever #भोला_भाला था सीधा साधा था ,,,, मैं तो #नादान था #दुनियादारी से,,,,,,, होशियारी से मैं तो अंजान था लगी चोट ऐसे ही मेरे भोले दिल पे बिखर
#भोला_भाला था सीधा साधा था ,,,, मैं तो #नादान था #दुनियादारी से,,,,,,, होशियारी से मैं तो अंजान था लगी चोट ऐसे ही मेरे भोले दिल पे बिखर
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