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Stories related to कदम मिलाकर चलना होगा कविता

Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है

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White पल्लव की डायरी
सर फिर से उठा चुके अधर्मी
मर्यादा तब तार तार है
होती तपस्या भंग सच्चाई की
राक्षसों की प्रव्रत्ति सर उठा रही है
माँस और सुरा सुंदरी का बढ़ा प्रचलन
साधु भेष में हठधर्मिता पनपायी जा रही है
असत्यता का कद बढ़ा कर
त्यागी तपस्वी को मिटाने की 
धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है
चीटी भी ना मारी हो जिसने
उसे विधर्मी बताकर
नींव धर्म की हिलायी जा रही है
                                          प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है

Parasram Arora

कुछ कदम तुम चलो

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White कुछ कदम तुम  चलो 
कुछ कदम  हम चले 

मजा तो तभी है 
जब चलना ही 
हमारी जिंदगी बने

©Parasram Arora  कुछ कदम तुम चलो

Writer Mamta Ambedkar

#sad_quotes हिंदी कविता कविता कोश कविताएं कविता प्रेम कविता

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White 

मन का जख्म

बदन पर जो लगे,
वो जख्म भर जाते हैं,
वक़्त की मरहम से,
दर्द भी मिट जाते हैं।

पर जो गहरे घाव,
मन के भीतर लगते हैं,
वो हर धड़कन के संग,
फिर से जी उठते हैं।

न कोई मलहम,
न कोई दवा कारगर,
इन घावों को बस,
सहेजना ही है बेहतर।

ये घाव सिखाते हैं,
जीवन का एक पाठ,
हर दर्द के पीछे छुपा,
कोई अटल सत्य का साथ।

तो मन के जख्मों को,
बस प्यार से थाम लो,
दर्द की इस धारा में,
खुद को पहचान लो।

क्योंकि मन का घाव ही,
तुम्हें मजबूत बनाएगा,
और जीवन के हर मोड़ पर,
नया सूरज दिखाएगा।

©Writer Mamta Ambedkar #sad_quotes  हिंदी कविता कविता कोश कविताएं कविता प्रेम कविता

Writer Mamta Ambedkar

#love_shayari प्रेम कविता हिंदी कविता कविता कविताएं कविता कोश

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White हम सफ़र 

हज़ार फासले होने के बावजूद
  बडा सुकून हमें तेरा  ख्याल देता है
 
हज़ार फासले होने के बावजूद
हज़ार फासले होने के बावजूद,
तेरा ख्याल दिल को उजाल देता है।
दूर रहकर भी जो पास लगे,
ऐसा एहसास तेरा कमाल देता है।

तेरी यादें बसी हैं सांसों में,
हर धड़कन तुझसे सवाल करता है।
क्यों दूरी का शिकवा करें,
जब तेरा ख्याल ही जवाब देता है।

बिछड़ने का ग़म होता है पर,
तेरे ख्याल से हर दर्द टल जाता है।
जैसे दूर चाँद को देखकर भी,
मन को उसका नूर बहाल देता है।

इस दिल का क्या हाल कहें,
जो हर घड़ी तुझे पुकार देता है।

©Writer Mamta Ambedkar #love_shayari  प्रेम कविता हिंदी कविता कविता कविताएं कविता कोश

Lili Dey

#चलना है मुझे

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White ख्वाब सजा कर आखों में 
अब चलना है मुझे,
इन जंजीरों को तोड़ कर 
अब कहीं दुर जाना है मुझे,
अधुरी सी है मेरी कहानी 
इस अधुरी कहानी को पूरा भी तो करना है मुझे,
जिंदगी की रंग अब फीके पड़ गए हैं 
इस फीकी ज़िंदगी में रंग भरना है मुझे,
लोग क्या कहेंगे और क्या सोचेंगे इस बात को भूल कर 
अब बस खुदके ही लिए सोचना है मुझे,
ख्वाब सजा कर आखों में 
अब चलना है मुझे...

©Lili Dey #चलना है मुझे

कवि प्रभात

हिंदी कविता कविता कोश कविता

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मग देखेंगे नैन द्वय, तव तब  तक  प्रियतम |
जब तक काल के ग्रास न, बन जायेंगे हम ||

©कवि प्रभात  हिंदी कविता कविता कोश कविता

Kirbadh

#ramleela कविता हिंदी कविता प्रेम कविता

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इस क़दर 
मुहब्बत है तुझसे 
ग़र बयां कर दें
तो, तूफ़ान मचा दे
तेरे शहर में
तभी तो ख़ामोश 
रहते हैं

©Kirbadh #ramleela  कविता हिंदी कविता प्रेम कविता

Writer Mamta Ambedkar

#Parchhai हिंदी कविता मराठी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी देशभक्ति कविता प्यार पर कविता

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किताबों पर धूल 

किताबों पर धूल जम जाने से
कहानियां खत्म नहीं होती,

वे पन्नों के बीच छुपी हुई
अब भी ज़िंदा होती हैं।

अधूरी सांसें, बिखरे ख्वाब,
और उन लफ्जों का वजूद,

हर एक अक्षर में बसे होते हैं
सदियों के अनगिनत राग।

धूल का ये पर्दा शायद
छुपा ले कुछ यादों को,

पर जब कोई हाथ बढ़ाता है,
हर किरदार फिर मुस्कुराता है।

कभी एक बच्चे की आंखों में
सपनों की नई चमक सी,

तो कभी किसी बूढ़े के मन में
बीत चुकी बातें फिर से ताज़ा सी।

किताबें यूँ ही नहीं मिटती,
उनमें दर्ज होती हैं ज़िंदगियाँ,

जो वक्त की गर्द में भी
हमेशा अनसुनी, अनछुई रहती हैं।

कहानियां खत्म नहीं होतीं,
वो बस इंतज़ार करती हैं,

एक नए सफर, एक नई आँख,
और एक नए मन की।

©Writer Mamta Ambedkar #Parchhai  हिंदी कविता मराठी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी देशभक्ति कविता प्यार पर कविता

Anurag Nishad

बारिश पर कविता हिंदी कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता

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Kavi Aditya Shukla

कविता कोश कविता

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White लिया था प्रण लिखने को रश्मिरथी
पर लिख रहा हूं मधुशाला

©Kavi Aditya Shukla  कविता कोश  कविता
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