Find the Latest Status about चारित्रिक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चारित्रिक.
Kumar S. Jha
卐卐तैरना है तो प्रेम के सागर मे तैरो यहां कोइ किनारे नही होते कि पार होके साथ छुट जाए।卐卐 《kumars.jha》 समस्या मनुष्य के चारित्रिक विकास की जननी है।।।
Atul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“2/8/2021”*🌫️ 🌧️ *“सोमवार”*🌧️ “स्वच्छता” ... यदि स्वच्छता इस “तन” में नहीं होगी तो व्यक्ति “शारीरिक रूप” से “पीड़ा” सहेगा,अब उसी प्रकार “अतिआवश्यक” है कि “स्वच्छता” मन में भी हो, यदि ये स्वच्छता “मन” में न हुई तो व्यक्ति “चारित्रिक रूप” से पीड़ा सहता हैं... अब इसका “निवारण” क्या हैं ? यदि रोग “तन” में हैं तो सर्वप्रथम “स्वच्छता” रखना सिखिए,इस “शरीर” को “स्वच्छ” रखना सिखिए,“समझदारी” के साथ डटकर इस “रोग का सामना” किजिए,“भयभीत” होने की आवश्यकता नहीं हैं,“व्यायाम” करते रहिए, सब ठीक होगा... अब उसी प्रकार ये रोग “मन” में हो तो क्या करें, सर्वप्रथम “आधार” पर ध्यान दिजिए, आपका आधार हैं आपका "आहार", जैसा आप “खाओगे” वहीं आप बनोगे,उसी प्रकार जो आप सोचते हो वहीं आप बनते हो, इसलिए इस सोच को “सकारात्मक” बनाइए, सबकुछ ठीक होगा... आपके,मेरे,हम सबके मन में एक “राक्षश” रहता हैं उसका “सामना” करे,उसे “परास्त” करे तो ये “रोग” चाहे “तन” का हो या “मन” का यदि उचित समय पर इसे नहीं रोका गया तो अनुचित समय पर ये “महामारी” बन सकता हैं... इसलिए “सावधान” रहें “स्वस्थ” रहें... *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“2/8/2021”*🌫️ 🌧️ *“सोमवार”*🌧️ #“स्वच्छता” #“तन”
Anita Saini
आर्थिक और शारीरिक गिरावट से उभर सकते हैं। मगर चारित्रिक गिरावट मरने के बाद भी ज़िंदा रहती है। उससे उभरने का कोई मौका नहीं मिलता! आर्थिक और शारीरिक गिरावट से उभर सकते हैं। मगर चारित्रिक गिरावट मरने के बाद भी ज़िंदा रहती है। उससे उभरने का कोई मौका नहीं मिलता!
Gyanendra Kumar
गांधी जयंती पर विशेष भेंट 'गांधी एक विचारधारा का नाम है जो अपने विचारों के साथ आज भी हमारे बीच मौजूद है ' इनसान मरता है विचार नहीं । यदा
Ajay Amitabh Suman
....................... ©Ajay Amitabh Suman #विरासत,#इतिहास,#पूर्वज,#आत्मविकास,#कविता,#Cultural_heritage,#Motivational,#Inspirational अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत पर नाज करना किसको अच्
Dr Jayanti Pandey
पिंजरा...... परंपरा...या कुछ और.... ***************************** बहुत गहरी बैठी हैं , असमानता की अदृश्य जड़ें सब जड़वत हो जाते हैं,जब भी प्रश्न होते हैं खड़े ये अदृश्य बेड़ियां स्त्री को जीवन पर्यंत सताती हैं व्यक्तित्व छीन कर उनका, छाया मात्र बनाती हैं बंदिशों के भ्रम जाल अंतरतम तक गहरे पसरे हैं व्यक्ति से ज्यादा भारी हमारे व्यक्तित्व पर पहरे हैं तय कर दी जाती हैं सीमाएं हमारी हर उड़ान की समझाई जाती है रूढ़ियां,परंपराओं के नाम की मित्र , सहचर , सहोदर बनकर साथ जरूर आएंगे कठपुतली के जैसी डोर किसी को नहीं दे पाएंगे सम्मान सभी का होना चाहिए , हम भी सहमत हैं स्वतंत्रता,मानसिक दासता से हर प्राणी का हक है। पिंजरा...... परंपरा...या कुछ और.... ***************************** बहुत गहरी बैठी हैं , असमानता की अदृश्य जड़ें सब जड़वत हो जाते हैं,जब भी प
Vikram Kumar Anujaya
Vishw Shanti Sanatan Seva Trust
।। सत्य वचन।। हिन्दू संयुक्त परिवार जिसमें एक साथ एक ही घर में कई पीढ़ियों के लोग रहते हैं जिस परिबार मे तीन या अधिक पीढ़ियों के सदस्य साथ साथ निबास करते है जिनकी रसोई , पूजा पाठ एबं संपत्ति सामूहिक होती है उसे ही सयुंक्त परिबार कहते है संयुक्त परिवार के लाभ मनुष्य को अपने विकास के लिए समाज की आवश्यकता हुयी , इसी आवश्यकता की पूर्ती के लिए समाज की प्रथम इकाई के रूप में परिवार का उदय हुआ .क्योंकि बिना परिवार के समाज की रचना के बारे में सोच पाना असंभव था .समुचित विकास के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आर्थिक ,शारीरिक ,मानसिक सुरक्षा का वातावरण का होना नितांत आवश्यक है .परिवार में रहते हुए परिजनों के कार्यों का वितरण आसान हो जाता है .साथ ही भावी पीढ़ी को सुरक्षित वातावरण एवं स्वास्थ्य पालन पोषण द्वारा मानव का भविष्य भी सुरक्षित होता है उसके विकास का मार्ग प्रशस्त होता है .परिवार में रहते हुए ही भावी पीढ़ी को उचित मार्ग निर्देशन देकर जीवन स्नाग्राम के लिए तैयार किया जा सकता है। सुरक्षा और स्वास्थ्य परिवार के प्रत्येक सदस्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी सभी परिजन मिलजुल कर निभते हैं .अतः किसी भी सदस्य की स्वास्थ्य समस्या ,सुरक्षा अमास्या ,आर्थिक समस्या पूरे परिवार की होती है .कोई भी अनापेक्षित रूप से आयी परेशानी सहजता से सुलझा ली जाती है .जैसे यदि कोई गंभीर बीमारी से जूझता है तो भी परिवार के सब सदस्य अपने सहयोग से उसको बीमारी से निजात दिलाने में मदद करते है उसे कोई आर्थिक समस्य या रोजगार की संसय अड़े नहीं आती .ऐसे ही गाँव में या मोहल्ले में किसी को उनसे पंगा लेने की हिम्मत नहीं होती संगठित होने के कारण पूर्ताया सुरक्षा मिलती है .व्यक्ति हर प्रकार के तनाव से मुक्त रहता है। विभिन्न कार्यों का विभाजन परिवार में सदस्यों की संख्या अधिक होने के कारण कार्यों का विभाजन आसान हो जाता है .प्रत्येक सदस्य के हिस्से में आने वाले कार्य को वह अधिक क्षमता से कर पता है .और विभिन्न अन्य जिम्मेदारियों से भी मुक्त रहता है .अतः तनाव मुक्त हो कर कार्य करने में अधिक ख़ुशी मिलती है .उसकी कार्य क्षमता अधिक होने से कारोबार अधिक उन्नत होता है .परिवार के सभी सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ती अपेक्षाकृत अधिक हो सकती है और जीवन उल्लास पूर्ण व्यतीत होता है। भावी पीढ़ी का समुचित विकास संयुक्त परिवार में बच्चों के लिए सर्वाधिक सुरक्षित और उचित शारीरिक एवं चारित्रिक विकास का अवसर प्राप्त होता है .बच्चे की इच्छाओं और आवश्यकताओं का अधिक ध्यान रखा जा सकता है .उसे अन्य बच्चों के साथ खेलने का मौका मिलता है .माता पिता के साथ साथ अन्य परिजनों विशेष तौर पर दादा ,दादी का प्यार भी मिलता है .जबकि एकाकी परिवार में कभी कभी तो माता पिता का प्यार भी कम ही मिल पता है यदि दोनों ही कामकाजी हैं .दादा ,दादी से प्यार के साथ ज्ञान ,अनुभव बहर्पूर मिलता है .उनके साथ खेलने , समय बिताने से मनोरंजन भी होता है उन्हें संस्कारवान बनाना ,चरित्रवान बनाना ,एवं हिर्ष्ट पुष्ट बनाने में अनेक परिजनों का सहयोग प्राप्त होता है .एकाकी परिवार में संभव नहीं हो पाता। संयुक्त परिवार में रहकर कुल व्यय कम बाजार का नियम है की यदि कोई वस्तु अधिक परिमाण में खरीदी जाती है तो उसके लिए कम कीमत चुकानी पड़ती है .अर्थात संयुक्त रहने के कारण कोई भी वस्तु अपेक्षाकृत अधिक मात्र में खरीदनी होती है अतः बड़ी मात्र में वस्तुओं को खरीदना सस्ता पड़ता है .दूसरी बात अलग अलग रहने से अनेक वस्तुएं अलग अलग खरीदनी पड़ती है जबकि संयुक्त रहने पर कम वस्तु लेकर काम चल जाता है .उदाहरण के तौर पर एक परिवार तीन एकल परिवारों के रूप में रहता है उन्हें तीन मकान ,तीन कार या तीन स्कूटर ,तीन टेलीविजन ,और तीन फ्रिज ,इत्यादि प्रत्येक वस्तु अलग अलग खरीदनी होगी .परन्तु वे यदि एक साथ रहते हैं उन्हें कम मात्र में वस्तुएं खरीद कर धन की बचत की जा सकती है .जैसे तीन स्कूटर के स्थान पर एक कार ,एक स्कूटर से काम चल सकता है ,तीन फ्रिज के स्थान पर एक बड़ा फ्रिज और एक A.C लिया जा सकता है इसी प्रकार तीन मकानों के साथ पर एक पूर्णतया सुसज्जित बड़ा सा बंग्ला लिया जा सकता है .तेलीफोन,बिजली ,काबले के अलग अलग खर्च के स्थान पर बचे धन से कार व A.C. मेंटेनेंस का खर्च निकल सकता है। इस प्रकार से उतने ही बजट में अधिक उच्च जीवन शैली के साथ जीवन यापन किया जा सकता है। भावनात्मक सहयोग किसी विपत्ति के समय ,परिवार के किसी सदस्य के गंभीर रूप से बीमार होने पर ,पूरे परिवार के सहयोग से आसानी से पार पाया जा सकता है .जीवन के सभी कष्ट सब के सहयोग से बिना किसी को विचलित किये दूर हो जाते हैं .कभी भी आर्थिक समस्या या रोजगार चले जाने की समस्या उत्पन्न नहीं होती क्योंकि एक सदस्य की अनुपस्थिति में अन्य परिजन कारोबार को देख लेते हैं। चरित्र निर्माण में सहयोग संयुक्त परिवार में सभी सदस्य एक दूसरे के आचार व्यव्हार पर निरंतर निगरानी बनाय रखते हैं ,किसी की अवांछनीय गतिविधि पर अंकुश लगा रहता है .अर्थात प्रत्येक सदस्य चरित्रवान बना रहता है .किसी समस्या के समय सभी परिजन उसका साथ देते हैं और सामूहिक दबाव भी पड़ता है कोई भी सदस्य असामाजिक कार्य नहीं कर पता ,बुजुर्गों के भय के कारण शराब जुआ या अन्य कोई नशा जैसी बुराइयों से बचा रहता है और आपको यह भी बतादूँ की कुछ भी हो हर बड़े ओर छोटे का पूरा प्यार और दुलार मिलता हैं। डॉ कृष्ण मोहन जी ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust #MereKhayaal ।। सत्य वचन।। हिन्दू संयुक्त परिवार जिसमें एक साथ एक ही घर में कई पीढ़ियों के लोग रहते हैं जिस परिबार मे तीन या अधिक पीढ़ियों क
AK__Alfaaz..
असीम,अनन्त, मनमोहक मुस्कान है जिनकी., अतिविलक्षण,प्रतिभाशाली, भाषा ज्ञान है जिनका., अद्भुत व्यक्तित्व, अनुपम चारित्रिक., गुण विशेष है जिनका., मन,कर्म,वचन से, सेवाभाव स्वभाव है जिनका., सर्वजन हिताय,सर्वजन सुखाय., आचरण मे परिलक्षित होता है जिनके., सूर्य अरूणिमा सा मस्तक पर., तेज सुशोभित है जिनके., असीम,अनन्त, मनमोहक मुस्कान है जिनकी., अतिविलक्षण,प्रतिभाशाली, भाषा ज्ञान है जिनका., अद्भुत व्यक्तित्व, अनुपम चारित्रिक., गुण विशेष है जिनका.