Find the Latest Status about रोजा शरीफ फतेहगढ़ साहिब from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रोजा शरीफ फतेहगढ़ साहिब.
Sunny Kumar
New Year Resolutions शरारत करो, साजिशे नहीं, हम शरीफ है, सीधे नहीं। ©Sunny Kumar #newyearresolutions शरारत करो, साजिशे नहीं, हम शरीफ है, सीधे नहीं। attitude shayari
#newyearresolutions शरारत करो, साजिशे नहीं, हम शरीफ है, सीधे नहीं। attitude shayari
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White टूटी खिड़कियाँ, वो कच्चा मकान, जहां रहता था कभी सच्चा इंसान। मॉडर्न के बेहकावे में हम आकर, कैसे शरीफ दिखाता झूठा इंसान। रीति वो पुरानी कितनी प्यारी थी, जहां हफ्तों रुकता था हर मेहमान। भाईचारे की भावना एक हस्ती थी, अब भाई को नहीं मिलता सम्मान। अब किराए का शहर छोड़कर, उसी गांव में फिर से बस रहा इंसान। खो दिया है सबका अपमान कर, अब गैरों में ढूंढता है सम्मान। ये कैसा दौर चला है कलयुग का, देखकर भी कुछ न सीखता है इंसान। मुकर जाता है एक मदद के नाम से, अभय से ना रखता है जान-पहचान। ©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_qoute टूटी खिड़कियाँ, वो कच्चा मकान, जहां रहता था कभी सच्चा इंसान। मॉडर्न के बेहकावे में हम आकर, कैसे शरीफ दिखाता झूठा इंसान। रीति वो
#sad_qoute टूटी खिड़कियाँ, वो कच्चा मकान, जहां रहता था कभी सच्चा इंसान। मॉडर्न के बेहकावे में हम आकर, कैसे शरीफ दिखाता झूठा इंसान। रीति वो
read moreAshraf Fani
अदावत की अदालत है साहिब इंसाफ़ नहीं मिल पायेगा कानून यहॉं बेमानी है यहाँ न्याय तड़प मर जायेगा ©Ashraf Fani अदावत की अदालत है साहिब इंसाफ़ नहीं मिल पायेगा कानून यहॉं बेमानी है यहाँ न्याय तड़प मर जायेगा #ashraffani हिंदी शायरी Sushant Singh Rajput 'द
अदावत की अदालत है साहिब इंसाफ़ नहीं मिल पायेगा कानून यहॉं बेमानी है यहाँ न्याय तड़प मर जायेगा #ashraffani हिंदी शायरी Sushant Singh Rajput 'द
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White हर दिल में छुपा कोई राज़ है न साहिब सबके जीने का अपना अंदाज है न साहिब..! हुकूमतें आई हैं तो जायेंगी भी एक दिन किसके सर रहा हर वक़्त ताज है न साहिब..! अच्छा बुरा वक़्त नहीं इंसान हुआ करते हैं वही तो कल था वही तो आज है न साहिब..! बदल जाना कोई बुरी बात भी तो नहीं सुबह आफ़ताब रात में महताब है न साहिब..! एक की ख़ुशी दूसरे का ग़म ही तो कहा जाये एक को माने तो दूजा नाराज है न साहिब..! इतनी बड़ी ज़िंदगी कहीं तो फिसला होगा इंसानी दामन में कहीं तो दाग़ है न साहिब..! बदलेगी दुनिया और भी जाने क्या होगा किसे फ़िक्र कि अभी तो आगाज है न साहिब..! ग़ुमाँ किस किस का किया जाये हैरत बड़ी है जब ज़िंदगी ही अपनी दगाबाज है न साहिब..! ©अज्ञात #है ना साहिब
#है ना साहिब
read more