Nojoto: Largest Storytelling Platform

New फिरोज खान Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about फिरोज खान from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फिरोज खान.

    PopularLatestVideo

Kayam Khan

फिरोज खान #nojotophoto #संगीत

read more
 फिरोज खान

Firoj Khan Firoj Khan

फिरोज खान तेचपुरा की ढाणी #EscapeEvening

read more
हर कोई मुझे जींदगी जीने ने का तरीक़ा बतात है  उन्हे   केसे समझाऊ की कुछ ख्वाब अधुरे है  वरना   जीना मुझे भी आता है  FKका दीवाना फिरोज खान तेचपुरा की ढाणी 
#EscapeEvening

Firoj Khan Firoj Khan

फिरोज खान तेचपुरा की ढाणी #EscapeEvening

read more
हर कोई मुझे जींदगी जीने ने का तरीक़ा बतात है  उन्हे   केसे समझाऊ की कुछ ख्वाब अधुरे है  वरना   जीना मुझे भी आता है  FKका दीवाना  फिरोज खान तेचपुरा की ढाणी 
#EscapeEvening

Nawal Kishor Jat

#SwacchBharat #भारतीय #गाँधी #Gandhi #jaihind Sonu Dhaka Shashank Yadav फिरोज खान अल्फ़ाज़ Sayaro Bano Rinu Maan #विचार

read more
स्वच्छ भारत   
जब घर हो साफ सुथरा लगता है बड़ा प्यारा ।
फिर मां भारती तो जन्नत तू जानता मेरे यारा।।
@nadan_nawal #SwacchBharat #भारतीय #गाँधी #Gandhi  #jaihind  Sonu Dhaka Shashank Yadav फिरोज खान अल्फ़ाज़ Sayaro Bano Rinu Maan

FIROZ KHAN ALFAAZ

मेरी उदासी कभी उसे दिखाई नहीं देती इश्क़ की फ़रियाद उसे सुनाई नहीं देती रोग लेकर अपने दिल का उसके पास गया मैं दर्द समझकर भी मुझें दवाई नहीं

read more
मेरी उदासी कभी उसे दिखाई नहीं देती
इश्क़ की फ़रियाद उसे सुनाई नहीं देती

रोग लेकर अपने दिल का उसके पास गया मैं
दर्द समझकर भी मुझें दवाई नहीं देती

उससे मोहब्बत आखिर कैसे हासिल हो
मुझे एक पल की जब बेवफाई नहीं देती

किस गुनाह की सज़ा मुझे दे रही हो तुम
पूछते है हम मगर वो कभी सफाई नहीं देती

©® फिरोज खान अल्फ़ाज़
नागपुर प्रोपर औरंगाबाद बिहार
स0स0-9231/2017 मेरी उदासी कभी उसे दिखाई नहीं देती
इश्क़ की फ़रियाद उसे सुनाई नहीं देती

रोग लेकर अपने दिल का उसके पास गया मैं
दर्द समझकर भी मुझें दवाई नहीं

FIROZ KHAN ALFAAZ

मुझे अपनी पहचान बनाकर चलना है मुझे दुनिया में नाम कमाकर चलना है इंसान के दिल से नफ़रत मिटाना है मुझें चाहत का मुझें पैग़ाम सुनाकर चलना है

read more
मुझे अपनी पहचान बनाकर चलना है
मुझे दुनिया में नाम कमाकर चलना है

इंसान के दिल से नफ़रत मिटाना है मुझें
चाहत का मुझें पैग़ाम सुनाकर चलना है

मुझ को बनाने है सभी के सपने बेहतर
उन्हीं सपनो को मुझें सजाकर चलना है

मुझ को फुर्सत कहां दुनिया के कामों से
बस थोड़ा सा वक़्त निकालकर चलना है

©® फिरोज खान अल्फ़ाज़ 
नागपुर प्रोपर औरंगाबाद बिहार
स0स0-9231/2017 मुझे अपनी पहचान बनाकर चलना है
मुझे दुनिया में नाम कमाकर चलना है

इंसान के दिल से नफ़रत मिटाना है मुझें
चाहत का मुझें पैग़ाम सुनाकर चलना है

FIROZ KHAN ALFAAZ

जाने कब मेरे इश्क़ में इम्तहान आ जाये कब मेरी ज़िन्दगी में कोई तूफान आ जाये जल रहा था दिया वो रोशनी के लिए ही जलने का उसको कही न गुमान आ जा

read more
जाने कब मेरे इश्क़ में इम्तहान आ जाये
कब मेरी ज़िन्दगी में कोई तूफान आ जाये

जल रहा था दिया वो रोशनी के लिए ही
जलने का उसको कही न गुमान आ जाये

हम गुजार देंगे अपनी ज़िन्दगी उस गली में
जिस रास्ते पर उस का मकान आ जाये

मै इश्क़ में उनसे इसलिए हारता रहा
की जीत कर उन्हें हमपर शान आ जाये

©® फिरोज खान अल्फ़ाज़
नागपुर प्रोपर औरंगाबाद बिहार
स0स0-9231/2017 जाने कब मेरे इश्क़ में इम्तहान आ जाये
कब मेरी ज़िन्दगी में कोई तूफान आ जाये

जल रहा था दिया वो रोशनी के लिए ही
जलने का उसको कही न गुमान आ जा

FIROZ KHAN ALFAAZ

तेरा दर्द मुझ से और सहा नहीं जाता लौट के आजा तेरे बिन रहा नहीं जाता सब है मेरे पास फिर भी दिल उदास है मुझ से अब खुल कर हसा नहीं जाता वो लम

read more
तेरा दर्द मुझ से और सहा नहीं जाता
लौट के आजा तेरे बिन रहा नहीं जाता

सब है मेरे पास फिर भी दिल उदास है
मुझ से अब खुल कर हसा नहीं जाता

वो लम्हे जो बिताए थे कभी तेरे साथ
जुदाई का एक पल भी काटा नही जाता

मासूम था वो चेहरा किसी फ़रिश्ते जैसा
इन आंखो से वो चेहरा भुलाया नहीं जाता

तेरे साथ जो हसीन खुआब देखे थे मैंने
किसी और से दिल लगाया नही जाता

अपने दिल के हालात कैसे बतायें तुम्हें
तेरे बिन फिरोज से अब जिया नही जाता


©® फिरोज खान अल्फ़ाज़
नागपुर प्रोपर औरंगाबाद बिहार
स0स0-9231/2017 तेरा दर्द मुझ से और सहा नहीं जाता
लौट के आजा तेरे बिन रहा नहीं जाता

सब है मेरे पास फिर भी दिल उदास है
मुझ से अब खुल कर हसा नहीं जाता

वो लम

FIROZ KHAN ALFAAZ

दो गज़ कफ़न के पर्दे में छुप गई है इज्ज़त, मर कर हुए हैं अच्छे, ज़िन्दा थे तो बुरे थे ! -1 जब दोस्त भी हों शामिल दुश्मन की चाल में, तो शेर भी फ

read more
दो गज़ कफ़न के पर्दे में छुप गई है इज्ज़त,
मर कर हुए हैं अच्छे, ज़िन्दा थे तो बुरे थे ! -1

जब दोस्त भी हों शामिल दुश्मन की चाल में,
तो शेर भी फंस जाते हैं मकड़ी के जाल में ! -2

पायेगा तू दिल का सुकूँ, गर बात ये समझेगा तू,
औरों की ग़लती माफ़ कर, अपनी हो ग़लती मान ले ! -3

अब अपने मन से जीना है,अब अपने मन की करना है !
'अल्फ़ाज़' के रंग से दुनिया को,और अपने मन को रंगना है ! -4

चल दिल से ख़ुदा को हम देखें,मज़हब को कभी तय कर लेंगे !
'अल्फ़ाज़' ज़रा वो हाँ कह दें,हम रब को कभी तय कर लेंगे ! -5

©® फिरोज खान अल्फ़ाज़
नागपुर , प्रोपर औरंगाबाद बिहार दो गज़ कफ़न के पर्दे में छुप गई है इज्ज़त,
मर कर हुए हैं अच्छे, ज़िन्दा थे तो बुरे थे ! -1

जब दोस्त भी हों शामिल दुश्मन की चाल में,
तो शेर भी फ
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile