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writer_Suraj Pandit
White चांद की झलक हो तुम । वह पूर्णिमा की रात हो तुम ।। पता नहीं क्यों बबला सा होता जा रहा , मेरे हर स्वासो में बस गए हो तुम । ©writer_Suraj Pandit #Moon चांद की झलक
Himanshu Prajapati
White खुशबू था उसका गुलाब जैसे, नशा था उसका शबाब जैसे, बड़े मुद्तों के बाद एक झलक देखा था उसको वह गायब हो गये मेरे ख्वाब जैसे..! ©Himanshu Prajapati #love_shayari खुशबू था उसका गुलाब जैसे, नशा था उसका शबाब जैसे, बड़े मुद्तों के बाद एक झलक देखा था उसको वह गायब हो गये मेरे ख्वाब जैसे..!
Himanshu Prajapati
White तेरी प्यारी प्यारी बातों ने लल्लू बना दिया, तेरी यादों ने रात का उल्लू बना दिया, तेरी एक झलक के दीदार के लिए आता रहा तेरी गली में, ये चमचमाती धूप ने मुझे कल्लू बना दिया..! ©Himanshu Prajapati #Hope तेरी प्यारी प्यारी बातों ने लल्लू बना दिया, तेरी यादों ने रात का उल्लू बना दिया, तेरी एक झलक के दीदार के लिए आता रहा तेरी गली में, य
Himanshu Prajapati
Black वह दिखीं इस कदर कि मैं देखता रहा, खुद ही खुद से कुछ कहता रहा, उनके चेहरे की एक झलक मेरे दिल के दीवार पर Frame हो गई, उनसे मिलने के लिए दोबारा मैं रात भर तड़पता रहा..! ©Himanshu Prajapati #Morning वह दिखीं इस कदर कि मैं देखता रहा, खुद ही खुद से कुछ कहता रहा, उनके चेहरे की एक झलक मेरे दिल के दीवार पर Frame हो गई, उनसे मिलने क
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Himanshu Prajapati
उसकी एक झलक देखने के लिए देखा है दिन रात बितते हुए, वह लौकी मुझे लौकी के बाजार में लौकी खरीदते हुए..! ©Himanshu Prajapati #sugarcandy उसकी एक झलक देखने के लिए देखा है दिन रात बितते हुए, वह लौकी मुझे लौकी के बाजार में लौकी खरीदते हुए..!
Rameshkumar Mehra Mehra
सरफराज
उसके चेहरे पर लिखूं उसका चेहरा कोई किताब थोड़ी है उसको में अपने सपनो में बुलाऊ उसको परेशान करना मेरा ख्याल थोड़ी है उसकी एक झलक देखकर सरफराज दिल जोरो से धड़कता है और लोग पूछते है क्या वो तेरी जान है अरे यह कोई सवाल थोड़ी है ©सरफराज #झलक
Rameshkumar Mehra Mehra
जिंदगी जीना सीखा रही है............ कल एक झलक जिंदगी को देखा.....! बो राहो में मेरी,गुनगुना रही थी....!! फिर ढूंढा उसे इधर-उधर......... बो आंखे मिचौली कर मुस्कुरा रही थी..!!! एक अरसे के बाद आया मुझे करार...!!!! बो सहला के मुझे सुला रही थी....!!!!! हम दोनो क्यूँ खफ़ा है,एक दूसरे से..!!!!!! मै उसे और बो मुझे,समझा रही थी..!!!!!!! मैने पूछ लिया,क्यों इतना दर्द दिया..!!!!!!!! कमबख्त तूने.. बो हँसी और बोली,मै जिंदगी हूँ,पगले.... तुझे जीना सिखा रही थी...... . ©Rameshkumar Mehra Mehra # जिंदगी जीना सीखा रही है.... कल एक झलक जिंदगी को देखा, बो राहो में मेरी गुनगुना रही थी, फिर ढूंढा उसे इधर-उधर बो आँखे मिचौली कर मुस्करा रही