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unique writer

गुणों से पहचान

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Lalit Saxena

#Book दिल से

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Unsplash मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं
तारीफ़ तो मेरे बेवफ़ा हालातों की है
जो मुझे लिखने के लिए हर पल, हर लम्हा
बेताब करते है।।।।।
गर ये लम्हे ये हालात ये अफसाने ना होते
..............तो क्या मैं लिखता?
कोई कवि, शायर, गजलकार, या फनकार
कलम कही पड़ी होती किसी कोने में
और कागज़ हवा में उड़ रहे होते
कैसा लगता....ख्वाबों में गोते लगाना
डूब कर अंधेरों में कही दफ़न हो गए होते।
मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं!!!

©Lalit Saxena #Book दिल से

anil kumar12

#Funny 🤣रात मे चाँद देखना है #funnyशॉर्ट्स 🤪😜 #funnyकॉमेडी 'कॉमेडी वीडियो कॉम'

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Ram Prakash

#love_shayari चाँद

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White मंडप तक जाते जाते इश्क का 
लोकेशन कुछ एैसा 
धीमा 
है

किसी और के चाँद का
किसी और को
बीमा
है

©Ram Prakash #love_shayari चाँद

Shishpal Chauhan

#मेरी लेखनी से

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White अपनी लेखनी से कभी लिखता हूँ, कभी लिखकर मिटाता हूँ ।
कभी हृदय का प्रेम छुपाता हूँ, कभी सोए हुए को जगाता हूँ ।
लेकिन मैं सोचता हूँ कि तुमने मेरी लेखनी से प्यार नहीं किया
यह तुम्हें मैं क्यों बताता हूँ ,
तुमने तो मेरे व्यक्तित्व से प्रेम किया; यह सोचकर सहम-सा जाता हूँ ।
तुम्हें पढ़ने की फुर्सत नहीं है ; यूँ ही दिल को ठेस पहुँचाता हूँ,
मुझे वो चेहरा पसंद नहीं है ; केवल दिखावा करता है 
मैं आपनी लेखनी से ही मन को बहला लिया करता हूँ ।
अ मेरे जीवन साथी शायद तुम्हें पता ही नहीं
मेरी जिंदगी को तुमने कितना बदल दिया
सोते हुए नींद में भी लिख लिया करता हूँ ,
लेकिन तुम्हें क्या फर्क पड़ता है  मेरी नींद हराम करने वाली
बेकार में ही दिल की धड़कन  बढ़ा लिया करता हूँ।
तुमने मेरी प्रेम की गहराईयों को समझा ही नहीं 
तेरी यादों से ही बेरहम अंधेरी रात काट लिया करता हूँ,
तुम साथ न दो कोई बात नहीं ; अश्कों को ही स्याही बना लिया करता हूँ।
मैं तुमसे मिलने से पहले  एक बेजान-सा पुतला था
तुमने ही मुझे दिया नाम, पी लिया करता हूँ गमों का जाम।
पहचान और शोहरत दी बस तू मेरे साथ रहे यही मैं चाहता हूँ,
जैसे सुनार सोने को पिघलाकर आकार देता है 
तुमने मेरी जिंदगी ही बदल दी 
तुम से जुदा न हो पाऊँगा  बस तुझमें ही खो जाना चाहता हूँ।
कितने लोग आए और कितने चले गए 
कईयों के रिश्ते बिगड़ गए तो कईयों के संवर गए
सुख हो दुख हो तुम्हारे संग हर लम्हा बिताना चाहता हूँ,
कुछ लोग प्यार की गंभीरता को समझते हैं 
वे दुनिया को बहुत कुछ दे जाते हैं  शायद मैं भी उनमें से एक हूँ 
अपने मधुर शब्दों से यादें छोड़ देना चाहता हूँ।
प्यार में झूठे वायदे झूठी कसमें खाई जाती है 
उनको निभाता है कोई-कोई ऐसे बंधन में नहीं मैं बंद जाना चाहता हूँ,
प्रेम ईश्वर का दिया एक नायाब तोहफ़ा है; उसमें एक अलग खुशबू है 
अपनी पवित्रता का ख्याल रखना चाहता हूँ ।
लेखन बयां कर देता है दिल का हाल – चौहान, लेखनी है मेरी जान ।।

©Shishpal Chauhan #मेरी लेखनी से

Shraddha

# चाँद

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ऐ चाँद ,क्यों तेरा दीदार मुझे उनकी याद दिलाता है 
तुझे निहारकर बैचैन दिल को सुकून मिल जाता है 
देखते हैँ वो भी मुझे तुझमे कहीं ,तू उनका भी सुकून होगा कभी,
शुक्रिया ऐ चाँद तू आकर हमारा मिलन करा जाता है। 
हमारा मिलन करा जाता है।

©Shraddha # चाँद

Parasram Arora

चाँद नहीं पतंग

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White मै रात भर  चाँद को 
पतंग बना कर 
उडाता रहा 

फिर बादलों से 
पेच लड़ा बैठा 
और 
पता नहीं वो चाँद 
कट कर 
कहा  जा कर 
गायब हुआ था

©Parasram Arora चाँद नहीं  पतंग

Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)

#चाँद

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कुछ तो है या कुछ हुआ हुआ सा लगता है 
तेरी उल्फ़त में उठा धुंआ धुंआ सा लगता है 

तेरी निगाहें तेरी जुबाँ से मेल नहीं खातीं 
तेरा अंदाज-ए-बयाँ जुदा जुदा सा लगता है 

क्या हुआ कि किसी ने कुछ कहा तुझसे 
मेरी ओर बढ़ता कदम रुका रुका सा लगता है 

एक मुद्द्त बाद तो दिल ने पाई है रोशनी 
वो चिराग़ ही मुझे बुझा बुझा सा लगता है 

तेरी छत पे देख चाँदनी छिटकी नहीं क्या 
ये चाँद मुझे उखड़ा उखड़ा सा लगता है 

आईना-ए चश्म अश्कों से भरा न कर मेरा 
अक्श ही मुझे धुंधला धुंधला सा लगता है 

जिस मोड़ के बाद साहिल को आना था 
उसी मोड़ पे तूफाँ खड़ा खड़ा सा लगता है 

जिसे झुका पाने की जुर्रत न थी जमाने में 
वही सर आज झुका झुका सा लगता है 

तुम्हारी उदासियाँ हवायें चुरा लाई जैसे 
मिजाज़ उनका खफ़ा खफ़ा सा लगता है

©अज्ञात #चाँद

KUMARI USHA AMBEDKAR

चाँद तारों में फूल बहारों में

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Praveen Jain "पल्लव"

#GoodMorning सूरज चाँद और हवा पानी,सांसो को रवानगी देते है

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White पल्लव की डायरी
ब्रह्मांड की सत्ता ही
आधार जीवन को देती है
सूरज चाँद हवा पानी
सांसो को रवानगी देते है
बदलते मौसम और ऋतुओं से
अनाज फलो सब्जियों की बेरायती
फसलों के माध्यम से देते है
बिना भेदभाव,बिना शुल्क
ना कोई कर ना टेक्स लेते है
इसकी सत्ता पर ऐसी टेक्नोलॉजी 
हर किसी जीव की सांसो पर अधिकार रखते है
कब शरीर से आत्मा निकल जाये
जन्म मरण का रहस्य पता नही चलने देते है
                                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning सूरज चाँद और हवा पानी,सांसो को रवानगी देते है
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