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Diya
लडूंगी परेशान भी करुंगी गुस्सा भी हो जाऊंगी ,ए दोस्त एक तू ही तो है जिसके ख्वाबों में आकर हर पल सताती रहूगी, चाहे तू कितनी भी दूर चला जाए, तुझे खीच,पास ले आऊंगी, ये नोक झोक जब तक है जिन्दा चलती रहेगी, इससे ना तुझे दूर जाने दुगी। Happy promise day 🤝 Gm ☕🌷 ©Diya #लडूंगी परेशान भी #करुंगी गुस्सा भी हो जाऊंगी,ए दोस्त एक तू ही तो है जिसके ख्वाबों में आकर हर पल #सताती रहूगी,💃🏻💃🏻💃🏻💃🏻💃🏻 चाहे तू कितनी भी द
Ram Prakash
White सही बात तो कसम से मां की भी नहीं माने है जो मिटाए शराब की तरह उसी के दिवाने हैं पीर भी सुहागिन हुई है व्यापार जगत में सुकून छीनने वाले आज भी वही सदियों पुराने हैं ©Ram Prakash #love_shayari पीर
#love_shayari पीर
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
नज़र से नज़र मिलाकर तुम क्या करोगे, ख़ुद की नज़र में उठाकर तुम क्या करोगे। उठ रही हैं कितनी उंगलियाँ मुझ पर, मैं कैसा हूँ, ये बताकर तुम क्या करोगे। अब मुझमें रूहानी फ़क़ीर-सा जहाँ है, कदम से कदम मिलाकर तुम क्या करोगे। टूट चुका हूँ, बिखर चुकी है हस्ती मेरी, अब मुझसे रिश्ता निभाकर तुम क्या करोगे। बेमक़सद हूँ, अब ख़ुद का भी न रहा मैं, मुझे अपना बनाकर भी तुम क्या करोगी। मोहब्बत का साया जो राख़ हो चुका, उस राख़ को हवा देकर तुम क्या करोगी। ख़ुद को खो दिया और जहाँ को भी, मुझसे हाथ मिलाकर तुम क्या करोगे। बुझ चुकी है चिंगारी, फिर से नहीं जलेगी, राख़ में शोला जगाकर तुम क्या करोगे। भरी महफ़िल में अब मेरे चर्चे आम हैं, मेरी दामन को बचाकर तुम क्या करोगे। नहीं लग रही बोली इस नीलामी में मुझपर, मेरी हैसियत को बढ़ाकर तुम क्या करोगे। बदनामी के डर से पास खड़े न होते कुछ दोस्त, और मुझसे नज़दीकियाँ बढ़ाकर तुम क्या करोगे। मोम सा था दिल, अब तो पत्थर-सा हो गया, इस पाषाण को पिघलाकर तुम क्या करोगे। दुनिया ने जो किया, वो कर दिया, अब क्या होगा, तुम्हारी बातों से तसव्वुर करके तुम क्या करोगे। मुझसे मोहब्बत की जो जलती रही है आरज़ू, उस आरज़ू को जिन्दा कर तुम क्या करोगे। ©theABHAYSINGH_BIPIN #GoldenHour Sheetal Shekhar Sarfraz Ahmad Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) Monu Kumar Saurabh Tiwari नज़र से नज़र मिलाकर तुम क
#GoldenHour Sheetal Shekhar Sarfraz Ahmad Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) Monu Kumar Saurabh Tiwari नज़र से नज़र मिलाकर तुम क
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