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saurav pandey (king SAURA'v)
बात जो भी हो अच्छी या बुरी उसे अपना लेनी ही चाहिए क्यों की अच्छी है तो कोई बात नहीं पर बुरी बातो से जीतना भागोगे वो आपको उतना और दरवाएगा और जीने नहीं देगा आपको इसलिए सच जो है उसे सविकार कर लेना चाहिए! बाते जो भी हो
Shashi Bhushan Mishra
जो भी हो हालात, नाम जपूँ दिन-रात, अनुभव है अनमोल, समझ बूझ की बात, करूँ तपस्या रोज़, चाहूँ हर पल साथ, बेफ़िक्री का संग, हाथों में हो हाथ, जीत का हो ज़ज्बा, जैसी बिछे बिसात, इन्तज़ार हो ख़त्म, रात से हुआ प्रभात, गुंजन सृजन अनेक, अच्छा एक सुजात, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #जो भी हो हालात#
Ajay Bishwas
पिता! रूह में तुम्हीं उमड़ते-घुमड़ते हो तुम सबक़ का इमाम दिखाई पड़ते हो बसते हो मेरे बस्ते में, मेरी किताबों में इल्म के मोती ज़ेहन में तुम्हीं जड़ते हो # पिता! तुम रूह में बसते हो
Madhvi Haritas
तुम मुझमे बसते हो तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, बसे हो मेरी रग रग में, इश्क बन मुझ मे बहते हो, बसे हो मेरी रग रग में, इश्क बन मुझ मे बहते हो, मै तेरे ही ख्यालो में अम्बर घूम आती हूं, मै तेरे ही ख्यालो में अम्बर घूम आती हूं, जो तेरा नाम चखती हूं नशे मे झूम जाती हूं, जो तेरा नाम चखती हूं नशे मे झूम जाती हूं, मेरी सुबहा के सूरज तुम, निशा के चांद बनते हो, मेरी सुबहा के सूरज तुम, निशा के चांद बनते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, तेरी बातो की खन खन से, मै अक्सर खिलखिला जाती, तेरी बातो की खन खन से, मै अक्सर खिलखिला जाती, ये तेरी सांसो की गर्मी से मुझे कुछ एसे पिघलाती, ये तेरी सांसो की गर्मी से मुझे कुछ एसे पिघलाती, मुझे तुम कहते धड़कन हो ,तुम मेरे दिल मे बसते हो मुझे तुम कहते धड़कन हो ,तुम मेरे दिल मे बसते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, कभी जब तेरी खामोशी मुझे झकझोर के जाती, कभी जब तेरी खामोशी मुझे झकझोर के जाती, मेरी हर सांस मे हर पल बस तेरी याद है आती, मेरी हर सांस मे हर पल बस तेरी याद है आती, बिन पानी के जैसे सदा मछली तड़प जाती, बिन पानी के जैसे सदा मछली तड़प जाती, मेरी तड़प खुद मेरी आँखो से बरस जाती, मेरी तड़प खुद मेरी आँखो से बरस जाती, कभी आंखो के मोती तुम, कभी मुस्कान बनते हो, कभी आंखो के मोती तुम, कभी मुस्कान बनते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, तुमही कोहरे मे धूप हो, तुमही सावन की बारिश हो, तुमही कोहरे मे धूप हो, तुमही सावन की बारिश हो, तुम से है अब जीवन ,तुमही जीवन की ख्वाहीश हो, तुम से है अब जीवन ,तुमही जीवन की ख्वाहीश हो, कभी तुम ओढ़नी दिन की ,कभी रातो का तखिया हो, कभी तुम ओढ़नी दिन की ,कभी रातो का तखिया हो, कभी आंँखो का कजल हो ,कभी माथे की बिंदिया हो कभी आंँखो का कजल हो ,कभी माथे की बिंदिया हो हो तुम ही दुआ मेरी, तुमही पूजा मे बसते हो, हो तुम ही दुआ मेरी, तुमही पूजा मे बसते हो, तुम मुझसे दूर होकर भी, मुझी मे एसे रहते हो, बसे हो मेरी रग रग में, इश्क बन मुझ मे बहते हो, माधवी हरितस #Star तुम मुझ मे बसते हो
Puru
फासले उन्हें क्या जुदा करेंगे जो बसते ही एक दूसरे में है , ©Puru जो बसते ही एक दूसरे में है।।
Sunil Kumar
जो यादों में गहराई से बसते हैं वो ज़ख्म गहरे दे जाते हैं ©Sunil Kumar जो यादों में गहराई से बसते हैं