Find the Latest Status about रैबार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रैबार.
Deepak Bisht
आज़ाद पंछी-कवि डॉ. रामावतार रैबारी मकवाना
Chandan Gusain
मुल्क को रैबार ( रचना :-आदरणीय नरेन्द्र सिंह नेगी) मुल्क को रैबार तेख़ूणी, ठेर खड़ा-खड़ी सूणजा-2 ई टूटी उजड़ी ब्यवस्था का भिटा-पैरा चीणी जा मुल्क को रैबार .................सुणजा... तेरी लड़े लडदा दाना घुर्स-घुरसी धोका-धोकि -2 अब अन्यो का बर खिलाप होगिनी माँ-भैणी गोकी... चुंडी जा टुखुलू अन्योका, जल्डा जुल्मियों का खेनिजा.... ई टूटी उजड़ी व्यवस्था का भिटा-पैरा चिड़ी जा मुल्क को रैबार ....................सुणजा यख भविष्य की हाथगुलयो मा डाम छन बेपुछ्या धरेणा हक हुक्के माँग कन वाला चोबटो मा छन मरैणा.....😢 राजनीति का दुःखदा पिसणो मा पस भरे गे खुन्दी जा-2 ई टुटी उजड़ी ब्यवस्था का भिटा-पैरा चीणी जा मुल्ल को रैबार......... सुणजा सरकी-सरकी आली सडक्यो मा डांग ढुग तेरा धोड़ा लगणु...--2 बरकी-बरकी बिजला तेरा दयौ देवता रण मण्डाण नचणु... गो समाजे उफरी उजड़ी एकता फिर बुणेजा -2 मुल्क को रैबार तेख़ूणी, ठेर-खड़ा -खड़ी सुणजा... ई टूटी उजड़ी ब्यवस्था का भिटा-पैरा चीणीजा मुल्क को रैबार.....!!!!!!!!!!! #मुल्क_को_रैबार मुल्क को रैबार ( रचना :-आदरणीय नरेन्द्र सिंह नेगी) मुल्क को रैबार तेख़ूणी, ठेर खड़ा-खड़ी सूणजा-2 ई टूटी उजड़ी ब्यवस्था का भ
Rahul Rawat
VARSHA KUSHWAH आज़ाद पंछी-कवि डॉ. रामावतार रैबारी मकवाना Akshita Jangid(poetess)
Rahul Rawat
आज़ाद पंछी-कवि डॉ. रामावतार रैबारी मकवाना Akshita Jangid(poetess) Gaganjit K
∆M∆ZING ∆M∆N
जिसे तू चाहता है वह भी तुझे चाहती है क्या इस मतलब भरी दुनिया में वह तुझे पहचानती भी है क्या सब जान के तू अनजान बनता ही है ना आजकल का प्यार मंदिर वाला घंटा ही है ना Satyaprem आज़ाद पंछी-कवि डॉ. रामावतार रैबारी मकवाना vaibhavyenkar Snehal Kale Deep Sinha
∆M∆ZING ∆M∆N
#OpenPoetry अपने सफर का अकेला मुसाफिर मैं अभी बहुत चलना बाकी है कौन हु मैं मेरा वजूद क्या यह बात बस मेरी मां ही जानती है Satyaprem आज़ाद पंछी-कवि डॉ. रामावतार रैबारी मकवाना nishi ignatius इच्छा_से_आकांक्षा William Drake
∆M∆ZING ∆M∆N
आज़ाद पंछी-कवि डॉ. रामावतार रैबारी मकवाना NOJOTO EVENT JAIPUR Yogesh Parmar Dalchand #NojotoPhoto
∆M∆ZING ∆M∆N
जिंदगी गुजर रही सफर का पता नहीं जिन्हें चाहा दिल से वो कभी हमारा हुआ ही नहीं पीठ पीछे तो बहुत है अपने पर किसी ने साथ दिया ही नही Megha Sharma आज़ाद पंछी-कवि डॉ. रामावतार रैबारी मकवाना NOJOTO EVENT JAIPUR hussain90036 tapasdasindian1963@gimel.com