Find the Latest Status about कर्मण्ये वाधिकारस्ते गीता श्लोक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कर्मण्ये वाधिकारस्ते गीता श्लोक.
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} जो भी पुरुष इस धर्म+मय हम दोनों के संवाद रूप गीता शास्त्र को पढ़ेगा, उसके द्वारा भी मैं ज्ञानयज्ञ (गीता अध्याय 4 श्लोक 33 का अर्थ देखना चाहिए।) से पूजित होऊँगा- ऐसा मेरा मत है ॥ 70॥ जय श्रीराधेकृष्ण जी!! ©N S Yadav GoldMine #Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} जो भी पुरुष इस धर्म+मय हम दोनों के संवाद रूप गीता शास्त्र को पढ़ेगा, उसके द्वारा भी मैं ज्ञानयज्ञ (गीता अध
#Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} जो भी पुरुष इस धर्म+मय हम दोनों के संवाद रूप गीता शास्त्र को पढ़ेगा, उसके द्वारा भी मैं ज्ञानयज्ञ (गीता अध
read moreneemansh
White **"अविद्यात्मा विद्यात्मा विद्यात्मा विद्यात्मा विद्यात्मा।"** अज्ञानी अपने को बुद्धिमान समझते हैं, परन्तु बुद्धिमान अपने को अज्ञानी जानते हैं l ©neemansh श्रीमद् भागवत गीता सार🙏🙏🙏 reality life quotes in hindi positive life quotes
श्रीमद् भागवत गीता सार🙏🙏🙏 reality life quotes in hindi positive life quotes
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} 📕 गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है, कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी खराब हों, वो हमेशा एक जैसी नहीं रहती हैं। वो बदलती रहती हैं, इसलिए मनुष्य को दुख की घड़ी में हिम्मत नहीं हारना चाहिए। जय श्री राधेकृष्ण जी!! ©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} 📕 गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है, कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी खराब हों, वो हमेशा एक जैसी नहीं रहत
#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} 📕 गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है, कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी खराब हों, वो हमेशा एक जैसी नहीं रहत
read moreDil_ki.dastaan :- संग्राम मौर्य
एक ही गीता एक ही ज्ञान एक ही ईश्वर एक विधान कई रूप और अनेकों नाम सत्य सनातन की यही पहचान ©Dil_ki.dastaan #Krishna #गीता #गीता_ज्ञान #महाभारत #हिंदी #सत्य #हिंदू
Jitendra Giri Hindu
शिवस्य हृदयं विष्णुः, विष्णोश्च हृदयं शिवः। यथा शिवमयो विष्णुः, एवम् विष्णुमयः शिवः॥ अर्थ: भगवान शिव के हृदय में भगवान विष्णु विराजमान हैं
read moreJitendra Giri Hindu
White "कृतेऽस्मिन् कर्मण्येव सदा कुरु उत्साहम्। अश्रुपातं न कुरु श्रृंगारे, क्षणिकं निस्वासम्॥" ©Jitendra Giri Hindu अर्थात्: "किसी भी कार्य में सदैव उत्साह के साथ लगे रहो। आँसू मत बहाओ, क्योंकि यह क्षणिक होता है।" यह श्लोक हमें सिखाता है कि जो भी कार्य हम
अर्थात्: "किसी भी कार्य में सदैव उत्साह के साथ लगे रहो। आँसू मत बहाओ, क्योंकि यह क्षणिक होता है।" यह श्लोक हमें सिखाता है कि जो भी कार्य हम
read more