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New भंडारी स्टेशन Quotes, Status, Photo, Video

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single_chhora💔

भोले भंडारी

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 भोले भंडारी

bhajan sandhya tv'.

भोला भंडारी #Shayari

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हेयर स्टाइल by mv

#भोले भंडारी# #मीम

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Biswajit Bhandari

#Love तन्मय भंडारी

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तन्मय भंडारी #Love तन्मय भंडारी

Surinder Kumari

#mahashivratri # भोले भंडारी #कविता

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भोले भंडारी

ए मेरे भोले भंडारी
तेरी लीला बढ़ी नयारी
गले में शोभे नागों की माला
सभी जीवों की रक्षा करे मतवाला

सर पर साजे गंगा मैया
पार लगा दो हमारी नैया
कानों में साजे कुंडल
ए हमारे नील कंठ धारी
सुन लीजो बाबा विनती हमारी
कर लो अपने भक्तों मे गिनती हमारी

©Surinder Kumari #mahashivratri # भोले भंडारी

हेयर स्टाइल by mv

#जय भोले भंडारी# #मीम

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Shravan Goud

मेरा भोला भंडारी

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भगवान शिव अपने भक्तों की
रक्षा के लिए सब कुछ करते हैं.  मेरा भोला भंडारी

Lata Sharma सखी

जिंदगी गुजरती है कई सारे स्टेशनों से,
कुछ में हम ठहरते हैं कुछ हममें ठहर जाते हैं,

सुनो! तुम मेरा ऐसा ही कोई स्टेशन हो,
जिसमें मैं जरा ठहरी तो वो मुझमें ठहर गया।

©सखी

©Lata Sharma सखी #स्टेशन

Neelam bhola

स्टेशन

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बचपन,जवानी,बुढ़ापा
जैसे स्टेशन हो कोई,
रेलवे स्टेशन!!
या रेलवे स्टेशन में सिमट आये हो ये दौर जिंदगी के,

सुबह का स्टेशन मानो
नन्हा बच्चा हो कोई,
कभी शांत,कभी चाय चाय की किलकारी
सा गूंजता,
सौंधी सी खुशबु लिये,
बच्चे कि हँसी सा,
कभी खिलखिलाता,कभी चुपचाप स्टेशन,

बचपन का सा स्टेशन,हल्के से आँख मूँदता-खोलता सा दिखता है,
न आने-जाने की होड़ कहीं,
आदमी ना भागता सा,ज़रा रुका सा दिखता है,

दोपहर होते होते स्टेशन पे भीड़ बढ़ती जाती है,
जवानी की ही तरह जिम्मेदारी 
हर तरफ नज़र आती है,
कहीं कूली,कहीं चाय,कहीं लोगों का सामान,
जवानी का पहर है,
ये है मुश्किल,है नही आसान,

चारों तरफ रिश्तों और जिम्मेदारियों की तरह लोग नज़र आते है,
ना जाने कहाँ जाते है,कहाँ से लौट के आते हैं,
कुछ न आने के लिये वापिस,
कुछ न जाने के लिये आते है,

जवानी भी कुछ इसी तरह के पहलुओं को समेटें है,
कहीं खड़े हैं लोग,कहीं बेबस से लैटे हैं,

बुढ़ापे की तरह ही ढलती है 
हर एक शाम स्टेशन पर,
कुछ लोगों के लिये खास,
कुछ लोगों के लिये आम स्टेशन पर,
बुढ़ापे की तन्हाई  की तरह,
स्टेशन की शाम भी तन्हा होती जाती है,
स्टेशन पे अब गाड़ी भी कुछ कम ही आती हैं,

न कूली,न चाय न साजो-सामान होता  है,
बुढ़ापे की ही तरह तन्हा स्टेशन,
हर रोज़ आम होता है।।।।

©Neelam bhola स्टेशन

Darsh Verman

स्टेशन

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स्टेशन सी हो गई है जिंदगी

जहाँ लोग तो बहुत हैं
      पर अपना कोई नहीं 💔 स्टेशन
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