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VADRA KRISHNA
బతుకుదాం...బతికిద్దాం. ••••••••••••••••••••••••• *ఓడిపోవడం వేరు.లొంగిపోవడం వేరు. పులి చాలా బలమైన జంతువు.ఐనా దాని పంజాకు చిక్కరాదన్న పట్టులతో జింక శక్తికి మించిన వేగంతో పరిగెడుతుంది.అది ఓడిపోతుందేమో తప్ప-లొంగిపోదు.! *లోకంలో ఏ జీవికూడా తనంత తానుగా చావు కోరుకోదు...ఒక్క మనిషి తప్పు.! *మనం ఓడిపోవాలే,కానీ లొంగిపోకూడదు. ©VADRA KRISHNA #travelogue*ఈనాడు(8/2/2025)
#travelogue*ఈనాడు(8/2/2025)
read moreगुरु देव[Alone Shayar]
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset Hey 👋 frd how's you today 👋 ©गुरु देव[Alone Shayar] #SunSet शायरी हिंदी में शायरी दर्द Sanju Slathia संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु Vikram vicky 3.0 Neel KK क्षत्राणी
#SunSet शायरी हिंदी में शायरी दर्द Sanju Slathia संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु Vikram vicky 3.0 Neel KK क्षत्राणी
read moreDr Anoop
White निगाहें हम दोनों की चाँद की खूबसूरती पर थी... उनकी आसमान वाले पर और हमारी उन पर....!!!! ©Dr Anoop #sad_quotes 8 gm
#sad_quotes 8 gm
read more!! ℝudraksh Om !!{बोलो दिल खोलकर}
Unsplash मुझसे जब भी मिलो तो नज़रें उठा के मिला करो, मुझे पसंद है अपने आप को तेरी आँखों में देखना…...!!! ©!! ℝudraksh Om !!{बोलो दिल खोलकर} ss-8 #me #you
Deepak Gangwar
Unsplash प्यार की मंज़िल मुश्किल थी, पर हम भटके नहीं, दिल में दर्द तो था पर हम रोये नहीं, कोई नहीं यहाँ हमारा जो हमें पूछे, जाग रहे हो की, सोये नहीं। ©Deepak Gangwar #camping 8
#camping 8
read moreगुरु देव[Alone Shayar]
Unsplash बरबादी में मेरी बैसे तो तुम ही सबसे ज्यादा हकदार हो.. हमने इल्जाम तुम पे ना लगाया तो हमें अंजान ना समझ लेना. ©गुरु देव[Alone Shayar] #library हिंदी शायरी शायरी संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु KK क्षत्राणी Satish vimlesh Gautamhttps://youtube.com/@jindgikafasana6684?si=q
#library हिंदी शायरी शायरी संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु KK क्षत्राणी Satish vimlesh Gautamhttps://youtube.com/@jindgikafasana6684?si=q
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po
स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po
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