Find the Latest Status about jean paul sartre from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, jean paul sartre.
PФФJД ЦDΞSHI
White पापा जो है ना वो पापा है कोई और उसकी जगह नहीं ले सकता उसे जो चिन्ता है ना हमारे लिए उस जैसी कोई चिन्ता नहीं कर सकता वो आँखो से नहीं दिल से रोते है वो किसी क़ो दिखाई नहीं देता, माँ से ज्यादा पापा मेहनत करते है क्यो कि उन्हें पता है कि उनके बेटे बेटी उन कि जडे है और वो खुद एक पेड है जिसे खुद पानी देना है पेड़ बड़ा होगा तभी ना सब क़ो फायदा होगा आज वो हमे देख रहे कल हम उन्हें देखेगे, जब वो बूडे हो जाऐगे, पापा मैं तुम्हारी लाठी बनूँगा यां बनुँगी ये आज की पीढ़ी क़ो कहना चाहिए.....love, care your पापा मम्मी सब कुछ वापस आ सकता है पापा मम्मी नहीं जो हमारे लिए सब करते है चिन्ता फिक्र, कर्जे मे डूब कर भी पढ़ाते लिखाते है, अपना फ़र्ज पूरा करने की खातिर पूरी उम्र दे डालते है.....🥹🫶🏻 ©PФФJД ЦDΞSHI #fathers_day Radhe Krishna 🙏Good morning शुभ सुबह 🌅 Neel The Advisor Prem Kumar वंदना .... Rajesh Kumar Paul Mili Saha Alpha_Infinity Rajde
#fathers_day Radhe Krishna 🙏Good morning शुभ सुबह 🌅 Neel The Advisor Prem Kumar वंदना .... Rajesh Kumar Paul Mili Saha Alpha_Infinity Rajde #विचार
read moreÑãdãñ•√
White क्रोध के समय मौन और समस्या के समय , मुस्कान सब से बड़ी ताकत होती है ... ©Ñådåñ•√} #good_night_images Khushi yadav ꧁;༆sajandeep Muste-e-khaak༆;꧂ Rajesh Kumar Paul Santosh Kumar Pandey PUJA KUMARI R... Ojha Bhanu Priya Sun
#good_night_images Khushi yadav ꧁;༆sajandeep Muste-e-khaak༆;꧂ Rajesh Kumar Paul Santosh Kumar Pandey PUJA KUMARI R... Ojha Bhanu Priya Sun
read morepoonam atrey
White 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 धरा भी आज मोहक सुगन्ध से , इठलाने लगी थी, महीनों बाद आज शुष्क माटी की प्यास बुझी थी, बादलों ने जब मिलजुल कर , वृष्टि गीत गाया था, पंछियों ने आनंदित होकर, सुर में सुर मिलाया था, फूट पड़े थे झरनों में भी ,जो सुप्त थे कलकल के स्वर, पूर्ण वेग से बहे जा रहे ,जल की धारा से 'निर्झर', हरियाली भी खोल रही थी , इंद्रधनुषी पँखो को, आसमान में खोज रही थी ,लुप्त हुए उन रँगों को, माटी ने भी महक महक कर ,ख़ुशियों के रँग छलकाए, प्रकृति ने भी प्रसन्न होकर , अपने सब रंग दिखलाए, आज धरा के आँचल में, सब ख़ुशियों के रंग छलके थे, प्रसन्न होकर प्रकृति की भी, आँख से मोती ढलके थे, झूम झूम कर नाच रही थी ,आज पवन पुरवाई भी, आज मुद्दतो बाद जलद ने ,भू की प्यास बुझाई थी, ताल तलैया , नदी ,सरोवर , कलकल से सराबोर हुए, जो मौन पड़े थे प्रकृति के ,वो दृश्य चित्तचोर हुए ।। -पूनम आत्रेय ©poonam atrey #निर्झर #पूनमकीकलमसे #नोजोटोहिंदी पथिक.. Banarasi.. Noor Hindustani M@nsi Bisht Kamlesh Kandpal अभिषेक योगी (alfaaz_बावरे) kasim ji PURA
#निर्झर #पूनमकीकलमसे #नोजोटोहिंदी पथिक.. Banarasi.. Noor Hindustani M@nsi Bisht Kamlesh Kandpal अभिषेक योगी (alfaaz_बावरे) kasim ji PURA #कविता
read moreBhavana kmishra
White ......बात जब अपने ऊपर आती है,... ......लोग समझते भी हैं और सोचते भी हैं..... ....... नहीं तो यहां तुम्हारी "भावना" की कद्र किसे है.... ©Bhavana kmishra #sad_shayari #Nojoto #Hindi #viral #bhavanakmishra ......बात जब अपने ऊपर आती है,... ......लोग समझते भी हैं और सोचते भी हैं..... .......
#sad_shayari #Hindi #viral #bhavanakmishra ......बात जब अपने ऊपर आती है,... ......लोग समझते भी हैं और सोचते भी हैं..... ....... #lover #शायरी
read more