Find the Latest Status about cloud silver lining quote from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, cloud silver lining quote.
Dheeraj Kumar Singh
ओ बादल , तू आ जा रे मेरे शहर की छत पर छा जा रे ये सूरज बहुत भभकता है इसको जरा समझा जा रे बहुत तपाया इसने हमको अब जम के बूंद बरसा जा रे सूख गई है धरा ये सारी इसको तनिक भीगा जा रे झुलस गए है नन्हे पौधे इनको जरा हर्षा जा रे रे बादल , तू आ जा रे , मेरे शहर की छत पर छा जा रे ©Dheeraj Kumar Singh #Summer #poem #na #Nature #rain #cloud #City #nojohindi #Love #Earth
Sheeba
White Fruit of darkness tastes sometimes good when it downpours on a barren land....... ©Sheeba #Cloud positive_quotes
#cloud positive_quotes #Motivational
read moreMASTER STORY BOX
White संघर्ष के मोहरे में तुम्हारी मेहनत की चमक सिलवर जैसी होनी चाहिए। अपने इरादों को अवश्य पूरा करो, क्योंकि तुम स्वर्ण हो, सिल्वर नहीं। तुम्हारा सपना है, तुम्हारी मेहनत है, तुम्हारा मार्ग है। जगह बनाने के लिए तैयार रहो, क्योंकि तुम सर्वोत्तम हो। एक बार यकीन किया, फिर दुनिया बदल देगी। तुम सक्सेस की यात्रा का आनंद उठाओ। सफलता का सबसे बड़ा रहस्य है सोचना कि हम सक्षम हैं। तुम अद्भुत हो, इस दुनिया के लिए एक मायावी सेंसेशन हो। जीत और सफलता के लिए तैयार रहो। ©MASTER STORY BOX YOU ARE GOLD NOT A SILVER #love_shayari
YOU ARE GOLD NOT A SILVER #love_shayari #कोट्स
read moreRam Shankar
वक्त पर बारिश हो तो यहां खेत गुलजार रहता है नहीं तो कौन यहां किसी के लिए तैयार रहता है मौसम जब भी बेवक्त करवटें बदले यहां मेहनत लाख करे किसान बेकार रहता है सुखी मिट्टी को है सदियों से बादल की तलब जैसे प्यार में कोई आशिक बेकरार रहता है चुनाव की हर किताब में यहां मौसम सुहाना है सपनों में उलझा हुआ कहीं बेरोजगार रहता है चुनाव की फसल बस कटने पर देखिए वादों पे कौन कितना यहां सरकार रहता है दिन का सूरज समझे या रात का तारा उसको एक सोच का फर्क है जो बनके दीवार रहता है ये वक्त का समंदर है राम हर हिसाब से गहरा कोई इस पार रहता है कोई उस पार रहता है *राणा रामशंकर सिंह* उर्फ बंजारा कवि 🖊️.... #cloud
ଶ୍ରଦ୍ଧାଶିଷ୍......
କେତେ ପର୍'କାରେ ଗରିବ୍ ଦେଖ୍'ବୁ ନାଇଁ କରି ହୁଏ ଠାବ୍, ମନର ଗରିବ୍, ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଆର୍ ଗରିବ୍ ଆଏ କାର୍ ସ୍ବଭାବ୍ । ଧନର୍ ଗରିବ୍ ,ଗରିବ୍ ନୁହେ ତାର୍ ଧନର୍ ଖାଲି ଅଭାବ୍, ବେଭାର୍ ଟିକ୍'କ ବନେ ବୋଲି କରି ସବୁଠାନେ ତାର୍ ଭାବ୍ । ମନର୍ ଗରିବ୍ ଦୁଇ ପେଚିଆ ଉପ୍'ରେ ଉପ୍'ରେ ବନେ, ଭିତର କେ ଆର୍ କିଏ ଦେଖୁଛେ ଅହଙ୍କାର୍ ଥିବା ଘନେ । ବିଚାରେ ଗରିବ୍ ଅବିଚାର୍ ଥି ଏକ୍ ନମର୍ ରଜା । ଅଡ଼ୁଆ ଭିତରେ ଲୁକ୍'କୁ ପକେଇ ଦେଖ୍'ବା ଖାଲି ମଜା । ବେଭାରେ ଗରିବ୍ ଦୁର୍'ବେଭାର୍ କେ ନିଜର୍ ବୋଲି ଭାବେ , ଆର୍ ନୁକୋ କଥା କେ ଛି ଥୁ କରି ରହେସି ନିଜର୍ ଲାଭେ । ଆର୍ କେତେ ଯେ ଗରିବ୍ ଥିବେ ନାଇଁ ମିଲେ ତାର୍ ଧାର୍ , ନିଜେ ବନେ ଥିଲେ ସବୁ ବନେ ଇନେ ଇ କଥା ଟା ସାର୍ । ମୁନୁଷ୍ ଜୀବନ୍ ବଡ଼ା ଦୁର୍ଲଭ୍ ପୁଇଁନ୍ କଲେ ମିଲେ , ଧନ୍ ଥାଇ କରି ଗରିବ୍ ହେଲେ ଘାଣ୍ଟି ହେବୁ ଅର୍କଲେ । ©ଶ୍ରଦ୍ଧା...... #cloud ଗରିବ୍