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Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).
White वक्त लगा दो , अपना वक्त बनाने में, कसम से लोग तरस जायेंगे तुम्हें अपना बनाने में ।। ©Krishna Deo Prasad. ( Advocate ). #mountain #वक्त लगा दो , अपना वक्त बनाने में, कसम से लोग तरस जायेंगे तुम्हें अपना बनाने में ।।
Shishpal Chauhan
जो सच्चे मन से पुकारे, उसे भवसागर से पार उतारे। माता रानी सबके बिगड़े काम बनाए, अपने भक्तों की नैया पार लगाए। तू है चार भूजाधारी, सुन लो अर्ज हमारी। जो भी तेरे द्वारे आते हैं, खाली हाथ लौटकर नहीं जाते हैं। ©Shishpal Chauhan # मां सबकी बिगड़ी बनाने वाली
Harpinder Kaur
एक खुशबू और एहसास तुम में दोनों एक साथ है तेरा सौंधापन, महकाता है पती में घुली, अदरक - इलायची का स्वाद दिल में कुछ तो एहसास जगाती है ये कुल्हड़ वाली चाय एक मीठा सा अपनापन दे जाती है ये कुल्हड़ वाली चाय मिट्टी के कुल्हड़ में ये मसालों की महक आह! कितना दीवाना बनाती है ये कुल्हड़ वाली चाय यूँ ही नहीं हम दीवाने हैं इस चाय के एक मीठा सा इश्क़ जगाती है ये कुल्हड़ वाली चाय ©Harpinder Kaur # कुल्हड़, खुशबू, महक, मीठा, गरमाहट, इश्क़..... उफ! क्या अदा है दीवाना बनाने की
Bharat Bhushan pathak
साध्य है या साधक जीवन। संघर्षों की आराधक जीवन। सीख-सीखकर हमें सिखाए, बनाना जीवन सुन्दर उपवन। सुख-दुख की यह सीढ़ी चलकर, बढ़ना आगे समझाए जीवन। ©Bharat Bhushan pathak #साध्ययासाधकजीवन साध्य है या साधक जीवन। संघर्षों की आराधक जीवन। सीख-सीखकर हमें सिखाए, बनाना जीवन सुन्दर उपवन। सुख-दुख की यह सीढ़ी चलकर, बढ़न
Rajni Kant Dixit
कट रही जिंदगी सब कुछ बनाने मे.. रह जायेगा सब यही बस नाम होगा जमाने मे.. ©Rajni Kant Dixit #bicycleride #hindi_poem #कट रही जिंदगी सब कुछ बनाने मे..
Self Made Shayar
तुम दिल का ताड़ बनाने वाले, हम छोटे शब्दों में बताने वाले। तुम मरने वाले, हम बचाने वाले।। तुम जी का जंजाल बनाने वाले, हम जाल से जल्द छुड़ाने वाले। तुम झूठ को सच बताने वाले, हम सच को सच दिखाने वाले।। तुम मरने वाले, हम बचाने वाले।। ©Self Made Shayar #तुम दिल का ताड़ बनाने वाले, हम छोटे शब्दों में बताने वाले।
Rudra Pratap Singh
मुझे घर बनाने; घर से दूर निकलना पड़ा, और गिरते-गिरते कई बार सम्हलना पड़ा। हारा हिम्मत; टूटा हौसला कई बार, बेशक! “कुछ दूर और!” कह कर बस चलना पड़ा। थक कर चूर; जब सोया कभी इत्मीनान से, नींद आई नहीं पूरी रात; बस करवट बदलना पड़ा। याद आती रही मां, बाप से दूर होना खलता रहा, मत पूछो, अपनों से दूर हो कितना मचलना पड़ा। और गिरते-गिरते कई बार सम्हलना पड़ा। ©Rudra Pratap Singh मुझे घर बनाने घर से दूर निकालना पड़ा #घर #होली #Festival #holi