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Rameshkumar Mehra Mehra
New Year 2025 जिस दिन तुम्हे गले लगायेगे.....! बस उस दिन हम नया साल मनायेगे...💞 ©Rameshkumar Mehra Mehra # जिस दिन तुम्हे हम गले लगायेंगे,बस उस दिन हम नया साल हम मनायेगे....💞
# जिस दिन तुम्हे हम गले लगायेंगे,बस उस दिन हम नया साल हम मनायेगे....💞
read moreVs Nagerkoti
दोस्तो आप अपनी मर्जी से कही नही जाते। बल्कि ये सब Universe का आपके लिए पहले से निर्धारित सोचा समझा plan होता है । हम सिर्फ उस plan पर काम कर रहे होते है । जो पहले से तय है ।💬💯💯 ©Vs Nagerkoti #sadak हम उस इश्वर के प्लान का सिर्फ एक हिस्सा है ।
#sadak हम उस इश्वर के प्लान का सिर्फ एक हिस्सा है ।
read moreSwaTripathi
White एक रोज किसी मोड़ पे मिलेंगे में हम उस वक्त हम अनजान होंगे एक दूसरे से।। ©SwaTripathi #love_shayari किसी मोड़ पे मिलेंगे 🥺
#love_shayari किसी मोड़ पे मिलेंगे 🥺
read moreseema patidar
White एक दिन के इंतजार में कितने दिन गुजर जाते है हमारे इंतजार में कितने दिन गुजर जाते है एक दिन बैठते है दिनों बाद साथ में हम और फिर उस दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है। ©seema patidar एक दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है
एक दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है
read moreनवनीत ठाकुर
"हम पंखों से नहीं, हौसलों से उड़ान भरते हैं, मंजिलें मुश्किल हो, उन्हीं तक हम पहुंचते हैं। राहों की धुंध में भी, हम उजाले बनते हैं, हम वो हैं, जो तूफानों में भी, राह अपनी खुद बनते हैं।" ©नवनीत ठाकुर हम पंखों से नहीं, हौसलों से उड़ान भरते हैं, मंजिलें मुश्किल हो, उन्हीं तक हम पहुंचते हैं। राहों की धुंध में भी, हम उजाले बनते हैं, हम वो हैं
हम पंखों से नहीं, हौसलों से उड़ान भरते हैं, मंजिलें मुश्किल हो, उन्हीं तक हम पहुंचते हैं। राहों की धुंध में भी, हम उजाले बनते हैं, हम वो हैं
read moreनवनीत ठाकुर
"जहां से सब छोड़ देते हैं उम्मीदें सारी, हम वहां से नई शुरुआत करते हैं। जिस शाख से पत्ते भी झड़ जाएं सारे, हम वहीं से उड़ान भरते हैं । ©नवनीत ठाकुर "जहां से सब छोड़ देते हैं उम्मीदें सारी, हम वहां से नई शुरुआत करते हैं। जिस शाख से पत्ते भी झड़ जाएं सारे, हम वहीं से उड़ान भरते हैं ।
"जहां से सब छोड़ देते हैं उम्मीदें सारी, हम वहां से नई शुरुआत करते हैं। जिस शाख से पत्ते भी झड़ जाएं सारे, हम वहीं से उड़ान भरते हैं ।
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