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mukul marar
समुद्र सोच रहा था समुद्र कि , सहेज लेंगे ... कुछ मोतियां आज भी पर आज मेरे आँसूओं ने खुद से बगावत कर दी।। आँसूओं की बगावत
hindi kalam se official
अपनी ममलुक़त सुलग़्ते देखो इस बग़ावत को रोक कर देखो तुम समंदर की स्याही बनाओ या हर अश्क़ हर ख़ूँ से अपने झूँठे सच दोहराओ फिरसे लाठी, गोलियाँ चलाओ इनकी हिम्मत तोड़ कर देखो मगर ये कोशिश भी बेकार है आज़ादी एक बुख़ार है जो पारद के पार है इश्क़ इंक़लाब, इनकी शिफ़ा भी अब इंक़लाब है बगावत की शुरुआत
Harvinder Ahuja
कलम मेरी रूकी है,धड़कन नहीं रूकी, यहां कहानी नहीं जज़्बातों की बात है, बात मेरी सुन के क्यों इतना चौंक गए, हाथ में पकड़े हुए सिक्के भी पसीना पसीना हुए, ले जाइए इन सिक्कों को किसी और पे वारिए, जज़्बात नहीं है मेरे, बाजार में बिकने के लिए, वो कहते हम सृजन की लकीर नहीं हैं, उन से कहा दो वो भी अपनी तकदीर नहीं हैं। ©Harvinder Ahuja # बगावत कलम की
mukul marar
समुद्र सोच रहा था समुद्र कि , सहेज लेंंगे कुछ मोतियां आज भी .... पर आज मेरे आँसूओं ने बगावत कर दी।। आँसू की बगावत
hindi kalam se official
बग़ावत की शुरुआत इंक़लाब को आज़ां देते देखो जनाजों के कफ़न खुलते देखो शहीदों को कूचों में निकलते देखो इंक़लाब को आज़ां देते देखो जुर्ररत मंद अब भी जाग रहे हैं सुबोशाम जला चिराग़ रहे हैं हर साँस में आज़ादी माँग रहे हैं इनकी मशालें बुझा कर देखो इनकी बग़ावत को रुकवा कर देखो , इनको रोकना अब बेकार है इन्हें डरने से इंकार है ये बग़ावत की शुरुआत है इन ज़ुल्म के पहाड़ों को गिरते देखो ऐ जालिमो! अब अपने फ़साद का सूरज ढलते देखो इनको चुप करना बेकार है इन्हें इंक़लाब से प्यार है जिस काली घटा को तुमने फुहार समझ के नाकार दिया उसी फुहार को तूफ़ाँ बनते देखो अब इस बग़ावत को रोक कर देखो जिन फूलों को तुमने पैरों तले रोंधना चाहा मासूम पंखुड़ियां समझ कर ख़ाक में दफ़नाना चाहा अब ख़ाक को कोयला बनते देखो अपनी ज़ालिमाना हुक्मत को सुलग़्ते देखो इस बग़ावत को रोक कर देखो जिस ख़ूँ को तुमने शहद में घोलना चाहा उस तहज़ाबियत मुँह में रख के तो देखो इस बग़ावत को तुम रोक कर देखो। बगावत की शुरुआत
Ajeet Chaurasiya
Moon and the dark night अजीत अगर बगावत करे दिल, थोड़ा समझा भी लिया कर, सीने से निकाल, तकिया के नीचे दबा लिया कर, और जब धड़कने कुछ मध्म हो जाएं, वापस सीने में लगा और थप थपा लिया कर।.... दिल की बगावत #बगावत #दिल #तकिया #धड़कन #ajeet_chaurasiya