Find the Latest Status about पुस्तके व लेखक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पुस्तके व लेखक.
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} जो सत्य व विवेक में सदा दरड़ रहता है, उसे ही भगवान श्री कृष्ण की, भगवतभक्ति, व भगवान की प्राप्ति दोनों ही सम्भव है।। ©N S Yadav GoldMine #fathers_day {Bolo Ji Radhey Radhey} जो सत्य व विवेक में सदा दरड़ रहता है, उसे ही भगवान श्री कृष्ण की, भगवतभक्ति, व भगवान की प्राप्ति दोन
#fathers_day {Bolo Ji Radhey Radhey} जो सत्य व विवेक में सदा दरड़ रहता है, उसे ही भगवान श्री कृष्ण की, भगवतभक्ति, व भगवान की प्राप्ति दोन #मोटिवेशनल
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} जिसे विवेक, व विवेचना का ज्ञान प्राप्त हो जाता है, वही जानता है, परमेश्वर ही सेस व विशेस हैं, अन्य कोई भी नहीं हैं।। ©N S Yadav GoldMine #eid_mubarak {Bolo Ji Radhey Radhey} जिसे विवेक, व विवेचना का ज्ञान प्राप्त हो जाता है, वही जानता है, परमेश्वर ही सेस व विशेस हैं, अन्य
#eid_mubarak {Bolo Ji Radhey Radhey} जिसे विवेक, व विवेचना का ज्ञान प्राप्त हो जाता है, वही जानता है, परमेश्वर ही सेस व विशेस हैं, अन्य #मोटिवेशनल
read morePФФJД ЦDΞSHI
अंतरमनन मे बहुत सवाल हैं ज़िन्दगी निहाल हैं कैसे सुलझाए समस्याओ क़ो कई लोगो का जीवन दुश्वार हैं, as a writer लिख कर अपनी वेदना प्रकट करती हूँ पर मेरे पास भी इसका कोई जवाब नहीं कि कैसे सब का हल निकालू, क्या लोग समझे गे एक दूसरे की तकलीफ क़ो कि लड़ते ही रहेगे आपस मे धन दौलत प्यार शोहरत के लिए, अपने अंदर ही सब के यूद्ध चल रहा बाहर महाभारत तो मन कहाँ से शांत होगा, जल्द ही इसका कोई उपाय सोचना पड़ेगा???? ©PФФJД ЦDΞSHI #अंतरमनन #मन #लेखक
PФФJД ЦDΞSHI
White हर बार different करो.... लेखक हो कलाकार हो, reels बनाते हो,एक जैसा देख कर पढ़ कर लोग bore होते हैं, इस्लिये कहा,जिनको पसंद नहीं करते उन्हें like मत करो सही देखो सही करो, जो गलत हैं उनको देख कर like कर बढ़ावा मत दो, इंटरनेट से गन्दगी साफ करनी हैं तो कला दिखाओ जिस्म नहीं, ये गन्दी reels बनाने वाली लड़कियों औरतो पर comment हैं पुरुष भी non veg types reels बनाते हैं और लड़कियां बन उनका मजाक उडाते हैं कैसे पुरष हो यार,, clean aap clean dirty things in mind ✌🏻 ©PФФJД ЦDΞSHI #Reels #लेखक #कलाकार
Sita Prasad
White लेेखन सौन्दर्य जब भी लिखी दास्तान दिल की कलम ने मेरा बखूबी साथ निभाया किसी ने कहा' वाह क्या बात है! ' किसी को मेरा नज़रिया न भाया हैं दिल की बातें भी अजीब इस दरिया में बस कुछ ही हैं नहाते हर एक को दृश्य सुन्दर हैं भाते बिरला ही कोई मनमोहक दिल हैं पाते स्वांग न रचना न बातें बनाना सीधी सी बात है दिल से दिल है मिलाना न अपना चातुर्य किसी को बार- बार दिखाना निर्मल हृदय पूर्ण सामने वाले की बात है समझना तुम कलिमल रहित मुझे अपनाना न मैं तुम्हे परखकर दोस्ती निभाऊँ मेरा तो बस काम ही है लिखना पाठक व दोस्त के घायल मन को सहलाना।। सीता प्रसाद ©Sita Prasad #flowers #कविता #लेखक #लेखन
Rohit Tiwari Raja baba
आ अब लौट चले अपनी पुरानी संस्कृति सभ्यता व संस्कार की तरफ..... #विचार
read moreचारण गोविन्द
White 🙏नवरात्र व नववर्ष की सभी को बधाइयाँ👏 आदम मन हूँ आळसी, चमकावों नित चोंच। रसना इक इज जप रटे, सगती म्हारो सोच।। सगती म्हारो सोच, समाचार सब शुभ सुणा। करणी तू इज कोच, बिखरती बात तू बणा।। रोभो री रमकाळ, काया है ए काँच री। पाळण आळी पाळ, आदम मन हूँ आळसी।। ❤️चारण गोविन्द😍 #नवरात्र व #नववर्ष पर #चारण_गोविन्द केई ओर से सभी #साथियों को #बधाइयाँ व #शुभकामनाएँ #govindkesher #CharanGovindG #nightthoughts
#नवरात्र व #नववर्ष पर #चारण_गोविन्द केई ओर से सभी #साथियों को #बधाइयाँ व #शुभकामनाएँ #govindkesher #CharanGovindG #nightthoughts #कविता
read moreचारण गोविन्द
White 🙏नवरात्र व नववर्ष की सभी को बधाइयाँ👏 आदम मन हूँ आळसी, चमकावों नित चोंच। रसना इक इज जप रटे, सगती म्हारो सोच।। सगती म्हारो सोच, समाचार सब शुभ सुणा। करणी तू इज कोच, बिखरती बात तू बणा।। रोभो री रमकाळ, काया है ए काँच री। पाळण आळी पाळ, आदम मन हूँ आळसी।। ❤️चारण गोविन्द😍 #नवरात्र व #नववर्ष पर #चारण_गोविन्द केई ओर से सभी #साथियों को #बधाइयाँ व #शुभकामनाएँ #govindkesher #CharanGovindG #nightthoughts
#नवरात्र व #नववर्ष पर #चारण_गोविन्द केई ओर से सभी #साथियों को #बधाइयाँ व #शुभकामनाएँ #govindkesher #CharanGovindG #nightthoughts #कविता
read moreRavendra
डीएम व एसपी ने परिषदीय विद्यालयों का किया निरीक्षण बहराइच । परिषदीय विद्यालयों के पठन-पाठन, भवन, शिक्षण स्थाफ व छात्र-छात्राओं की उपस्थित #वीडियो
read moreGurudeen Verma
शीर्षक- और तो क्या ? --------------------------------------------------------- खास तुम भी होते साथ में, या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में, और तो क्या ? यह खुशी दुगनी नहीं होती। ये दिन सुकून से गुजर जाते, मगर इस शक की दीवार को तो, तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी, और अपने अहम को भी, छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी। और तो क्या ? लोगों नहीं मिल जाता अवसर, कहानियां नई गढ़ने का, वहम को और बढ़ाने को, लेकिन इसमें हार तो, हम दोनों की ही होती, लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है, मेरे हारने का कोई गम। मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता, मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ , भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ , फिर भी मिल जाये कुछ खुशी, आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए, जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक, और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली, और तो क्या ? हंस लेता मैं भी--------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #लेखक