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Abeer Singh

आजाद कर दो #लव

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Santosh 'Raman' Pathak

Azaad Pooran Singh Rajawat

#mothers_day आजाद शुभकामनाएं #कविता

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Ramnik

HARSH369

#Free मैं आजाद हूं #कविता

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Vijay Kumar उपनाम-"साखी"

कविता रोशनी

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White "रोशनी"
अंधकार तो बहुत है,इस जिंदगी में
फिर भी रोशनी ढूंढ रहे,इस जिंदगी में
अगर भीतर दीप जी रहा हो,बेबसी में
बाह्य रोशनी का क्या फायदा जिंदगी में
यदि भीतर चराग जिंदा खुद की खुदी में
फिर जुगनू रोशनी बहुत गम की घड़ी में
जिसने भीतर जोत जलाई,घनी निशी में
वो बना फिर ध्रुव तारा,फ़लक जमीं पे
जो आखिर तक लड़ा,अमावस निशी से
उसने फैलाई रोशनी,पूनम चंद्र चांदनी से
 आओ लड़े,अपनी अंधेरे जैसी कमी से
फिर कैसे न होंगे,रोशन,अपनी खुदी से
जो लड़ा मृत्यु जैसे विचार खुदखुशी से
उसने ढूंढी खुशी सी रोशनी,आत्म वर्तनी से
दिल से विजय
विजय कुमार पाराशर-"साखी"

©Vijay Kumar उपनाम-"साखी" #कविता रोशनी

Shashi Bhushan Mishra

#आजाद हूँ अब# #शायरी

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अंधेरे की सोहबत से आजाद हूँ अब, 
बेख़बर सुनता कोई फरियाद हूँ अब, 

नहीं है ख़्वाहिश दिखाई दूँ शिखर पे,
मुक़म्मल से घर की बुनियाद हूँ अब, 

फूल कलियों से  चमन में  ताज़गी है, 
दुआओं  के  इत्र  से  आबाद हूँ  अब, 

चाँदनी  उतरी  है  दिल  के  दरीचे में, 
लग रहा  जैसे  कोई  महताब हूँ अब, 

जलने  वाले  इस  क़दर  हैरानगी से, 
देखते  जैसे   कोई   तेजाब  हूँ  अब, 

झुकाते  हैं  शीश  दरवाजे पे आकर, 
नगर सीमा पर खड़ी मेहराब हूँ अब,

ख़त्म  दौर-ए-जहाँ का  करके गुंजन,
ख़ुद से मिलने को बड़ा बेताब हूँ अब, 
      --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
             चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #आजाद हूँ अब#

Baba Singh

#relaxation चांद की रोशनी #शायरी

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Ashok Topno

चिराग❤️‍🔥 की रोशनीwomeninternational #जानकारी

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।।दिल की कलम से।।

रोशनी #शायरी

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रोशनी अक्सर झरोखों से देखती है,
मेरी तंहाईयां मुझको समेटती है।
रोशनी से अब दूरियां बहुत रहती है,
मेरी तंहाईयां मुझे लपेटे रहती है।
अंधेरों से रिश्ता अब बंध सा गया है,
अपनों ने रिश्तों मे जब से तंहा किया है।
रोशनी अब मुझे सुहाती कहाँ है,
सहारा अंधेरों का जबसे हासिल हुआ है।

©।।दिल की कलम से।। रोशनी
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