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Ganesh joshi
White असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय। अर्थ : मुझे असत् से सत् की ओर ले जायें, अंधकार से प्रकार की ओर ले जायें। ©Ganesh joshi #life_quotes असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय। अर्थ : मुझे असत् से सत् की ओर ले जायें, अंधकार से प्रकार की ओर ले जायें।
#life_quotes असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय। अर्थ : मुझे असत् से सत् की ओर ले जायें, अंधकार से प्रकार की ओर ले जायें। #Motivational
read moreKiran Chaudhary
White ओर रही बात चाँद सितारों की तो, मैं तुम्हारे लिए उससे भी कीमती बन जाऊंगी।। ©Kiran Chaudhary ओर रही बात चाँद सितारों की तो..
ओर रही बात चाँद सितारों की तो.. #लव
read moreदूध नाथ वरुण
White मौसम ये सुहानी आ गई, चहुं ओर बहारें छा गई। ऐसे में जो तूने छुआ मुझे,मेरे सैयांजी मैं शर्मा गई।। ©दूध नाथ वरुण #चहुं #ओर #बहारें #छा #गई
Bhanu Priya
White अश्रुओं को चुरा लिया मगर चक्षुओं को न छुपा पाया एक ओर कांच तोड़ती गई एक ओर छल का धागा जोड़ती गई । ©Bhanu Priya #अश्रुओं को चुरा लिया मगर चक्षुओं को न छुपा पाया एक ओर कांच तोड़ती गई एक ओर छल का धागा जोड़ती गई ।
शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन )
कुछ घंटे रो कर लोग चुप हो जायेंगे कुछ दिनों तक तुम्हारे बारे में बाते करेंगे फिर कभी-कभी उन्हें तुम्हारी याद आएगी फिर तुम उनके लिए एक भूली हुई कहानी बन जाओगे ©शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) कड़वा सच मौत ओर जीवन #sheetalchoudhary #मेरेशब्दसंकलन
कड़वा सच मौत ओर जीवन #sheetalchoudhary #मेरेशब्दसंकलन #विचार
read moreRakesh India
White स्त्री के बगैर पुरुष की जिंदगी बेकार है. उसे हमेशा एक स्त्री का साथ चाहिए. फिर वो चाहे मन्दिर हो या संसार. मंदिर में कृष्ण के साथ --> राधा राम के साथ --> सीता शंकर के साथ --> पार्वती सुबह से रात तक मनुष्य को अपने हर काम में एक स्त्री की आवश्यकता होती ही है. पढ़ते समय --> विद्या फिर -> लक्ष्मी और अंत में --> शाँति दिन की शुरुआत ऊषा के साथ, दिन की समाप्ति --> संध्या से होती है. किन्तु काम तो -> अन्नपूर्णा के लिये ही करना है। ©Rakesh India #आदमी#ओर#ओरत का किरदार
#आदमी#ओर#ओरत का किरदार #Motivational
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी सर्व व्यापी अहिंसा ही, जग को जीवित कर सकती है लालच की प्रवर्ति विध्वंसक हो चली रुदन जल थल नभ के जीव करते है प्रतिपादित है सिद्धान्त महावीर के जियो और जीने दो का प्रतिफल जीने की चाह जीवो में भर सकती है अणु व्रतों की ओर जीवन मोड़कर परमाणुओं विस्फोटक शक्ति आत्म रूप में भगवत रूप में महावीर बन सकती है जन्म मरण के काल चक्र से मुक्ति हो सकती है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #God अणुव्रतों की ओर जीवन मोड़कर #nojotohindi
#God अणुव्रतों की ओर जीवन मोड़कर #nojotohindi #कविता
read moreDev Rishi
गुजर गये है गांव से शहर की ओर.... तनख़ा दो से चार हुई है हां शहर की ओर... अपनी मंजिल अक्सर शहर में क्यों मिलती है गांवों की रौनक धुंधली हो चुकी है क्योंकि कि ... सब जा रहा है शहर की ओर ©Dev Rishi #शहर की ओर
#शहर की ओर
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