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Kusum Nishad
White 💔💔💔💔💔💔 सॉरी – “गुस्से को” दुख – “जिंदगी को” गुस्सा – “रिस्ते को” जूठा – “विस्वास को” साथ – “गम को” धोखा – “प्यार को” Facebook – “लाइफ को” Apps – “समय को समाप्त कर देता है इसलिए हमेसा प्यार से सभी के साथ रहे. 💔💔💔💔💔💔 ©Kusum Nishad #love_shayari radha Mourya Alpha_Infinity Vickram Niaz (Harf) Aditya kumar prasad
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Krishna chandra
Bhanu Priya
स्त्री रंगो से भरी धरा रंग इसमें हजारों सबने यहां रंग बुना लेकिन प्रेम ने केवल उसे चुना सबकी पीड़ाएं उसकी हुई उसकी कोई पीड़ा नहीं जैसे शाख वह उस बगिया की बिन उसके बगिया ही नहीं वह सत्य वह शांति वह ऊर्जा वह क्रांति वह शाम वह सवेरा कोई न उस जितना गहरा क्षितिज तक उसका पहरा निशा उससे विदा ले रोशनी उसके बिना नहीं वर्णन उस स्त्री का जिसे पूछता कोई नहीं । ©Bhanu Priya #relaxation Jagdish Thakur Arun Kumar Ƈђɇҭnᴀ Ðuвєɏ Sethi Ji poetrybyakshat
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(दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है ।) तुम जिस दर्द की बात करते हो वो दर्द और कोई भी झेल रहा है । तुम रो के सुना रहे हो कोई और तो चुपचाप इस से खेल रहा है कहीँ आँखें मौन हैं कहीँ आँखें नम हैं । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी के पास रोने के लिए कंधे नहीँ हैं किसी के पास काम धंधे नहीँ हैं । किसी के पास बड़ा घर है तो घर में बंदे नहीँ है । किसी के पास खुला आसमान लेकिन उड़ने के लिए परिंदे नहीँ है । किसी के पास शरीर बड़ा लेकिन अंदर नहीँ दम है । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी के पास रोजगार नहीँ डिग्रियां लिए घूम रहा है किसी के दिल में क़रार नहीँ मयखानों में झूम रहा है । किसी के पास महबूब नहीँ तस्वीर चुम रहा है । बताओ मुझे किस के दिल को सुकूँ रहा है । किसी के पास सुंदर आँगन लेकिन हसीना के पैरों की नहीँ छम-छम है । दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । किसी का भरी जवानी में ही सुहाग उजड़ गया । किसी का बेटा बिगड़ गया । किसी को उसका यार रगड़ गया । कहीँ बेटा बाप से ही अकड़ गया । कहीँ पीने को दवा की शीशी नहीँ कहीँ wine whisky रम है दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । कहीं सड़क पे कोई सर्दी में रात गुज़ार रहा है । चौराहे ओर बैठा भिखारी अपनी उंगलियों से अपने बाल सँवार रहा है । कोई तन्हा है समंदर की रेत पे नाम अपना उभार रहा है । कर्ज़ किसी का था कोई उसको उतार रहा है । बच्चा बाहर अकेला जेल में बंद उसकी माँ शबनम है दुनिया में कितना ग़म है, मेरा ग़म कितना कम है । #mahendra2king ©https://youtube.com/@Mahendra2king?si=W94X-gFeeMLs1EfR #wholegrain Pooja Sharma Shahnaz Mayur Prasad Bhagwat Rakesh Kumar