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हिमांशु Kulshreshtha

जब तुमने..

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White जब फैसला लिया तुमने
मुझसे दूर जाने का ,
धड़कनें मेरे दिल की
मुझसे सवाल करने लगीं ,
क्या जिन्दगी के इस सफर में,
यूँ ही अधूरे रहेंगे रास्ते इश्क़ के
अल्फाज़ ए मोहब्बत की तरह

©हिमांशु Kulshreshtha जब तुमने..

Writer Mamta Ambedkar

#hindi_diwas ए कलम तू भी कमाल करती हैं

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White ए कलम तू भी कमाल है

ए कलम, तू भी क्या कमाल है,
तेरे बिना सब कुछ सवाल है।

तूने रच दी हैं कितनी कहानियाँ,
गहरी भावनाओं की अनंत निशानियाँ।

कभी तूने आँसू बहाए,
तो कभी खुशियों के गीत गुनगुनाए।

हर दर्द को तूने सहलाया,
हर खुशी को पन्नों पर उतारा।

तूने इंक में इतिहास बनाया,
सच को झूठ से अलग दिखाया।

राजा हो या रंक, तेरा सहारा,
हर दिल की बात को तूने सँवारा।

तूने क्रांति की मशाल जलाई,
सोए हुए शोषितों को राह दिखाई।

कभी प्रेम-पत्र, तो कभी वादे,
तेरे बिना अधूरी हैं बातें सारी।

ए कलम, तेरी ताकत को बार बार सलाम,
तू है लेखकों की कल्पनाओं की  गुलाम।

तेरे संग हम पाते हैं पहचान,
हर कविताकारो का तू है सम्मान।

तूने सपनों को पंख दिए,
भावनाओं को अनमोल रंग दिए।

ए कलम, तू सच्ची दोस्त कहलाती है,
हर व्यक्ति को अनमोल पहचान देती है।

राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री 🖊️

©Writer Mamta Ambedkar #hindi_diwas ए कलम तू भी कमाल करती हैं

F M POETRY

#जब छत पे तुम....

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White जब छत पे तुम आ जाते हो ज़ुल्फ़ों को बिखेरे..

चाँद आता है दीदार ही करने को तुम्हारे..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY #जब छत पे तुम....

Bhanu Priya

जब नाम उन पन्नों पर तुम्हारा आया , मुस्कुराऊं -चिल्लाऊं , झुमू या गाउं , फिर किनारे बैठ गई हज़ार बार पंक्ति को पढ़ती रहीं , कभी अश्रु , कभी

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जब नाम उन पन्नों पर तुम्हारा आया ,
मुस्कुराऊं -चिल्लाऊं , झुमू या गाउं ,
फिर किनारे बैठ गई 
हज़ार बार पंक्ति को पढ़ती रहीं ,
कभी अश्रु ,
कभी मुस्कान 
मैं तुमको याद करती रही ,
मैं तुमको याद करती रही ।

©Bhanu Priya जब नाम उन पन्नों पर तुम्हारा आया ,
मुस्कुराऊं -चिल्लाऊं , झुमू या गाउं ,
फिर किनारे बैठ गई 
हज़ार बार पंक्ति को पढ़ती रहीं ,
कभी अश्रु ,
कभी
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