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Deep Bawara
मुझे भी तुम्हारा कहेगा जमाना आरिफ़ अल्वी के अम्मी को चोदेगा जमाना जमाने में मैं भी मिलूंगा कहीं पर आरिफ़ अल्वी के अम्मी का रेट चुकाएगा जमाना चला आऊंगा मिलने किसी रोज तुमसे दीवाना बड़ा आरिफ़ अल्वी के अम्मी का जमाना मोहब्बत से हम तुम जो मिलते रहेंगे दाम क्या चुकाएगा आरिफ़ अल्वी के अम्मी का जमाना गजल कुछ भी ज़माने पर लिखेगा आरिफ़ अल्वी उसकी अम्मी पर चढ़ेगा बावरा देखेगा जमाना ©Deep Bawara #yqdidi #yqbaba #yqaestheticthoughts #nojotihindi #Nojoto #ग़ज़ल #शेर #शायरी
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read moreAakriti Rai
White पिता, एक मात्र शब्द नहीं, बच्चे का पुरा संसार है पिता के होने से, माँ भी बेफिक्र है बच्चे संस्कार वाले हो या सत्यानाश करने वाले हो सब कुछ पिता पे निर्भर है पिता वो दीपक के भाँति है, जो खुद अंधेरे तले रह कर, अपने बच्चो के संसार को प्रज्वलित करते हैं कहते हैं उनकी फटकार हो या पिटाई जब पड़े तभी बच्चे निखरते हैं पर आज कल हम बच्चे कहा ये समझते हैं द्वेष रख फटकार का बुढ़ापे में उन्हे सताते हैं उसी पिता को जो सुखी रोटी खा हमें पिज़्ज़ा खिलाते हैं जिस पिता के छत्री में हम शानों शौकत से जीते थे उन पिता को जरूरत पड़ने पर बेबस लाचार बनाते हैं क्या पता उस उपरवाले को कैसे मुह दिखाएंगे जब खुद ऐशो आराम में जीकर पिता को भिखारी बताते हैं ©Aakriti Rai #fathers_day #FathersDay @ Kalpna Tyagi सुधा भारद्वाज"निराकृति" Pooja Udeshi RAHUL Nitin GUPTA Krishnadasi Sanatani
#fathers_day #FathersDay @ Kalpna Tyagi सुधा भारद्वाज"निराकृति" Pooja Udeshi RAHUL Nitin GUPTA Krishnadasi Sanatani #कविता
read moreDr.Javed khan
White ग़ज़ल(तस्कीन ए दिल) तस्कीन ए दिल का इंतजाम करे कोई, आज फिर बदनाम सर ए आम करे कोई। गम ए दिल में अब नहीं कोई पैगाम, वो आ गए सर ए बाम क्लाम करे कोई। दिल से जाती रही हर ख्वाहीस ए नाम, बीती हर शाम अपने नाम करे कोई। आखिर लब पे आ ही गया वो नाम, किस्सा हुआ तमाम दुआ सलाम करे कोई अब इस दिल को नही ज़रा भी आराम, ढल चुकी शाम इंतजाम ए जाम करे कोई। ©Dr.Javed khan #शायरी #Shayari #हिंदी #hindi #ग़ज़ल #ghazal
शायरी Shayari हिंदी hindi ग़ज़ल ghazal
read moremr.writer Sumit Shukla Nihal
#shreekrishna #jaishreekrishna Internet Jockey Sethi Ji प्रदीप भारद्वाज "हुड़दंगी" Prem kumar gautam official manoj Nautiyal #विचार
read moreHintsOfHeart.
"हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया" ( I needed my friends' help today; They were no friends, they turned away.) ©HintsOfHeart. #पं_हरिचंद_अख़्तर #जन्म_जयंती #उर्दू ग़ज़ल के प्रसिद्ध कवि और पत्रकार।
#पं_हरिचंद_अख़्तर #जन्म_जयंती #उर्दू ग़ज़ल के प्रसिद्ध कवि और पत्रकार। #शायरी
read moreAakriti Rai
Kharna poojaKriti Kalpna Tyagi सुधा भारद्वाज"निराकृति" Shayar Abhiraaj Kashyap Pooja Udeshi #वीडियो
read moreJashvant
White दाग़ दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले हम को तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले हम तरसते ही तरसते ही तरसते ही रहे वो फ़लाने से फ़लाने से फ़लाने से मिले ख़ुद से मिल जाते तो चाहत का भरम रह जाता क्या मिले आप जो लोगों के मिलाने से मिले माँ की आग़ोश में कल मौत की आग़ोश में आज हम को दुनिया में ये दो वक़्त सुहाने से मिले कभी लिखवाने गए ख़त कभी पढ़वाने गए हम हसीनों से इसी हीले बहाने से मिले इक नया ज़ख़्म मिला एक नई उम्र मिली जब किसी शहर में कुछ यार पुराने से मिले एक हम ही नहीं फिरते हैं लिए क़िस्सा-ए-ग़म उन के ख़ामोश लबों पर भी फ़साने से मिले कैसे मानें कि उन्हें भूल गया तू ऐ 'कैफ़' उन के ख़त आज हमें तेरे सिरहाने से मिले ©Jashvant ग़ज़ल ( माँ )
ग़ज़ल ( माँ ) #Life
read moreK L MAHOBIA
White लगी आग घर में उसे तो बुझा दो। बुझा दीप घर का उसे तो जला दो। कहां से चले थे कहां आ गए हम जगे तम कहर की खबर को छुपा दो। जहां में भले की करो बात हर-दिन इसी से जहां से , बुरे को मिटा दो। खुशी है जहां में न शिकवा शिकायत भली ज़िन्दगी है जहां फिर निभा दो। सज़ा क्या लिखा है उसे तुम मुझे भी लिखी तो नहीं है किसी को वफ़ा दो। मिटा जिंदगी इश्क में आदमी है। उसी आदमी का मुझे तुम पता दो। दवा से बड़ी चीज हमको मिली है। मिटे रोग उसका कि ऐसी दवा दो। ✍️ के एल महोबिया ©K L MAHOBIA #ग़ज़ल - के एल महोबिया
Aakriti Rai
पुकार रहीं हुँ तुम्हें, तुम ना सुनों वो अलग बात है निहारुं एक टक तुम्हें, तुम ना देखो वो अलग बात है मेरे लिये इस भीड़ भरी दुनिया में अकेले तुम मेरे हो, तुम्हारे लिये करोड़ो की भीड़ है ,वो अलग बात है मेरा अखिरी सहारा तुम हो,तुम्हें मेरी ज़रुरत नहीं ,वो अलग बात है तुम ही मेरी उम्मीद हो ,तुम्हारी ऐसी कोई मज़बूरी नहीं ,वो अलग बात है दर पर हुँ तुम्हारे ,पर ऐसा मुझमें कुछ खास नहीं, वो अलग बात है मेरी एक मात्र मन्ज़िल तुम हो मेरे कृष्ण ,पर जगत मे भटक रहीं हुँ, वो अलग बात है मेरे प्रेम तुम हो, तुम्हारे लिये प्रेमी के कतार में आखिरी नाम मेरा है, वो अलग बात है मेरे ह्रदय में सिर्फ तुम हो, तुम्हारे ह्रदय तक ना पहुँच पायी ,वो अलग बात है मेरी नाराज़गी तुमसे है, तुम नाराज़ नहीं होते ,वो अलग बात है मेरी सेवा भी अधुरी रह जाती है, तुम कृपा पुरी करते हो,वो अलग बात है ©Aakriti Rai #Hope devotion #devotees Pooja Udeshi Sudha Tripathi Krishnadasi Sanatani सुधा भारद्वाज"निराकृति" Rakesh Srivastava