Nojoto: Largest Storytelling Platform

New व्यापार Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about व्यापार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, व्यापार.

    LatestPopularVideo

Ravendra

व्यापारी पर जानलेवा हमले करने वाला आरोपी पुलिस के चंगुल में #वीडियो

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर । बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।। संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात । बूँद-बूँद से भर घड़ा #कविता

read more
White दोहा :-

ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर ।
बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।।

संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात ।
बूँद-बूँद से भर घड़ा , आयी है बरसात ।।

रोते फिरते आज जो, नही पास व्यापार ।
बैठे-बैठै लोग वह , वृक्ष करें तैयार ।।

काम बड़ा छोटा नहीं , करो समय से काम ।
याद रखें ये आप भी , साथ रहें श्री राम ।।

अधिक हुआ विज्ञान अब , आगे दिखे विनाश ।
सोच-सोच मानव सभी , होने लगे निराश ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :-

ये जो तेरी आँख में , भर आया है नीर ।
बिन इसके संसार में , खूब उठेगी पीर ।।

संकट ये गंभीर है , मानो मेरी बात ।
बूँद-बूँद से भर घड़ा

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

चौपई /जयकरी/जयकारी छन्द :- जिसमें व्यापारी का काम । उसको करना दूर प्रणाम ।। घोलो सत्तू पीलो आज । पेट दर्द का करो इलाज ।। बाजारों में देख #कविता

read more
White चौपई /जयकरी/जयकारी छन्द :-
जिसमें व्यापारी का काम । उसको करना दूर प्रणाम ।।
घोलो सत्तू पीलो आज । पेट दर्द का करो इलाज ।।
बाजारों में देख उछाल , कहे शुद्ध है मेरा माल ।।
सब्जी-भाजी है अब काल । सबसे अच्छी सुंदर दाल ।।
कैसे सब हो आज अचेत , स्वस्थ प्रति रहो सभी सचेत ।।
ध्यान लगाकर सुन लो बात । करे मिलावट सीधे घात ।।
मिली-जुली सरकारे आज , पहने बैठी किस्मत ताज ।।
वही मिलेगी वट की छाँव , आओ लौट चले हम गाँव ।।
हैंडपंप का पानी स्वच्छ ,  मिनिरल पानी लगता तुच्छ ।।
ढ़ेले वाला लाओ नोन , करो बी पी को ग्रीन जोन ।।
अपने बदलो अभी विचार , संकट में है यह संसार ।।
वृक्ष लगाओ मिलकर चार । करो प्रकृति से सब मनुहार ।।
दाना-दाना होगी रास , पूर्ण तभी हो जीवन आस ।।
माया नगरी की सौगात , करती सीधा दिल पे घात ।।
सब में बसतें हैं श्री राम , हाथ जोड कर करो प्रणाम ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR चौपई /जयकरी/जयकारी छन्द :-


जिसमें व्यापारी का काम । उसको करना दूर प्रणाम ।।

घोलो सत्तू पीलो आज । पेट दर्द का करो इलाज ।।

बाजारों में देख

Sudarshan Harbade

 हिंदुस्तानी व्यापारियों की जमीन छीनी जा रही है #rajivdixit #Rajivdixitji #विचार

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

सरसी छन्द गीत :- निकल रहा है धन काला अब ,मोदी जी को देख । काँप रहे गद्दार राज्य में , योगी जी को देख । #कविता

read more
सरसी छन्द गीत :-
निकल रहा है धन काला अब ,मोदी जी को देख ।
काँप रहे गद्दार राज्य में , योगी जी को देख ।
निकल रहा है धन काला अब....

मैं जनता का हूँ सेवक जो , भरते रहे हुँकार ।
घर के उनसे निकल रहा है , नोटों का भण्डार ।।
क्या कहें चमत्कार हुआ या,  बिगड़ी इनकी रेख ।
निकल रहा है धन काला ....

खूब उठाते हैं उँगली यह , मोदी पे कुछ लोग ।
जनता सेवा करने में जो , किए खूब उपभोग ।।
घर पर तो व्यापार नही था , बदली कैसी रेख ।
निकल रहा है धन काला अब ......

सोच नहीं जो हम तुम पाये , मोदी ने ली सोच ।
कुछ तो गड़बड़ भैय्या मेरे , आयी कैसी लोच ।।
मार-मार कर मंतर कैसे , बनकर बैठे शेख़ ।
निकल रहा है धन काला अब ...

निकल रहा है धन काला अब ,मोदी जी को देख ।
काँप रहे गद्दार राज्य में , योगी जी को देख ।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR 

सरसी छन्द गीत :-

निकल रहा है धन काला अब ,मोदी जी को देख ।

काँप रहे गद्दार राज्य में , योगी जी को देख ।

HARSH369

#Morning कि तरह व्यापार #विचार

read more

Bharat Bhushan pathak

#City अब खो गया है कहीं! वो शान्त सा गाँव जहाँ रिश्तों की चौपाल लगा करती थी। शहर सा ही हर ओर नजारा है, जहाँ भोले-भाले लोग नहीं मँझे हुए व्या #SAD

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।। मानव सेवा करने को अब... हम आज तुम्हारे शुभचिंतक , #कविता

read more
White गीत :-
मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार ।
देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।।
मानव सेवा करने को अब...

हम आज तुम्हारे शुभचिंतक , करो न हमसे बैर ।
सबको हृदय बसाकर रखता , कहीं न कोई गैर ।।
पाँच-साल में जब भी मौका, मिलता आता द्वार ।
खोल हृदय के पट दिखलाता , तुमको अपना प्यार ।।
मानव सेवा करने को अब ...

देखो ढ़ोंगी और लालची , उतरे हैं मैदान ।
उनकी मीठी बातों में अब , आना मत इंसान ।।
मुझको कहकर भला बुरा वह , लेंगें तुमको जीत ।
पर उनकी बातें मत सुनना, होगी तेरी हार ।
मानव सेवा करने को अब.....

सब ही ऐसा कहकर जाते , किसकी माने बात ।
सच कहते हो कैसे मानूँ , नहीं करोगे घात ।।
अब जागरूक है ये जनता ,ये तेरा व्यापार ।
अपनों को तो भूल गये हो , हमे दिखाओ प्यार ।।
मानव सेवा करने को अब ....

सच्ची-सच्ची बात बताओ , इस दौलत का राज ।
मुश्किल हमको रोटी होती , सफल तुम्हारे काज ।।
सम्पत्तिन तुम्हारे पिता की, और नहीं व्यापार ।
हमकों मीठी बात बताकर , लूटो देश हमार ।
मानव सेवा करने को अब.....

मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार ।
देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।।

२०/०४/२०२४    -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार ।

देख रहा हूँ गली मुहल्ले ,  होता खूब प्रचार ।।

मानव सेवा करने को अब...


हम आज तुम्हारे शुभचिंतक ,

Ravendra

निर्वाचन-2024 एवं आगामी त्यौहार ईद, चैत्र नवरात्रि,अंबेडकर जयंती को शान्ति एवम् सुरक्षित वातावरण में सम्पन्न कराने तथा आदर्श आचार संहिता के #वीडियो

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल:- ज़िन्दगी की मुश्किलें वे ज़िन्दगी में रह गई  । मौत आकर देख लो सबसे यही तो कह गई ।। प्रेम करना है अगर तो राम का बस नाम लो । इस जहाँ की प #शायरी

read more
ग़ज़ल:-
ज़िन्दगी की मुश्किलें वे ज़िन्दगी में रह गई  ।
मौत आकर देख लो सबसे यही तो कह गई ।।

प्रेम करना है अगर तो राम का बस नाम लो ।
इस जहाँ की प्रीति तो अब आसुओं में बह गई ।।

कल तलक जो थी मदद अब तो वही व्यापार है ।
स्वार्थ के इस दौर में वो भी दीवारें ढह गई ।।

देखता हूँ मैं यहाँ बूढ़े कभी माँ बाप जो ।
मान लेता देवियाँ औलाद का दुख सह गई ।।

दिख रहे थे सब मुझे दुर्बल इसी संसार में ।
एक ये दुर्लभ प्रखर था  देख लो वो पह गई ।।
३०/०३/२०२४       -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल:-
ज़िन्दगी की मुश्किलें वे ज़िन्दगी में रह गई  ।
मौत आकर देख लो सबसे यही तो कह गई ।।

प्रेम करना है अगर तो राम का बस नाम लो ।
इस जहाँ की प
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile