Find the Latest Status about बहुआयामी गरीबी सूचकांक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बहुआयामी गरीबी सूचकांक.
Dr. uvsays
Kammal Kaant Joshii
गरीबी हटाओ #sarcasm #political #politicalmeme #election2024 #Funny #कॉमेडी
read moreअमित कुमार
White मोहब्बत की एक चिंगारी ने मेरे दिल का वजूद मिटा दिया गरीबों के लिए नही है उल्फत ये तुमने मुझे बता दिया। सब कहते हैं प्यार मे अमीरी गरीबी की कहीं दीवार नहीं अमिरों का है आमिर से रिश्ता ये तुमने मुझे दिखा दिया।। ©अमित कुमार अमिरी गरीबी
अमिरी गरीबी #शायरी
read more–Muku2001
जो कहना हैं वो कह दो हां मैं कंजूस हूं हा मैं मक्खी चूस हूं क्योंकी मैंने गरीबी को बहुत करीब से जो देखा हैं ! ©–Muku2001 #poor #Life #Life_experience #Quote #Nojoto #गरीबी #muku2001 #story #status #nojohindi hindi
#poor Life #Life_experience #Quote #गरीबी #muku2001 #story #status #nojohindi hindi
read moreneelu
पहले ज्ञान जानकारी, तथ्य, सच और झूठ इन में विभाजित थ1 now ज्ञान अमीर गरीबी में भी विभाजीत हो गया ©neelu #truecolors पहले ज्ञान जानकारी, तथ्य, सच और झूठ इन में विभाजित थ1 now ज्ञान अमीर गरीबी में भी विभाजीत हो गया
#truecolors पहले ज्ञान जानकारी, तथ्य, सच और झूठ इन में विभाजित थ1 now ज्ञान अमीर गरीबी में भी विभाजीत हो गया #Life
read moreArshemah '
आंखों में बस गई है रात इसे कोई तो निकाल दो दिन को याद कर सकूं ऐसी कोई मिसाल दो जो कभी न जी सका ऐसा पल उतार दो जो तुमपे फब नहीं रहे वो दर्द मुझ पे वार दो सच जो थक के सो गया अब ना उठ सकेगा वो तर्क तुम हज़ार दो तुमको जो ना भा रहा उसका ही उपहार दो मैं भी कुछ तो जी सकूं जिंदगी उधार दो Arshemah Siddiq Adab ©Arshemah ' #विकास #गरीबी #मोटिवेशनल #कविता
विकास गरीबी मोटिवेशनल कविता
read moreSumit Kumar
हम तो मरने के बाद भी खुश होंगे क्यू कि जीना मुश्किल होता है गरीबी मेरे दोस्त 🫂😥😥😥 ©Sumit Kumar #सुमितकुमार गरीबी बहुत रुलाती है
#सुमितकुमार गरीबी बहुत रुलाती है #ज़िन्दगी
read morePraveen Jain "पल्लव"
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. पल्लव की डायरी मुस्कराने की बजह बने तीज त्योहार गमो को भूलाना है गरीबी में तब भी हम जीते थे मगर अवसाद और डिप्रेशन में नही जाते थे समाजिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि ऐसी थी हम सबके दुख दर्द को गले लगाते थे ये त्योहारो और संस्कृति का जो चलन है उसमे हम जाति पाती और मजहब से ऊपर कौमो का मेला लगाते थे होली को फ़ूडता और उदण्डता का त्योहार बताकर लोग हमें पिछड़ा और जंगली होने की तोहमत लगा जाते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #holi2024 तब गरीबी में हम अवसाद और डिप्रेशन में नही जाते थे #nojotohindi
#holi2024 तब गरीबी में हम अवसाद और डिप्रेशन में नही जाते थे #nojotohindi #कविता
read more