Find the Latest Status about alka yagnik akhiyaan milaoon kabhi from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, alka yagnik akhiyaan milaoon kabhi.
Vikram vicky 3.0
जिंदगी अब तुझसे कोई गिला ही नहीं अगर तू बेवफा है तो फिर बेवफा ही सही Vr... ©Vikram vicky 3.0 #covidindia mannu nagar Alka pandey जयश्री_RAM Sonika pal #Rahul
#covidindia mannu nagar Alka pandey जयश्री_RAM Sonika pal #Rahul
read moreShubham Raj Tiwari
Unsplash जब शौक के लिए समय न मिले तो समझ लेना, "Life का Best Chapter शुरू हो गया है" •§ शुभम राज तिवारी §• ©Shubham Raj Tiwari #Book priya Neel Neha verma Alka pandey –Varsha Shukla
#Book priya Neel Neha verma Alka pandey –Varsha Shukla
read morearvind bhanwra ambala. India
White काली रातों की गहराइयों में, एक सफेद निशान, मंजिल को बता रहा है ना थको,ना रुको, शायद जुबान है उसकी श्रम,मेहनत, मंजिल को पाने का जुनून है हर पाथी को वो जोर-जोर बतला रहा है। ©arvind bhanwra ambala. India motivational angel rai Heer Alka pandey Rakesh Srivastava TeacherShailesh
motivational angel rai Heer Alka pandey Rakesh Srivastava TeacherShailesh
read moreRiyanka Alok Madeshiya
White कभी-कभी -------------- कभी-कभी बस यूँ ही बैठे-बैठे मैं गुम हो जाती हूँ एहसासों की एक अनोखी दुनियाँ में अन्त से भयहीन- मैं खड़ी होती हूँ; आरम्भ पर एक अस्तब्ध नदी होती हूँ जो ऊंचे शिखर से निकाल कर, विशालकाय समुद्र में मिल कर, अपना आकार दोगुना कर रही होती है एक पंछी होती हूंँ जो निर्बाध हवाओं को चीरती हुई, अपने परों से आसमान को खुरच रही होती है वहाँ की अन्तहीन हरियाली तो जैसे ऊपर के नीले रंग को अपनी रंगत से फीका कर रही होती हैं उस हरियाली के सबसे ऊँचे हिस्से पर लगे हुए झूले में; झूलते समय मेरे पैरों के अंगूठे बादल छू रहे होते हैं जिसके कारण बादलों में छुपा , जल- कण नीचे आ कर के हरे रंग की गहराई बढ़ा रहा होता है उन रम्य क्षणों में मैं- मैं अपने सारे गुनाहों से मुक्त और दर्द से बेसुध होती हूँ जीवन के सारे संघर्ष लापता होते हैं उस अनोखी दुनियाँ के शब्दकोश में, असम्भव शब्द ही अनुपस्थित होता है सौंदर्य युक्त उन क्षणों से- मुझे इतना मोह हो आता है कि- इच्छा होती है ; पिघल जाऊँ और रम जाऊॅं ;उस सागर में, उस हरियाली में ,उन बादलों में और बस वही की होकर रह जाऊँ बस यूँ ही बैठे-बैठे कभी-कभी मैं.... रियंका आलोक मदेशिया ©Riyanka Alok Madeshiya #Kabhi #Sapna