Find the Latest Status about महाविद्यालयीन परीक्षा कधी होणार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, महाविद्यालयीन परीक्षा कधी होणार.
royal_shetkari
Unsplash तुला बुडणे कुठे नवीन आहे, संकटाना तुडविणे कुठे नवीन आहे कधी नशिबी कोरडा 🌾 कधी ओला दुष्काळ आहे तुझ्या अश्रूंना कुठे ओलावा नवीन आहे 🌱🌿 ©royal_shetkari #snow तुला बुडणे कुठे नवीन आहे, संकटाना तुडविणे कुठे नवीन आहे कधी नशिबी कोरडा 🌾 कधी ओला दुष्काळ आहे तुझ्या अश्रूंना कुठे ओलावा नवीन आहे 🌱#नश
#snow तुला बुडणे कुठे नवीन आहे, संकटाना तुडविणे कुठे नवीन आहे कधी नशिबी कोरडा 🌾 कधी ओला दुष्काळ आहे तुझ्या अश्रूंना कुठे ओलावा नवीन आहे 🌱नश
read moreSunil Kumar Maurya Bekhud
परीक्षा मानव जीवन में कदम कदम पर होती सदा परीक्षा बिना परीक्षा पूर्ण न होती है कोई भी शिक्षा कोई परीक्षा लिखित है होती कोई होती मौखिक सबका असर व्यक्ति पर होता दैहिक दैविक भौतिक कोई प्रश्न सरल होता तो कोई होता संकीर्ण अनुत्तीर्ण होता है कोई कोई होता उत्तीर्ण कोई परीक्षा से डरता है कोई करे ना चिंता कोई देता रोज परीक्षा संख्या कभी न गिनता बेखुद कठिन परीक्षा होती है मंजिल की सीढ़ी और कठिन होती जाती है यह पीढ़ी दर पीढी़ ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #परीक्षा
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Unsplash "शमा"सुधर क्यूं नहीं जाता ये मुआश्रा.....? मैने हर बलिवेदी पर बिन्त_हव्वा को अग्नि परीक्षा देते देखा है...?? #Shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Book "शमा"सुधर क्यूं नहीं जाता ये मुआश्रा,मैने हर बलिवेदी पर बीन्त हव्वा को अग्नि परीक्षा देते देखा है...?? #Shamawritesbebaak
#Book "शमा"सुधर क्यूं नहीं जाता ये मुआश्रा,मैने हर बलिवेदी पर बीन्त हव्वा को अग्नि परीक्षा देते देखा है...?? #shamawritesBebaak
read moreAshtvinayak
N S Yadav GoldMine
Unsplash {Bolo Ji Radhey Radhey} ये कलयुग हैं:- जनाब यहां दूसरे की तकलीफ को कर्मो का फल कहते हैं, अपनी तकलीफ़ को भगवान की परीक्षा बताते हुए पाये जाते, ये आजकल की विडंबना है, जो लोगों ने अपनी आदत व विचारों में शामिल कर लिया है।। जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #Book {Bolo Ji Radhey Radhey} ये कलयुग हैं:- जनाब यहां दूसरे की तकलीफ को कर्मो का फल कहते हैं, अपनी तकलीफ़ को भगवान की परीक्षा बताते हुए पाय
#Book {Bolo Ji Radhey Radhey} ये कलयुग हैं:- जनाब यहां दूसरे की तकलीफ को कर्मो का फल कहते हैं, अपनी तकलीफ़ को भगवान की परीक्षा बताते हुए पाय
read moreMayuri Bhosale
कधी कधी....🤷 कधी कधी वाटते व्हावे फुलपाखरू, 🦋 बागेत फिरताना स्वतःला कशी मग सावरू. कधी कधी वाटते व्हावे पक्षी, 🕊️ बंधन सारे मोडून फिरेन मोकळ्या आकाशी. कधी कधी वाटते व्हावे नदी, 🌊 प्रवाहाबरोबर वाहताना येईल ना मदतीला झाडाची फांदी. कधी कधी वाटते व्हावे डोंगर, ⛰️ मायेच्या कुशीत जवळ घेऊनी कोणी मारेल का फुंकर. कधी कधी या मनाच्या खेळात बरेच काही जाते वाटून, विचारांच्या वादळाने येतो मग कंठ दाटून. ©Mayuri Bhosale #कधी कधी...
#कधी कधी...
read moreMiMi Flix
"चंचल मोंटू और जादुई फल" - एक चंचल बंदर मोंटू और उसकी दोस्त चुटकी एक अजीब चमकीले फल को पाने की कोशिश में एक अनोखी चुनौती का सामना करते हैं।
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
शब्द एक जैसे अर्थ होते अलग अलग, शौक = रुचि, शौक मर्जी कलम=वस्तु ,कलम=लिखावट भाषा शैली स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित शीर्षक श
read moreParasram Arora
White पवित्र सीता की अग्नि परीक्षा कराने का निर्णय नयाय संगत नहीं था हो सकता हैँ ये फैसला राम की रुग्ण मानसिकता का न परिंणाम हो ©Parasram Arora अग्नि परीक्षा
अग्नि परीक्षा
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
स्वलिखित हिन्दी रचना शीर्षक समय विधा विचार भाव वास्तविक अभी शून्य है तरु समय पक्ष में नहीं अपने जब होगा दुख भरे संघर्षों में थोड़ा सुक
read more