Nojoto: Largest Storytelling Platform

New mahabharat e 82 Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about mahabharat e 82 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.

Sam

#dikhawa e mohabbat

read more

Shilpa Priya Dash

#Pyar-e-badnam

read more
Unsplash हाँ, मोहब्बत करती थी मैं तुझसे,
पर अब बची है सिर्फ शिकायत।
हाँ, अपना मानती थी तुझे,
पर अब रह गई है सिर्फ नफ़रत।

तेरी रूह, तेरी परछाई, तेरा जिस्म, तेरी रुसवाई,
सबने दिखाया है अपना-अपना वाहवाही,
अब टूट चुकी हूँ तेरी वफ़ा के हर धोखे से,
अब बस सुकून चाहिए तेरे साये के फ़ासले से।

©psshhh...it's me #pyar-e-badnam

Entertainment Adda

e

read more

NOTHING

Kamal Vasuniya

#Hop#e

read more

Gurudayal Sagar

V. E

read more

Avinash Jha

कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था,
दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था।
धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन,
सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन।

व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया,
भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया।
मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ,
किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ?

पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना,
पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना?
जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए,
आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए।

"हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई,
जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई।
क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा,
जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?"

अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल,
धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल।
कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से,
"जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है।

हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो,
धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो।
यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है,
तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है।

©Avinash Jha #संशय
#Mythology  #aeastheticthoughtes #Mahabharat #gita #Krishna #arjun

Kevina Chawhte

e e e

read more

maruti

lov e

read more

Sam

#safar e zindagi

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile