Find the Latest Status about कांटेदार झाड़ियां from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कांटेदार झाड़ियां.
Gufran jameel
#insan #zindagi इन्सान की ज़िन्दगी एक ख़ाली पड़ी ज़मीन की तरह है। या तो आप इस ज़मीन पर नैक आमाल की फ़सल उगाने के लिए भरपूर मेहनत और उसकी निग
Raj 94myfm
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat अकेले है तो क्या कम तो नहीं कहीं रास्ते वीरान है तो चलना आता हमें वहीं हिम्मत कर जोश भरा है जहन में यहीं कहीं मिलती है उम्मीद ख़ुद से ही जलना भी तो है यहीं सीखते गिरते हाफते घबराते नहीं कहीं ज़िन्दगी की तलाश हर्षिता निकल पड़ी अकेली वहीं रास्ते पथरीले हो या कटिली झाड़ियां सही वहीं ना जाने कितने इरादे मज़बूत लेकर सिद्धांत ख़ुद के बनाती यहीं ©️ जज़्बात ए हर्षिता अकेले हैं तो क्या, अकेले का भी जीवन है... #अकेलेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshit
one sided love
Kajal The Poetry Writer
प्रेम, परवरिश और परवाह ये तीनों ऐसे शब्द हैं,, जो इंसान के जीवन को रातरानी सा महका सकते हैं।। या फिर नागफनी सा कांटेदार।। जो देखने में कितने भी खूबसूरत हो। पर उनका स्पर्श उनकी वास्तविकता को जगजाहिर कर देता हैं। क्योंकि परिवार से सीखी प्रेम की भावना व्यक्ति को सराहना दिलाती हैं। बचपन में माता –पिता से मिली परवरिश उसे जीवन के हर मोड़ पर मिलने वाले राहगीर का सम्मान करना सीखा देती हैं।।।और परवाह,, इंसान को ऐसा व्यक्तित्व बनाती हैं,, जो आपनो की जान,, बड़ो का मान। हर किसी के दिल पर राज करने के योग्य बना देती हैं।। ©KAJAL The poetry writer प्रेम, परवरिश और परवाह ये तीनों ऐसे शब्द हैं,, जो इंसान के जीवन को रातरानी सा महका सकते हैं।। या फिर नागफनी सा कांटेदार।। जो देखने में कि
Vandana
यह तेरा घर यह मेरा घर किसी को देखना हो अगर आकर मांग ले मुझसे मेरी नजर तेरी नजर बचपन में कभी प्रकृति के पास खेलते खेलते जंगल में झाड़ियों में घूमते घूमते पत्तों से घास फूस से छोटी-छोटी टहनियों से घर बना दिया करते थे वह
Manjeet Sharma 'Meera'
अशेष_शून्य
~© Anjali Rai (शेष अनुशीर्षक में) मेरी सांवली आंखो में आज खुद मैं ही बह रही थी; और तुम किनारे खड़े इन लहरों पर लिख रहे थे एक "कविता"। इस प्रणय अलाप में
Pramod Kumar
Vandana
गुम हो गई होठों से हंसी चेहरे से मुस्कुराहट हर तरफ छाई उदासी हर नजर है प्यासी सुनसान गुमनाम सी जिंदगी में चेहरे में उदासी सी आंखों में नमी सी,, हर सरगम कि लय अधूरी सी हर गीत के स्वर बिखरे से,,, खो गया चंचल बांकपन रह