Nojoto: Largest Storytelling Platform

New कांटेदार झाड़ियां Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about कांटेदार झाड़ियां from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कांटेदार झाड़ियां.

    PopularLatestVideo

Gufran jameel

#insan #Zindagi इन्सान की ज़िन्दगी एक ख़ाली पड़ी ज़मीन की तरह है। या तो आप इस ज़मीन पर नैक आमाल की फ़सल उगाने के लिए भरपूर मेहनत और उसकी निग

read more
 #insan #zindagi
इन्सान की ज़िन्दगी एक ख़ाली पड़ी ज़मीन की तरह है। या तो आप इस ज़मीन पर नैक आमाल की फ़सल उगाने के लिए भरपूर मेहनत और उसकी निग

Raj 94myfm

उपयोगी जड़ी बूटियों झाड़ियों एवं वृक्षों की कमी के कारण कतिपय स्थानों पर सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। ऐसे स्थानों पर वनस्पति के नाम पर

read more
उपयोगी जड़ी बूटियों झाड़ियों एवं वृक्षों की कमी के कारण कतिपय स्थानों पर सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। ऐसे स्थानों पर वनस्पति के नाम पर

Harshita Dawar

अकेले हैं तो क्या, अकेले का भी जीवन है... #अकेलेहैं #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshit #jazzbaat

read more
Written by Harshita ✍️
#Jazzbaat
अकेले है तो क्या कम तो नहीं कहीं
रास्ते वीरान है तो चलना आता हमें वहीं

हिम्मत कर जोश भरा है जहन में यहीं कहीं
मिलती है उम्मीद ख़ुद से ही जलना भी तो है यहीं

सीखते गिरते हाफते घबराते नहीं कहीं
ज़िन्दगी की तलाश हर्षिता निकल पड़ी अकेली वहीं

रास्ते पथरीले हो या कटिली झाड़ियां सही वहीं
ना जाने कितने इरादे मज़बूत लेकर सिद्धांत ख़ुद के बनाती यहीं

©️ जज़्बात ए हर्षिता अकेले हैं तो क्या,
अकेले का भी जीवन है...
#अकेलेहैं #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

Written by Harshit

one sided love

भाषा शैली और लेखन के धोखे में कितनी ही साउथ डेल्ही की रहीशजादिया राजौरी मेट्रो के नीचे कुल्चे लगाने वाले भइया से सेट हो गई , इसीलिए सावधान र #Shuats

read more
भाषा शैली और लेखन के धोखे में कितनी ही साउथ डेल्ही की रहीशजादिया राजौरी मेट्रो के नीचे कुल्चे लगाने वाले भइया से सेट हो गई , इसीलिए सावधान र

Kajal The Poetry Writer

प्रेम, परवरिश और परवाह ये तीनों ऐसे शब्द हैं,, जो इंसान के जीवन को रातरानी सा महका सकते हैं।। या फिर नागफनी सा कांटेदार।। जो देखने में कि #Sunrise #विचार

read more
प्रेम, परवरिश और परवाह
ये तीनों ऐसे शब्द हैं,, 
जो  इंसान के जीवन को रातरानी सा महका सकते हैं।।
या फिर नागफनी सा कांटेदार।।
 जो देखने में कितने भी खूबसूरत हो। पर उनका स्पर्श उनकी वास्तविकता को जगजाहिर कर देता हैं।
क्योंकि परिवार से सीखी प्रेम की भावना व्यक्ति को सराहना दिलाती हैं।
बचपन में माता –पिता से मिली परवरिश उसे जीवन के हर मोड़ पर मिलने वाले राहगीर का सम्मान करना सीखा देती हैं।।।और
परवाह,,
इंसान को ऐसा व्यक्तित्व बनाती हैं,,
 जो  आपनो की जान,,
बड़ो का मान। 
   हर किसी के दिल पर राज करने के योग्य बना देती हैं।।

©KAJAL The poetry writer प्रेम, परवरिश और परवाह
ये तीनों ऐसे शब्द हैं,, 
जो  इंसान के जीवन को रातरानी सा महका सकते हैं।।
या फिर नागफनी सा कांटेदार।।
 जो देखने में कि

Vandana

बचपन में कभी प्रकृति के पास खेलते खेलते जंगल में झाड़ियों में घूमते घूमते पत्तों से घास फूस से छोटी-छोटी टहनियों से घर बना दिया करते थे वह #bachpankiyaadein

read more
यह तेरा घर यह मेरा घर किसी को देखना हो अगर 
आकर मांग ले मुझसे मेरी नजर तेरी नजर बचपन में कभी प्रकृति के पास खेलते खेलते
जंगल में झाड़ियों में घूमते घूमते

पत्तों से घास फूस से छोटी-छोटी टहनियों से
घर बना दिया करते थे

वह

Manjeet Sharma 'Meera'

#ग़ज़ल 221 2121 1221 212 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 आब-ओ-हवा-ए-गुलसिताँ गो पुरबहार है। गुल दिल के गर न खिल सके तो ख़ारज़ार है। ता-उम्र भागते रहे बाहर

read more
mute video

अशेष_शून्य

मेरी सांवली आंखो में आज खुद मैं ही बह रही थी; और तुम किनारे खड़े इन लहरों पर लिख रहे थे एक "कविता"। इस प्रणय अलाप में #yqhindipoetry #yqaestheticthoughts #paidstory #अशेष_शून्य

read more

~© Anjali Rai
(शेष अनुशीर्षक में) मेरी सांवली आंखो 
में आज खुद मैं ही
बह रही थी;
और तुम किनारे खड़े 
इन लहरों पर
लिख रहे थे एक "कविता"।

इस प्रणय अलाप में

Pramod Kumar

दुनिया-सब्जीमंडी ये दुनिया सब्जीमंडी है और हम सब सब्जी भाजी है बासी है कोई सूख रही, तो कोई एकदम ताज़ी है कोई बिन पेंदे का बैंगन, जो एक जग #Hindi #poem #sharing

read more
mute video

Vandana

सुनसान गुमनाम सी जिंदगी में चेहरे में उदासी सी आंखों में नमी सी,, हर सरगम कि लय अधूरी सी हर गीत के स्वर बिखरे से,,, खो गया चंचल बांकपन रह

read more
गुम हो गई होठों से हंसी
चेहरे से मुस्कुराहट
हर तरफ छाई उदासी
हर नजर है प्यासी
 सुनसान गुमनाम सी जिंदगी में
चेहरे में उदासी सी आंखों में नमी सी,, 

हर सरगम कि लय अधूरी सी
हर गीत के स्वर बिखरे से,,,

खो गया चंचल बांकपन
रह
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile