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Raxx
White खुद अपने सपनों को जिंदा नहीं रख पा रहा हूं, जितना उठना चाहता हूं, उतना ही गिरते चला जा रहा हु... ©Raxx #Sad_shayri सपने
राधा का संगम
White बडे सपने...... बड़े सपने पाने के लिए हर इंसान को सफलता के उन पड़ा वो से गुजरना पड़ता है 1.. पहले लोग मज़ाक उड़ाएगे 2.. फिर लोग साथ छोड़े गे 3... फिर विरोध करे गे 4... फिर वही लोग कहेगे हम तो पहले से जानते थे की तुम एक ना एक दिन कुछ बड़ा करो गे... ©राधे मोहन #बड़े सपने
sampankaj 64
सपने बसते हैं आंखो में.. टूटते है और फिर बरस जाते हैं, मानो जैसे... बादल फट कर बारिश बरसती हैं...। ©sampankaj 64 #rain सपने बसते हैं...
Prabha Aggarwal
सीढ़ियों की ज़रूरत उनको हैं, जिन्हे सिर्फ छत तक जाना हैं। मेरी तो मंज़िल आसमां हैं, मुझे तो अपना रास्ता खुद बनाना हैं..✨ ©Prabha Aggarwal #positive #thought #मंजिल #सपने
Richa Dhar
🌹(समर्पित)🌹 देखा है मैंने अपनों के सपनों को जलते हुए देखा है अपनों को तिल तिल मरते हुए अब क्यूँ करूँ विश्वास उनकी झूठी मुस्कान पे देखा है मैंने उन्हें खून के घूंट पीते हुए--- देखा है मैंने उन्हें छुप छुप के रोते हुए देखा है मैंने उनको जीवन के रंगमंच पर पीड़ा को सहते हुए और क्या अपेक्षा करूं अपने भाग्य विधाता से देखा मैंने उन्हेंअपने इष्ट से याचना कर रोते हुए--- देखा है मैंने उन्हें बंद कमरों में अँधेरो से लड़ते हुए देखा है उन्हें बिलख बिलख कर रोते हुए हृदय भी काँप उठता है अब उनकी झूठी मुस्कान पे देखा है मैंने उन्हें टूट कर बिखरते हुए--- ©Richa Dhar #WalkingInWoods सपने
jyoti kanwar
यू ख़ाक ना कर मेरे जज्बातों को बड़ी उम्मीद से मैने कुछ सपने तेरे साथ संजोए हैं। h ©jyoti kanwar #सपने#उम्मीद dil ki hakeekat
Pushpendra Pankaj
दुनियादारी जब निभानी आ गई, उनसे मिलने की कहानी भा गई, चल ही पाए थे संभल दो-चार पग, राक्षसी मंहगाई सपने खा गई।। सारा नियोजन एक पल में ढह गया, संयोजन तेज धार बनकर बह गया बन रहे थे अपने आप मे अर्थवेत्ता, एक झोका सब सच्चाई कह गया ।। अब तो सपने देखना ही रह गया जितनी हिम्मत थी,उतना सह गया, संयोजन,नियोजन भी अब सस्ता नहीं आम जीवन गृहण बनकर गह गया ।। कट चुका है ,कूछ ही जीवन शेष है झांकते है पर्स क्या कुछ अवशेष है, रिस रही है जिंदगी तिल-तिल यहाँ, देखते हैं,साहब का क्या आदेश है ।। पुष्पेन्द्र "पंकज" ©Pushpendra Pankaj राक्षसी मंहगाई सपने खा गई