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priyanka pilibanga

अगर विटप का हिस्सा होती

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White  विटप का हिस्सा होती

अगर विटप का हिस्सा होती ।
ना तमन्ना, ना ज्ञान की अभिलाषा होती ,
फल -फूल, छांव देना ही मेरी परिभाषा होती ।
अगर विटप का हिस्सा होती ।
मोहब्बत के लिए फूल देती,
भिखारी को फल देती ,
जलते पांव को छांव देती।
अगर विटप का हिस्सा होती।
परिंदे के पंखों को विराम देती,
थके हुए जिस्म को आराम देती, 
सुख लकड़ी गिर भी जाती, 
तो किसी के बुढ़ापे का सहारा होती ।
अगर विटप का हिस्सा होती।

©Priyanka pilibanga अगर विटप का हिस्सा होती

अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज

नौकरी बजानी होती है सहाब

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White नौकरी बजानी होती है सहाब,
झोला उठाकर निकल जाता हूं 
लौट आता निस्तेज 
मै क्या करूं,
पेट बडा हो गया है मेरा 
सब डकार जाता है 
रद्दी हो या बेकार,
नौकरी बजानी होती है सहाब
पकने लगे है अब बाल मेरे ,
सब पता है फिर भी चलायमान तन मन,
रूकता कहां है थमता कहां है 
हा ठिकाना भी जानता हूं 
साठ के बाद का 
वही पिछले का पुराना पलंग ,
गंदी तकिया  और वो अंतिम पथ का प्रथम कोना।
हास्यपद है फिर भी 
नौकरी बजानी पडती है सहाब।

©अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज नौकरी बजानी होती है सहाब

Vinod Mishra

"होशियार तो लोमड़ी भी होती है परन्तु वह रोमहर्षक और अनुकरणीय नहीं होती है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

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Shayrana Sunayana

दूसरों के हिसाब से चल रही होती तो मेरी किताब कोरी होती मनमर्जियां, बेबाकियाँ,उसकी चाहत अधूरी होती Su👁️

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Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

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आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain  आज का विचार 08.12.24  आज का विचार

ashita pandey बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

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कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़ #sad_quotes  आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

Uttam Bajpai

मेल और फीमेल में क्या समानता होती है

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RAMLALIT NIRALA

किमत सोना और चांदी की नहीं होती किमत जान कि होती है बचालो आप के ही हाथ में है

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Dev

दिल का अहसास

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वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।‌।

©Dev दिल का अहसास

DRxHitesh sagar

अगर मां सबकी बहुत अच्छी होती है तो वो अपने बेटे का घर क्यों तुड़वा देती है। #sagarquotes

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