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KP NEWS for the same for me to get the same for me to get ©कंवरपाल प्रजापति टेलर इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आईओसीएल अपरेंटिस भर्ती के विवरणों में घुसेंगे, आवेदन प्रक्रियाओं से लेकर रिक्ति विशिष्टताओं तक, सुनिश्चित करेंगे कि आ
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KP NEWS HD video editing apps for Android mobile ©कंवरपाल प्रजापति टेलर पात्रता मानदंड, आवेदन प्रक्रिया और बहुत कुछ के बारे में जानें। विषयसूची: 1. परिचय 2. संगठन और रिक्ति विवरण
N S Yadav GoldMine
आइये जानते हैं भगवान श्रीराम ने रामेश्वरम में शिवलिंग की स्थापना क्यों की थी !! 🌻N S Yadav - N K Tiwari🌻 {Bolo Ji Radhey Radhey} रामेश्वरम में शिवलिंग की स्थापना :- ↪ रामेश्वरम में जो शिवलिंग स्थापित है वह सभी हिन्दुओं के बीच अत्यधिक पवित्र स्थल हैं। साथ ही यह स्थल चार धामों में से एक माना जाता हैं जिसकी स्थापना स्वयं श्रीराम ने लंका पर चढ़ाई करने से पूर्ण की थी। आखिर श्रीराम ने उसी स्थल पर शिवलिंग की स्थापना क्यों की थी व इसके पीछे उनका क्या उद्देश्य था? श्रीराम के द्वारा रामेश्वरम में शिवलिंग की स्थापना :- समुंद्र पर बनवाया सेतु :-↪ जब श्रीराम को हनुमान के द्वारा माता सीता के लंका में सुरक्षित होने की बात पता चली तो वे संपूर्ण वानर सेना के साथ किष्किन्धा से तमिलनाडु के धनुषकोडी नामक स्थल पर पहुँच गए जो लंका के समीप सबसे निकट भूमि थी। यही से उन्होंने समुंद्र देव से आज्ञा लेकर नल व नील की सहायता से समुंद्र सेतु के निर्माण का कार्य शुरू करवाया था। 👉 क्यों किया रामेश्वरम में शिवलिंग स्थापित :- ↪ चूँकि यह रावण के अंत की शुरुआत हो रही थी व यही से भगवान को लंका की चढ़ाई कर रावण का अंत करना था इसलिये उन्होंने अपने आराध्य भगवान शिव की याद में यहाँ शिवलिंग स्थापित करने का सोचा। श्रीराम के अवतार लेने का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी को पापियों से मुक्त करना तथा राक्षसों के राजा रावण का अंत करना था। लंका पर चढ़ाई करने के पश्चात कुछ ही दिनों में रावण का अंत हो जाता। इसलिये श्रीराम ने उससे पहले अपने आराध्य भगवान शिव की स्तुति करने का निर्णय लिया। इसके लिए भगवान श्रीराम ने महाराज सुग्रीव को आदेश दिया था कि वे आसपास से सिद्धि प्राप्त सभी पंडितों व ऋषि-मुनियों को बुलाए व उनके द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाए। ↪ इसके बाद उन्होंने अपने हाथ से उस स्थल पर समुंद्र की मिट्टी का शिवलिंग बनाया व उस पर जल, बेलपत्र इत्यादि अर्पित किये। समुंद्र पर लंका तक सेतु का निर्माण करने में पांच दिन का समय लगा था व इतने दिनों तक भगवान श्रीराम शिवलिंग की पूजा करते रहे व भगवान शिव की स्तुति में डूबे रहे। अन्तंतः जब सेतु का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया तब उन्होंने भगवान शिव से आशीर्वाद लेकर लंका के लिए चढ़ाई शुरू की व रावण रुपी पापी का अंत किया। इस स्थल का नाम रामेश्वरम इसलिये पड़ा क्योंकि इसे राम भगवान के ईश्वर अर्थात भगवान शिव से जोड़कर देखा गया। यह नाम स्वयं भगवान श्रीराम ने ही दिया था। ©N S Yadav GoldMine #boat आइये जानते हैं भगवान श्रीराम ने रामेश्वरम में शिवलिंग की स्थापना क्यों की थी !! 🌻N S Yadav - N K Tiwari🌻 {Bolo Ji Radhey Radhey} रामे
Kamaal Husain
हे भारत के वीर सपूत नमन आपको भारत का आपके इस बलिदान से घर घर अमर रहो का नारा है आज भारत के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हैलीकॉप्टर क्रैश में देश के #सीडीएसविपिनरावत व उनकी पत्नी सहित 11 अन्य
Ada
ईश्वर प्रदत्त वो रूप हो तुम ईश्वरीय आस्था और विश्वास हो विचारों का संसार तुमसे शब्दों का भण्डार तुमसे ज्ञान जगत का सर्वस्व हो सम्पूर्ण जगत का अस्तित्व हो ख़ुद का ही अलग व्यक्तित्व हो… आप सभी को #शिक्षकदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिनका जन्म 5 सितंबर 1888 को त
Sikandar ( Firaq Kherwari )
जो देश के लिए जीते हैं , वो कभी नहीं मरते । एतिहासिक दर्जा पाकर , दिल से नहीं उतरते। अमर हो जाते हैं उनके, कारनामे और गाथाएँ , देशभक्तों के बलिदानी सूरज, कभी नहीं ढलते। आज भारत के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हैलीकॉप्टर क्रैश में देश के #सीडीएसविपिनरावत व उनकी पत्नी सहित 11 अन्य
Poonam Ritu Sen
"अनभिज्ञता का आवरण लिए अब और चुप नहीं बैठ सकते हम" I performed this poetry on Raipur's 2nd OPEN MIC, Read full poetry in caption ( सभी प्रकार के सामजिक बुराइयों और कुरीतियों को एक ही कविता में पिरो कर एक तरह की खिचड़ी लिखने की कोशिश मैंने की है ) लिप्त हैं आज हमारे समाज मे हजारो बुराइयाँ लाखों में कुरीतियां उनमें से- कुछ छपती है अखबारों में कुछ दिख जाती है आम बाजारों में कुछ बिकती है