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Gokuksingh Rathore

#GoodMorning भूल गये वो दिन जहां आपने हम को पाया था हमें सब याद है वो दिन जहां हम एक साथ खाना खाया था और उस होटल बिल मेने दिया था क्योंकि आप #शायरी

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Dalip Kumar 'Deep'

🍂🍂🥀वो भी याद आ जाते हैं जो रुला के गये🥀🥀🍂✍🏿 #शायरी

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Ravendra

सामान्य प्रेक्षक ने किया निर्वाचन कन्ट्रोल रूम व नामांकन स्थल का निरीक्षण बहराइच । लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्व #वीडियो

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Ravendra

सामान्य प्रेक्षक ने किया निर्वाचन कन्ट्रोल रूम व नामांकन स्थल का निरीक्षण बहराइच । लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्व #वीडियो

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Ravendra

निर्वाचन कन्ट्रोल रूम व नामांकन स्थल का प्रेक्षक ने किया निरीक्षण बहराइच । लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निय #वीडियो

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Ravendra

सामान्य प्रेक्षक ने किया निर्वाचन कन्ट्रोल रूम व नामांकन स्थल का निरीक्षण बहराइच । लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्व #वीडियो

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Devesh Dixit

#जीने_लगें_हैं_अब #nojotohindi #nojotohindipoetry जीने लगें हैं अब सारे गमों को पीछे छोड़, देखो जीने लगे हैं अब। लोगों की फ़िक्रों को छोड़, #Poetry #sandiprohila

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karishma Gujjar motivation quote

नमस्कार नोजोटो टीम में करिश्मा जो की आपके हमारे प्रिय नोजोटो ऐप पर लिखते https://nojoto.page.link/JfSNv हुये मुझे एक साल से ऊपर का समय कब #Inspiration #writer #nojohindi #मोटिवेशनल #karishmagujjarquote

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K R SHAYER

हैकिंग पर गाया केआर शायर ने राजस्थानी सोंग sana naaz SANA@ muskan Kumari sonu Kumar Shaurya #विचार

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार  ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न । #कविता

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दोहा :-
अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार ।
पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार  ।।१
मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।
खाना सुत का अन्न तो , होना बिल्कुल सन्न ।।२
वृद्ध देख माँ बाप को , कर लो बचपन याद ।
ऐसे ही कल तुम चले , ऐसे होगे बाद ।।३
तीखे-तीखे बैन से , करो नहीं संवाद ।
छोड़े होते हाथ तो , होते तुम बरबाद ।।४
बच्चों पर अहसान क्या, आज किए माँ बाप ।
अपने-अपने कर्म का , करते पश्चाताप ।।५
मातु-पिता के मान में , कैसे ये संवाद ।
हुई कहीं तो चूक है , जो ऐसी औलाद ।।६
मातु-पिता के प्रेम का , न करना दुरुपयोग ।
उनके आज प्रताप से , सफल तुम्हारे जोग ।।७
हृदयघात कैसे हुआ , पूछे जाकर कौन ।
सुत के तीखे बैन से, मातु-पिता है मौन ।।८
खाना सुत का अन्न है , रहना होगा मौन ।
सब माया से हैं बँधें , पूछे हमको कौन ।।९
टोका-टाकी कम करो , आओ अब तुम होश ।
वृद्ध और लाचार हम , अधर रखो खामोश ।।१०
अधर तुम्हारे देखकर , कब से थे हम मौन ।
भय से कुछ बोले नही , पूछ न लो तुम कौन ।।११
थर-थर थर-थर काँपते , अधर हमारे आज ।
कहना चाहूँ आपसे , दिल का अपने राज ।।१२
मातु-पिता के मान का , रखना सदा ख्याल ।
तुम ही उनकी आस हो , तुम ही उनके लाल ।।१३
२५/०४/२०२४     -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :-

अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार ।

पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार  ।।१


मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।
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