Find the Latest Status about और उसी में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, और उसी में.
GoluBabu
Shivam
तुमसे मिलकर कुछ नया हुआ सब एक जैसे होते हैं....... कुछ भिन्न और कुछ खास होते हैं और उसी में ......... कुछ अपने दिल के पास होते हैं #The voice of love #Ad.$hivam ©Shivam Writer तुमसे मिलकर कुछ नया हुआ सब एक जैसे होते हैं....... कुछ भिन्न और कुछ खास होते हैं और उसी में ......... कुछ अपने दिल के पास होते हैं
Vandana
जो भीतर है वही तो बाहर है भीतर शुन्य है तो बाहर आकाश भी शुन्य है,,, जब भीतर और बाहर का मेल हो जाता है तब समाधि हो जाती है,,, जब आप बाहर के शुन्य को टच करते हैं तो आप एकटक उसी को देखते रह जाते हैं और उसी में खो जाते हैं,,,, इसे कहते हैं परमानंद,,, बिना किसी बात से स
vibrant.writer
साधारण का सुख इंसान भी जानता है किसी के चेहरे पर मुस्कान लाना, खुशी मनाना । सुख बहुत बड़ी बड़ी चीज़ों में नहीं है। जीव जंतु अपने रोज़ के कामों को मन लगा कर पूरा करते हैं और उसी में ख़ुश रहते हैं। हम इंसानों को ही सुख के
Archita Singh
साधारण का सुख माँ जानती हैं, स्वयं हजारों सितम सह कर भी बच्चों की मुस्कान मे अपनी खुशी ढूढती हैं।। नमस्ते प्रिय परिवारजनो। सुख बहुत बड़ी बड़ी चीज़ों में नहीं है। जीव जंतु अपने रोज़ के कामों को मन लगा कर पूरा करते हैं और उसी में ख़ुश रहते हैं।
Shankki Sharma
एक एक तिनका उठाके लाना एक एक दाना चुग कर लाना ' फिर ख़ुद भूखी रह बच्चो को खिलाना ' फिर कँही खुशी मनाती है चिड़िया 🐦 नमस्ते प्रिय परिवारजनो। सुख बहुत बड़ी बड़ी चीज़ों में नहीं है। जीव जंतु अपने रोज़ के कामों को मन लगा कर पूरा करते हैं और उसी में ख़ुश रहते हैं।
Rahul Saraswat
साधारण का सुख मछली जानती है हवा की तरह बस बहते जाना नमस्ते प्रिय परिवारजनो। सुख बहुत बड़ी बड़ी चीज़ों में नहीं है। जीव जंतु अपने रोज़ के कामों को मन लगा कर पूरा करते हैं और उसी में ख़ुश रहते हैं।
Tera Sukhi
साधारण सा सुख और बेदरदा सा दुख तुम क्या पाना चाहते हो ये तुम पर निर्भर है तुम्हारे सोच के नज़रिये पर निर्भर है नमस्ते प्रिय परिवारजनो। सुख बहुत बड़ी बड़ी चीज़ों में नहीं है। जीव जंतु अपने रोज़ के कामों को मन लगा कर पूरा करते हैं और उसी में ख़ुश रहते हैं।
Umang Parmar
साधारण सा सुख दुनिया नहीं जानती, पास रहना ही जिदंगी है वो क्यो नहीं समझती।। नमस्ते प्रिय परिवारजनो। सुख बहुत बड़ी बड़ी चीज़ों में नहीं है। जीव जंतु अपने रोज़ के कामों को मन लगा कर पूरा करते हैं और उसी में ख़ुश रहते हैं।
Rishu singh
कितना दुखद है एक औरत के अंदर उसके सपनो का मर जाना वो जीने लगती है किसी और के लिए किसी और की खुशी में अपनी खुशी ढूंढ लेना अपनी आदतों को बदल लेना किसी और के लिए सब कुछ भूल जाना खुद को खत्म कर देना क्या आसान होता है एक औरत बन जाना सब कुछ जो उसका है उसे छोड़ कर नए रिश्ते बनाना और उसी में बस जाना क्या जरूरी है ख़ुद को खो कर किसी और को पाना क्या आसान है एक औरत बन पाना ©Rishu singh #Red कितना दुखद है एक औरत के अंदर उसके सपनो का मर जाना वो जीने लगती है किसी और के लिए किसी और की खुशी में अपनी खुशी ढूंढ लेना अपनी आदतो