Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पोरो Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पोरो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पोरो.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Writer Abhishek Anand 96

पोरोबंदर वाले बापु....... #WritersSpecial #विचार

read more
अगर वो खत लिखते प्रेम का तो वो
 कभी क्रांतिकारी नही होते 
 अगर
 अगर
अगर वो खत लिखते प्रेम का तो वो कभी क्रांतिकारी नही होते
 बात करने और समझाने से अगर युद्ध को रोका जाता तो
 मुरली वाले कभी महाभारत नही होने देते
 और 100 थप्पर के बदले 1 महज 1 थप्पर पोरोबंदर वाले बापु आपने मारा होता तो
  क्या पता शायद भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु जैसे हजारों देश भक्त
 फाँसी के फंदे झुले नही होते
 अगर आपने निष्पक्ष बांटा होता तो शायद आज धर्म के नाम पे हर जगह दंगे नही होते
  (अभिषेक सिंह)

©a
æbhîßhêk ßïñgh पोरोबंदर वाले बापु.......
#WritersSpecial

NEERAJ SIINGH

मेरा भी पढलो ना - पोरोना है #neerajwrites yq हित मे जारी

read more
कृपया मेरी profile को भी follow कीजिये
इससे भी YQ पोरोना फैलता है कृपया ऐसा ना करें मेरा भी पढलो ना - पोरोना है

#neerajwrites yq हित मे जारी

Anupama Jha

आज भी
किसी कविता को
अंगुलियों के
पोरों से
लिखे जाने का
इंतज़ार है
शब्दों को
रूह में
उतरने का 
इंतज़ार है #कविता#रूह#अंगुली#पोरों#इंतज़ार
#YoPoWriMo
#Yqbaba#yqdidi

सुसि ग़ाफ़िल

मेरी प़ीठ के जख़्म अगर तुम्हारे पोरों की छुअन से जाते हैं तो मैं उनको स्वर्ग का गलियारा मानूंगा //

read more
मेरी प़ीठ के जख़्म
अगर तुम्हारे 
पोरों की छुअन से 
जाते हैं तो 
मैं उनको 
स्वर्ग का गलियारा मानूंगा // मेरी प़ीठ के जख़्म
अगर तुम्हारे 
पोरों की छुअन से 
जाते हैं तो 
मैं उनको 
स्वर्ग का गलियारा मानूंगा //

BRIJESH KUMAR

" यूँही नहीं है सादग़ी मेरी आँखों में! अक्सर पलकों के पोरों को भिगोता आया हूँ, मैं जीवन के हर मोड़ पर " ब्रजेश कुमार ✒ #Poetry

read more
" यूँही नहीं है सादग़ी मेरी आँखों में...
अक्सर पलकों के पोरों को भिगोता आया हूँ, मैं जीवन के हर मोड़ पर " " यूँही नहीं है सादग़ी मेरी आँखों में!
अक्सर पलकों के पोरों को भिगोता आया हूँ, मैं जीवन के हर मोड़ पर "
ब्रजेश कुमार  ✒

Anuradha Vishwakarma

थॉमस हॉब्स (1588-1679) की प्रमुख किताबे :- 1) द सिवे या नागिरक 2) लेवायथन 3) द को पोरो पॉलिटिको 4) द होमिनी 5) ए डायलॉग अॉन द सिविल वॉर #Talk

read more
थॉमस हॉब्स (1588-1679) की प्रमुख किताबे :-

1) द सिवे या नागिरक 
2) लेवायथन 
3) द को पोरो पॉलिटिको 
4) द होमिनी 
5) ए डायलॉग अॉन द सिविल वॉरस
6) एलीमेण्टस ऑफ लॉ थॉमस हॉब्स (1588-1679) की प्रमुख किताबे :-

1) द सिवे या नागिरक 
2) लेवायथन 
3) द को पोरो पॉलिटिको 
4) द होमिनी 
5) ए डायलॉग अॉन द सिविल वॉर

BRIJESH KUMAR

इन डब-डबाई पलकों के पोरों पर मत जा तू देख अपनी धोखेबाज़ी मेरी मुस्कान में कितनी हैं..... ब्रजेश कुमार #Poetry #Quotes #Art #kavishala #Love #SAD #nojotohindi

read more
  इन डब-डबाई पलकों के पोरों पर मत जा  
तू देख अपनी धोखेबाज़ी 
मेरी मुस्कान में कितनी हैं.....
ब्रजेश कुमार 

#Poetry #Quotes #Art #kavishala

Sarita Shreyasi

अंगुलियों के पोरों में, कसक एक रह गयी, कह न पायी बात अपनी, एक छुअन अनछुई रह गयी। तस्वीरों में तुमको, तुम्हारी नजर में खुदको, तराशती रह गयी, #yqbaba #touch #yqdidi #search #Fingers

read more
अंगुलियों के पोरों में,
कसक एक रह गयी,
कह न पायी जो बात अपनी,
वह छुअन अनछुई रह गयी।

तस्वीरों में तुमको, 
तुम्हारी नजर में खुदको,
तराशती रह गयी,
आसक्ति-अधिकार की
खामोशियों में खोया,
अपना खुदा तलाशती रह गयी। अंगुलियों के पोरों में,
कसक एक रह गयी,
कह न पायी बात अपनी,
एक छुअन अनछुई रह गयी।
तस्वीरों में तुमको, 
तुम्हारी नजर में खुदको,
तराशती रह गयी,

सुसि ग़ाफ़िल

तेरी हथेली की रेखाओं को मैं छूना चाहता हूं मुझे पता है है एक मरुस्थल इनमें जहां है दुर्गंध

read more
तेरी 
हथेली की रेखाओं को 
मैं छूना चाहता हूं 

मुझे पता है 
है एक मरुस्थल इनमें

जहां है दुर्गंध 
एक अजीब सी
है वहां नफरत 
बारिशों से

मेरे पोरों की नमी से
सुगंधित करना चाहता हूं

मैं 
तेरी हथेली की गलियों से 
नंगे पांव गुजारना चाहता हूं | तेरी 
हथेली की रेखाओं को 
मैं छूना चाहता हूं 

मुझे पता है 
है एक मरुस्थल इनमें

जहां है दुर्गंध

सुसि ग़ाफ़िल

इश्क है तुमसे माथा चूमु या फिर चूमु छाती अब दुनिया से क्या लेना उंगलियों में उंगलियां डालकर

read more
इश्क है तुमसे 
माथा चूमु या 
फिर चूमु छाती 
अब दुनिया 
से  क्या  लेना

उंगलियों में 
उंगलियां डालकर
जुल्फें चेहरे पर 
रखकर हवा से उड़ाऊं
या फिर पीठ पर 
बैठाकर तुझे बिस्तर के 
उस किनारे ले जाऊं
अब दुनिया 
से  क्या  लेना

होठों पर रखकर होठ
खैर छोड़ो तुम्हारी पीठ 
पर घुमाऊं उंगलियां
और उंगलियों की पोरों से 
लिखूं मैं तेरा मेरा नाम
अब दुनिया 
से  क्या  लेना इश्क है तुमसे 
माथा चूमु या 
फिर चूमु छाती 
अब दुनिया 
से  क्या  लेना

उंगलियों में 
उंगलियां डालकर
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile