Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पराधीन सपनेहु सुख नाहीं Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पराधीन सपनेहु सुख नाहीं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पराधीन सपनेहु सुख नाहीं.

Dhaneshdwivediwriter

#camping मेरा सुख चैन खो रहा है अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है dhaneshdwivediwriter

read more
Unsplash मेरा सुख चैन खो रहा है,
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है।

















.

©Dhaneshdwivediwriter #camping मेरा सुख चैन खो रहा है 
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है

dhaneshdwivediwriter

Dhaneshdwivediwriter

मेरा सुख चैन खो रहा है अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है

read more
मेरा सुख चैन खो रहा है 
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है।

©Dhaneshdwivediwriter मेरा सुख चैन खो रहा है 
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है

Shiv Narayan Saxena

#relaxation मिलन सुख poetry in hindi

read more
चार  मिले,  चौंसठ  खिले, बीस रहे कर जोड़। 
 प्रेमी सज्जन जब मिले, खिल गये सात करोड़।।

©Shiv Narayan Saxena #relaxation मिलन सुख  poetry in hindi

Rohan Roy

ना दुख की कोई सीमा है, ना सुख की कोई सीमा है | #RohanRoy | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroymotivation | positive life quo

read more
White ना दुख की कोई सीमा है, ना सुख की कोई सीमा है। यह दोनों की, अपनी-अपनी समस्या है। 
एक है कि जल्दी जाती नहीं 
और दूसरी है कि जल्दी आती नहीं। 
अगर पूरा गणित का, हिसाब लगा कर देखें।
तो यही जीवन है। 
जिसमें सुख-दुख का आना-जाना, 
प्राकृतिक रूप से निर्धारित है।

©Rohan Roy ना दुख की कोई सीमा है, ना सुख की कोई सीमा है | #RohanRoy | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroymotivation | positive life quo

Puja Saha

सुख दुख तो सबके ज़िन्दगी आता जाता है

read more

kanta kumawat

सब सुख लहै तुम्हारी सरना । तुम रक्षक काहू को डरना ॥ जय हनुमान

read more

Shashi Bhushan Mishra

#सुख आनंद भलाई में#

read more
जज़्बातों   की   खाई में, 
फिसल गए चिकनाई में,

उऋण  नहीं  हो  पायेंगे,
उम्र    कटी   भरपाई में,

अपनापन  का   अंदेशा, 
फिसलन है इस काई में,

प्रेम प्यार सब भूल गए,  
झूठी   मान   बड़ाई में,

फैशन  के  युग में यारों, 
फर्क़  न  चाचा ताई में,

लालच लोभ बढ़े इतने, 
प्रेम  न   भाई  भाई में,

'गुंजन' ये महसूस हुआ, 
सुख आनंद  भलाई में, 
   --शशि भूषण मिश्र
     'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra #सुख आनंद भलाई में#
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile