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"SILENT"
White देख कर दुनिया की रंगत दिल मेरा अब भर गया देखे यहां बदले के भाव दिल मेरा अब थक गया मुझको लगा सब प्रेम की गलियों में जीना चाहते लेकिन यहां सब लोग नफरत में है जीना चाहते कैसे लिखूं मैं तुक्ष मानवता को मैं ये जानकर बदला हैं मानवता का उसूल पैसे की खुशबू सूंघ कर देख कर दुनिया की रंगत दिल मेरा अब भर गया देख कर दुनिया की रंगत दिल मेरा अब भर गया ©"SILENT" #Hindi pantiya#Twinkle Agarwal T4_tanya_ Neha@Nehit_Enola Niaz (Harf) Surbhi Sharma
"SILENT"
White फिर मन आषाढ़ हो चला तैरती रुई धुनी हुई। बंद हवा लिखती है देह भर पसीना दीवारों में कसी हुई। माथे पर हाथ रखे बैठी है तबियत होकर छुईमुई। चप्पा-चप्पा खड़ी उमस परत-दर-परत चुनी हुई। बूँद-बूँद गल कर हम भीड़ों में बहते हैं हिम-नदी सरीखे। हम खंडित इंद्रधनु उठाए इस्पाती भाषा में चीख़े। बादामी कानों तक आकर सुनो बात अनसुनी हुई। ©"SILENT" #Hindi pantiya#Nîkîtã Guptā princess Uttarakhand queen Twinkle Agarwal Niaz (Harf)
Vaibhav's Poetry
White हर वक्त मिलते रहती हैं मुझे अनजानी सी सज़ा मैं तकदीर से कैसे पूछूं मेरा कसूर क्या हैं...।। ©Vaibhav's Poetry #summer_vacation Lalit Saxena sana naaz Sircastic Saurabh Niaz (Harf) GRHC~TECH~TRICKS निम्मी की कलम से हिमानी तूनवाल "हिम" uvsays Åãfrēēñ
#summer_vacation Lalit Saxena sana naaz Sircastic Saurabh Niaz (Harf) GRHC~TECH~TRICKS निम्मी की कलम से हिमानी तूनवाल "हिम" uvsays Åãfrēēñ
read moreANOOP PANDEY
White देख तुम्हारे ही नैनो को हमनें जहाँ भूला डाला जिस अंतस थी तन्हाई तुमको वहाँ बसा डाला मेरे नैना नित -नित यारा तेरी ही बाट जोहते है जो होती संध्या की बेला ये बस तुम्हें खोजते है तुम्हें पुकारे तुम्हें निहारे तुम्हें जेहन है बसा डाला इक कच्चे से धागे को इसने हैं मौली कर डाला ©ANOOP PANDEY #L♥️ve Kshitija Shilpa yadav Anshu writer Richa Chaubey Purnima Upadhyay (Prachi )
L♥️ve Kshitija Shilpa yadav Anshu writer Richa Chaubey Purnima Upadhyay (Prachi ) #Poetry
read moreReena Sharma
#reenasharma3011 बाबा ब्राऊनबियर्ड Pintu singh sweta Agarwal udass Afzal khan vicky vicky #Life
read moreVaibhav's Poetry
White कुछ इस कदर बदला हैं ये वक्त मेरा की न इश्क़ रहा किसी से न नाराज़गी रही...।। ©Vaibhav's Poetry #GoodMorning uvsays Sanjana Sircastic Saurabh Lalit Saxena Niaz (Harf) Ashutosh Mishra sana naaz निम्मी की कलम से Mukesh Poonia Anupriya
#GoodMorning uvsays Sanjana Sircastic Saurabh Lalit Saxena Niaz (Harf) Ashutosh Mishra sana naaz निम्मी की कलम से Mukesh Poonia Anupriya #hunarbaaz
read moreJashvant
White मिरे रब की मुझ पर इनायत हुई कहूँ भी तो कैसे इबादत हुई हक़ीक़त हुई जैसे मुझ पर अयाँ क़लम बन गया है ख़ुदा की ज़बाँ मुख़ातिब है बंदे से परवरदिगार तू हुस्न-ए-चमन तू ही रंग-ए-बहार तू मेराज-ए-फ़न तू ही फ़न का सिंघार मुसव्विर हूँ मैं तू मिरा शाहकार ये सुब्हें ये शामें ये दिन और रात ये रंगीन दिलकश हसीं काएनात कि हूर-ओ-मलाइक वो जिन्नात में किया है तुझे अशरफ़-उल-मख़्लुक़ात मिरी अज़्मतों का हवाला है तू, तू ही रौशनी है उजाला है तू , फ़रिश्तों से सज्दा भी करवा दिया, कि तेरे लिए मैं ने क्या न किया ये दुनिया जहाँ बज़्म-आराईयाँ, ये महफ़िल ये मेले ये तन्हाइयाँ फ़लक का तुझे शामियाना दिया, ज़मीं पर तुझे आब-ओ-दाना दिया मिले आबशारों से भी हौसले, पहाड़ों में तुझ को दिए रास्ते ये पानी हवा और ये शम्स-ओ-क़मर, ये मौज-ए-रवाँ ये किनारा भँवर ये शाख़ों पे ग़ुंचे चटख़्ते हुए, फ़लक पे सितारे चमकते हुए ये सब्ज़े ये फूलों-भरी क्यारियाँ, ये पंछी ये उड़ती हुई तितलियाँ ये शो'ला ये शबनम ये मिट्टी ये संग, ये झरनों के बजते हुए जल-तरंग ये झीलों में हँसते हुए से कँवल, ये धरती पे मौसम की लिक्खी ग़ज़ल ये सर्दी ये गर्मी ये बारिश ये धूप, ये चेहरा ये क़द और ये रंग-रूप दरिंदों चरिन्दों पे क़ाबू दिया, तुझे भाई दे कर के बाज़ू दिया बहन दी तुझे और शरीक-ए-सफ़र, ये रिश्ते ये नाते घराना ये घर कि औलाद भी दी दिए वालदैन, अलिफ़ लाम मीम काफ़ और ऐन ग़ैन ये अक़्ल-ओ-ज़हानत शुऊ'र-ओ-नज़र, ये बस्ती ये सहरा ये ख़ुश्की ये तर और इस पर किताब-ए-हिदायत भी दी, नबी भी उतारे शरीअ'त भी दी ग़रज़ कि सभी कुछ है तेरे लिए, बता क्या किया तू ने मेरे लिए ©Jashvant इबादत मेरे रब की ADV.काव्या मझधार Chanda Yogita Agarwal Diksha Singh Neema
इबादत मेरे रब की ADV.काव्या मझधार Chanda Yogita Agarwal Diksha Singh Neema #Life
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White शायर भी अजीब तरह से इश्क़ फरमाते हैं आंसुओ को दावत पर बुलाते है और दर्द का जश्न मनाते हैं…!! ©Vaibhav's Poetry #Moon sana naaz Ashutosh Mishra निम्मी की कलम से Mukesh Poonia Sethi Ji Sircastic Saurabh Satyajeet Roy Anshu writer Anupriya Dil E Nadan
#Moon sana naaz Ashutosh Mishra निम्मी की कलम से Mukesh Poonia Sethi Ji Sircastic Saurabh Satyajeet Roy Anshu writer Anupriya Dil E Nadan #hunarbaaz
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White उसकी गली में मुझको जाना नहीं , हाल कैसा है ये भी बताना नहीं बड़ी हसरत हैं आलम उस दिन की वो कहे मैं हूं और मैं कहूं..... जी ?? पहचाना नहीं ©Vaibhav's Poetry #SAD Gyanendra Kukku Pandey Sanjana Ashutosh Mishra Sircastic Saurabh Sethi Ji Anupriya Satyajeet Roy Dil E Nadan sana naaz uvsays Anshu
#SAD Gyanendra Kukku Pandey Sanjana Ashutosh Mishra Sircastic Saurabh Sethi Ji Anupriya Satyajeet Roy Dil E Nadan sana naaz uvsays Anshu #hunarbaaz
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