Find the Latest Status about सबको मुबारक हो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सबको मुबारक हो.
Poonam Singh
New Year 2024-25 नए साल के आगमन पर कुछ गीत हम गुनगुनाते हैं नभ तक उड़कर जाने की उम्मीद हम संजोते हैं जो बीत गई सो बात गई हम बीते कल की चिंता नहीं करते हैं आया साल नया अब तो स्वागत हम उसकी करते हैं।।,🌺🌺 ©Poonam Singh #NewYear2024-25 नया साल आप सभी को मुबारक हो
#Newyear2024-25 नया साल आप सभी को मुबारक हो
read moreMr Raju
हैप्पी न्यू ईयर ©Mr Raju हैप्पी न्यू ईयर नया साल मुबारक
हैप्पी न्यू ईयर नया साल मुबारक
read mores गोल्डी
हम वफा में बने दवा तेरी, तुम इश्क में हानिकारक हो हमें मोहब्बत में रुलाने वाले तुझे भी नया साल मुबारक हो l 🩶💔 ©s गोल्डी हम वफा में बने दवा तेरी तुम इश्क में हानिकारक हो हमें मोहब्बत में रुलाने वाले तुझे नया साल मुबारक हो l 🩶💔
हम वफा में बने दवा तेरी तुम इश्क में हानिकारक हो हमें मोहब्बत में रुलाने वाले तुझे नया साल मुबारक हो l 🩶💔
read moreRAMLALIT NIRALA
Red sands and spectacular sandstone rock formations माँ शब्द देखने और सुनने में बहोत छोटा लगता है पर है नही दुनिया का सारा दौलत एक तरफ़ माँ एक तरफ़ फिर भी दौलत माँ के सामने कम ही रहैगा सबसे बडा दौलत माँ है जिसके पास माँ है दुनियां का सबसे बडा अमिर है मेरी दौलत तो मूझसे बहोत दूर है आप बताओ ©RAMLALIT NIRALA सबको भुल सकता हूँ पर माँ को नहीं
सबको भुल सकता हूँ पर माँ को नहीं
read moreF M POETRY
Unsplash मुद्दतें हो गयीं जब हाथ मिलाया तुझसे.. अब भी आती है मेरे हाथ से खुश्बू तेरी.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #मुद्दतें हो गयीं...
#मुद्दतें हो गयीं...
read morePRIYA SINHA
White 🫂"बस तुम हो" 🫂 जीवन के गीत में ; हार या जीत में ; बस तुम हो ! सूनेपन की भीत में ; प्रहार या प्रीत में ; बस तुम हो ! समर्पण के रीत में ; बेकार या कृत में ; बस तुम हो ! प्रिया सिन्हा 𝟑𝟎. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒. (शनिवार). ©PRIYA SINHA #बस #तुम #हो
Vinod Mishra
नवनीत ठाकुर
पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर फना हो कर भी अमर हो गए
फना हो कर भी अमर हो गए
read more