Find the Latest Status about कंकड from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कंकड.
A@
इश्क़ की बानगी तो ज़रा देखिए, मीलों चलते रहें उनके साथ खाली सड़कों पे, नंगे पाँव... और बेखुदी ऐसी की कंकड की चुभन का एहसास तक़ नहीं!! ©V. Aaraadhyaa #कंकड
gaTTubaba
शामें सारी बिगड़ी हुई होती हैं रंगीन मयखानों में तुमसे हो पाएगा तो हमारी शामें बदल दो बेचैन मन की ख्वाहिशें पत्थर को मूरत में देखने की हैं नजरों की ख्वाहिशें एक सूरत को देखने की कहीं जुड़ न जाएं टूटी हुईं चूड़ियां फिर से ऐसी ख्वाहिशें बदल दो कानों की चाहत गूंगे की जुबां और जुबां सुनाना चाहती हैं कहानी बहरे शख्स को अगर हैं तुम्हारे बस में तो ये चाहते बदल दो मिट्टी के घड़े में अकेले कंकड़ हम पानी की दुनियां में बेवजह फंस गए एहसान कर सकते हो कोई तो हमारी दुनिया बदल दो ©gaTTubaba #delhiearthquake शामें सारी बिगड़ी हुई होती हैं रंगीन मयखानों में तुमसे हो पाएगा तो हमारी शामें बदल दो बेचैन मन की ख्वाहिशें
pramod malakar
वक्त का तकाजा है....... क्यों नाराज़ हैं थकान से ! कड़ी धूप हो या बारिश........ चलते रहो शान से ! जादुगर हो तुम समय का ........ रुकना नहीं पहले मुकाम से ! कंकड़,पत्थर,कांटा सब मिलेंगे.... शक्ति मांग लो वीर हनुमान से ! भविष्य उज्जवल है अमरदीप का... रिश्ता तोड़ो अकेलापन और सुनसान से ! वक्त का तकाजा है...... क्यों नाराज़ हो थकान से !! !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! प्रमोद मालाकार............. ©pramod malakar #कंकड़ पत्थर सब मिलेंगे
ashish gupta
*ठहरा हुआ पानी मौन में गहरे बैठकर, मुझको आवाज लगाता है कोई मैं ठहरा हुआ सरोवर कंकड़ मारकर गिराता है कोई थक गई है उफनती हुई मौजे मुझ में यूं सफर करते-करते ऊपर से खामोश दिखता हूं अंदर से हरहरता है कोई शून्य का अश्क, दिखाई देता है मुझे सतहों के आईने पर मेरे जिगर की गहराइयों में, हर शब छुप जाता है कही हर्फ सब चूकते हुए पत्थरों सारंगियो पे बजते हुए अब खामोशियों पर मेरी जीभ लुफ्त उठा ता है कोई एक उम्र से गुजरा हूं कहा पुहूचा खबर नहीं मेरे शब्दों की बनावट पर बड़ी हसी नजर आती है कोई ©ashish gupta #quotation #ठहराहुआपल मौन में गहरे बैठकर, मुझको आवाज लगाता है कोई
Kulbhushan Arora
ब्लैक बोर्ड.. चाक और शिक्षक शब्द रहस्य से हैं भरे, ज्ञान की बाते हैं करते, शिक्षक के दिल से निकलते, रहस्य की गांठ खोल चलते, शब्दों के अर्थ समझ कर, हम सब उन्हें उपयोग में लाते, अर्थों के मध्य से हम सब, परीक्षा का भंवर पर कर पाते, भंवर के उस पार जो जीवन है, उस जीवन के संघर्ष में हम सब, सब कठिनाइयों को हराते शिक्षक को नमन है 🙏🏼🙏🏼🙏🏼 मेरे जीवन के बेस्ट टीचर को समर्पित *मेरे नाना जी* कठिनाइयों से भरे जीवन को कैसे सहजता से जीना चाहिए, इससे बड़ा सबक और क्या हो सकता है? नाना
Kulbhushan Arora
प्रिय दुख अब तुमसे भी क्या पूछना कि कैसे हो? प्रिय दुख, मेरे जन्म जन्म के साथी, तुमसे क्या पूछूं कि कैसे हो? बचपन में एक गाना सुना था, राही मनवा दुख की चिंता क्यों सताती है, दुख तो अ
Sarita Shreyasi
ये मेरी बात न सुनने वाली बिटिया, आज कितनी सयानी हो गयी है, अपनी तकलीफ भूल कर, खुद से भी पहले, मेरी फिक्र करने वाली, अम्मा-नानी हो गयी है। प्रेम के पूरे ढ़ाई आखर, एक ही घूँट में पी गयी, इस जीवन के ढ़ाई बरस, कैसे इतनी जल्दी जी गयी। नये नन्हें कँवल कोंपल, दृढ़ हो रहे,दो पैर कोमल,
Swatantra Kumar Singh
एक ख़त था और कुछ पन्ने थे हर हर्फ़ शिकायत लिख दी थी ( In Caption ) हर ग़ज़ल अधूरी कर दी उसने आज क़यामत लिख दी थी एक ख़त था और कुछ पन्ने थे हर हर्फ़ शिकायत लिख दी थी कल मतले ने ज़ुल्फें चोरी की मक़्ता पायल लूट गया