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हिमांशु Kulshreshtha
White यूँ तो बहुत कुछ बदल गया है हमारे बीच बस तुम्हें चाहते रहने की चाहत नहीं गई ©हिमांशु Kulshreshtha यूँ तो..
यूँ तो..
read moreनवनीत ठाकुर
आए तो यूँ जैसे रहम का मक्सद हो, भूले तो यूँ जैसे कभी हम नहीं थे। तेरी मौजूदगी में दिल को था सुकून, ग़म हुआ तो यूँ जैसे तुम ही नहीं थे। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर आए तो यूँ जैसे रहम का मक्सद हो, भूले तो यूँ जैसे कभी हम नहीं थे। तेरी मौजूदगी में दिल को था सुकून, ग़म हुआ तो यूँ जैसे तुम ही
#नवनीतठाकुर आए तो यूँ जैसे रहम का मक्सद हो, भूले तो यूँ जैसे कभी हम नहीं थे। तेरी मौजूदगी में दिल को था सुकून, ग़म हुआ तो यूँ जैसे तुम ही
read moreSuneel Nohara
Unsplash यूँ गिरगिट की तरह रंग बदलते है लोग। नोहरा ,सांप और बिच्छू को भी , शर्मिन्दा करते है लोग। ©Suneel Nohara यूँ गिरगिट की तरह,,, Anshu writer अदनासा- Ashutosh Mishra Lalit Saxena Sethi Ji
यूँ गिरगिट की तरह,,, Anshu writer अदनासा- Ashutosh Mishra Lalit Saxena Sethi Ji
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White जब पहली बार जो देखा तुम को धड़कनों में अजब हलचल सी महसूस की मैंने तेरी आँखों में जो देखी एक हसीन दुनियाँ मैंने अपनी दुनियाँ को भुला दिया मैंने ©हिमांशु Kulshreshtha बस यूँ ही.
बस यूँ ही.
read moreParasram Arora
Unsplash बहूत रात जागने के बावजूद. एक गहरी नींद मुझे मिली नहीं कितना बड़ा ये जहांन है फिर भी रहने के लिए दो गज़ ज़मीन मुझे मिली नहीं खुलकर रोने क़ी ख़्वाहिश थीं मेरी. पर रोने के लिए घर मेi खाली कोना मुझे मिला नहीं ©Parasram Arora दो गज़ जमीन
दो गज़ जमीन
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White सच से दूर, फरेब की जिंदगी जी रहे हैं दूरियाँ हैं मीलों की दिलों में फिर भी अपना कह रहे है ©हिमांशु Kulshreshtha बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
read moreनवनीत ठाकुर
हवाओं ने हर बार दिए को बुझा दिया, हर कदम पर मेरी कोशिश ठहर गुजरी। खुशबू की आस में कांटे ही हाथ आए, ज़िंदगी मेरी बस यूँ ही सफर गुजरी। चमकते थे सितारे, पर रौशनी न मिली, हर सुबह की तलाश में हर रात सहर गुजरी। जो चाहा, वो कभी मुकम्मल न हुआ, दुआओं की उम्र भी बेअसर गुजरी। गुनाहों का हिसाब शायद बाकी था, हर सजा मेरे हिस्से में बार-बार गुजरी। जिन्हें हमनवाज़ समझा था कभी, वो भी मेरी राह से बेखबर गुजरी। ©नवनीत ठाकुर ज़िंदगी मेरी बस यूँ ही सफर गुजरी।
ज़िंदगी मेरी बस यूँ ही सफर गुजरी।
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White तमन्ना है मेरे दिल की में हूँ और बस वो हो, चाँदनी रात हो सितारों की छांव में एक ख़ामोश गुफ़्तगू हो ©हिमांशु Kulshreshtha बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
read morePoet Maddy
उसके साथ में बैठकर बस हमारा, उसका हांथ थामने को जी चाहता है....... वो चाहें कितना भी झगड़ ले हमसे, उसको गले लगाने को जी चाहता है........ जी चाहता है अब सिर्फ़ और सिर्फ़, उसके साथ वक्त बिताया करें हम........... वो आए इक दफ़ा हमारी महफ़िल में, उसे ग़ज़लें सुनाने को जी चाहता है......... ©Poet Maddy उसके साथ में बैठकर बस हमारा, उसका हांथ थामने को जी चाहता है....... #Sit#Feel#Hold#Hand#Fight#hug#SpendTime#Come#Gathering#RecitingGazal.....
उसके साथ में बैठकर बस हमारा, उसका हांथ थामने को जी चाहता है....... #sit#Feel#Hold#hand#Fight#Hug#spendTime#come#GATHERING#RecitingGazal.....
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