Nojoto: Largest Storytelling Platform

New प्यार जिंदगी के लिए Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about प्यार जिंदगी के लिए from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्यार जिंदगी के लिए.

Stories related to प्यार जिंदगी के लिए

pathakjii2004_m

#leafbook जिंदगी के जख्म ।

read more
Unsplash जिंदगी के कुछ जख्म ऐसे होते हैं जो कभी भरते नहीं वह यूं ही हमें तड़पते रहते हैं

©pathakjii2004_m #leafbook जिंदगी के जख्म ।

naman kumawat

#lovelife कुछ पल जिंदगी के💔

read more
Unsplash दिल तकलीफ मे है और तकलीफ देने वाला 
दिल मे 💔💔

©naman kumawat #lovelife कुछ पल जिंदगी के💔

Anuradha T Gautam 6280

जिंदगी के सफर में

read more
Unsplash वो मुझे जिंदगी के
 तौर तरीके सीख रहा था 
 और उसे क्या पता
 इस जिंदगी की गुरु मां 
तो मैं ही थी..🖊️
#@2🤦🏻🙆🏻‍♀️

©Anuradha T Gautam 6280 जिंदगी के सफर में

Anushka Rathore

जिंदगी रहे या ना रहे दोस्त के लिए कुर्बान है Jay Shri Ram शायरी दोस्ती शायरी

read more
दोस्तों के लिए शायरी

©Anushka Rathore   
जिंदगी रहे या ना रहे दोस्त के लिए कुर्बान है  Jay Shri Ram  शायरी दोस्ती शायरी

Jay Shri Ram

बुआ के लिए शायरी 2025 नया साल बुआ के लिए शायरी

read more

Abhay Shaw (8100233007)

#poetryunplugged #LIFENEVERDIES किसी के दिल में प्यार हमेशा के लिए रहता है ...!! Love ❤️

read more

Parasram Arora

जिंदगी के हज़ारो सवाल

read more
White मैंने देखा मेरी 
जिंदगी 
हज़ारो सवालों मे 
 घिरी हुई हर हर पल वो  
हाथ धो कर मेरे पीछे
पढ़ी हुई है 
और
मुझे  ढूंढ कर उन
सवालों का जवाब  
माँगना चाहती है

©Parasram Arora जिंदगी के हज़ारो सवाल

Uttam Bajpai

लव शायरी हिंदी मेंतरस गए थोड़ी सी वफा के लिए, किसी से प्यार ना करेंगे खुदा के लिए जब भी लगती है इश्क की अदालत हम ही चुने जाते हैं सजा के

read more

Rahul Varsatiy Parmar

#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

read more
सुबह के 5 बज चुके है तो

जमाने ए बंदिश

खैर एक खयाल एक गजल देखिए
रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है
हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है
ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी
अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी
(मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना)
 नही है रही अब फितरत हमारी
मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी
हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से
क्यों हया-ए- आबरू  खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी

(मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) 

इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे  इसे बेफिकर होकर जियो
निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार

©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

RAMLALIT NIRALA

आप सब का प्यार ही चाहिए मनोबल बढ़ाने के लिए कामैट करना न भुले

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile