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Stories related to fikr e akhirat

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White Good evening 🌆

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White Good evening 💐

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Sh@kila Niy@z

यूॅं तो बात बहुत छोटी सी है 
लेकिन बहुत अहमियत रखती है 
कि इंसान उसी इंसान की बहुत दिल से 
फ़िक्र और परवाह करता है,
जिस इंसान को उस फ़िक्र की,उस परवाह की 
सच में दिल से क़द्र होती है।
वर्ना इंसान के दिल में तो वैसे भी इंसानियत 
अक्सर हर दूसरे इंसान के लिए होती है।
लेकिन ...
सिर्फ़ इंसानियत और दिल से की गई परवाह और 
फ़िक्र, ये दोनों बातें बहुत अलग होती हैं।
और जब दिल से की गई परवाह और 
फ़िक्र की क़द्र ही नहीं होती 
फ़िर वो फ़िक्र और परवाह ख़ुद-ब-ख़ुद 
ख़त्म होने लगती है ।

©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi 
#Dil  #fikr   #parwah 
#Qadr 
#nojotohindi 
#Quotes 
#18Feb

Sam

#Dard e bedawa

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Sh@kila Niy@z

हम अगर किसी की दिल से क़द्र करते हैं, फ़िक्र करते हैं 
तो हम ये कोशिश भी करते हैं कि उस इंसान के लिए 
हम हर वक़्त या फ़िर कम से कम उसकी ज़रूरत के वक़्त 
ही सही उसके लिए मौजूद रहे।
लेकिन जब उसी इंसान को हमारी मौजूदगी की क़द्र ना रहे,
हम उसके लिए ना ज़रूरी रहे और ना ही ज़रूरत रहे 
तो फ़िर उसके लिए हर वक़्त मौजूद रहने का फ़ायदा क्या है??

"बेहतर यही है कि अपनी क़द्र,अपनी फ़िक्र और 
अपनी मोहब्बत को अपने दिल में ही रखा जाए।
जहाॅं इन जज़्बातों की क़द्र नहीं, बेहतर है कि
 वहाॅं इन जज़्बातों को ज़ाहिर भी ना किया जाए।"

#bas yunhi ek khayaal .......

©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi 
#mohabbat  #Qadr  #fikr   #Maujoodgi #ehsaas 
#nojotohindi 
#Quotes 
#13Jan

Kumar Vimal

Sam

#anjaam e Ishq

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Aurangzeb Khan

सिफत जो गुलाब सी चाहिए तो काटों के साए में रहना होगा
वरना शाखों से जुदा होगे तो वजूद खो बैठोगे 
                           
                            @औरंगजेब

©Aurangzeb Khan #सिफत #e #गुलाब

Sam

#dikhawa e mohabbat

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Shilpa Priya Dash

#Pyar-e-badnam

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Unsplash हाँ, मोहब्बत करती थी मैं तुझसे,
पर अब बची है सिर्फ शिकायत।
हाँ, अपना मानती थी तुझे,
पर अब रह गई है सिर्फ नफ़रत।

तेरी रूह, तेरी परछाई, तेरा जिस्म, तेरी रुसवाई,
सबने दिखाया है अपना-अपना वाहवाही,
अब टूट चुकी हूँ तेरी वफ़ा के हर धोखे से,
अब बस सुकून चाहिए तेरे साये के फ़ासले से।

©psshhh...it's me #pyar-e-badnam
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