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New हजारी गुल रो फूल Quotes, Status, Photo, Video

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Shalini Nigam

#फूल #yqdidi #yqbaba #shayri Love Life Poetry #writer

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सोचना कभी_
क्या गुनाह कर आए,
फकत एक फूल 
की खातिर_ पूरा बगीचा 
रौंद आए!

©Shalini Nigam #फूल #Nojoto #yqdidi #yqbaba #shayri #Love #Life #Poetry #writer

Mohan Sardarshahari

चाहत के फूल

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यह दिल और इसमें चाहत के फूल 
भेजे जो तुमने सुबह करते हुए भूल
किया है उन्होंने असर कुछ इस तरह
जैसे जख्मों पर लग गई हो दवा माकूल।।

©Mohan Sardarshahari चाहत के फूल

Blissofsoul

फूल ab jyada pyaare lagte h🪻

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Ghumnam Gautam

गुल व भँवरे की हर कहानी में
हैं बहारों के बाद पतझर भी

घर में अमरूद गर लगाओगे
आएँगे आँगनों में पत्थर भी

©Ghumnam Gautam #गुल
#पत्थर
#कहानी 
#ghumnamgautam

अनुज

कुछ तो फूल खिलाओ 🌹

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chander mukhi

#फूल

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काँटे भी जरुरी हैं साहब 
फूलों की हिफाजत के लिए

©chander mukhi #फूल

seema patidar

जी भरकर रो सकती हूं मैं ......

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तेरे एक इशारे पर तेरी हो सकती हूं मैं
कुछ नहीं है पास खोने को 
फिर भी बहुत कुछ खो सकती हूं मैं
पत्थर सी बन गई हूं ,और पत्थर बने है जज्बात
अगर तू लगाले गले तो जी भरकर 
रो सकती हूं मैं .........

©seema patidar जी भरकर रो सकती हूं मैं ......

PRIYA SINHA

❤"मुहब्बत के फूल"🌹

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

लफ्ज़ों की बेरूखी से ;
लहजों की अनदेखी से ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

बेवजह के अहम से ;
क्रोध और वहम से  ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

कभी चुप्पी , लड़ाई से ;
कभी झूठ , बेवफाई से ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

किसी तीसरे के प्रवेश से ;
व्यर्थ के कलह क्लेश से  ! 

प्रिया सिन्हा
𝟐𝟗. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒.
(शुक्रवार)

©PRIYA SINHA #मुहब्बत #के #फूल

KUMARI USHA AMBEDKAR

चाँद तारों में फूल बहारों में

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meri_lekhni_12

मेरे जीते जी रो लेता..........#कविता Poetry #gajal

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White मेरे जीते जी रो लेता ,तो मैं मरता भला ही क्यों,
लौटकर आने की चाहत है पर मैं आ नही सकता।

क्यों गमगीन रहते हो , रहो न पहले जैसे तुम,
तुम्हारे चेहरे पर  मातम सा अब अच्छा नहीं लगता।

तसब्बुर में तेरे शामो शहर मैने दिन गुजारे थे,
तुझे क्या होगया जो मेरे बिन अब रह नही सकता।

तेरी राहों को तकती थी निगाहे मेरी हर सूं तब
कि क्यों बैठा है चौराहे पे, मुझे जब पा नही सकता।।

पूनम सिंह भदौरिया
दिल्ली

©ek_tukda_zindgi _12 मेरे जीते जी रो लेता..........#कविता #Poetry #gajal
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