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Sudheesh Shukla
Unsplash अगर जिंदगी में कामयाब होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत ©Sudheesh Shukla #अगर जिंदगी में कामयाब होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत
#अगर जिंदगी में कामयाब होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत
read moreKulvant Kumar
White "Love 💕 "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है " ©Kulvant Kumar #LOATips "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है
#LOATips "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है
read moreHimanshu Prajapati
White तबाह कर दिया हर वक्त बात करने की आदत, अब चुप हूं खुद में गुम हू..! ©Himanshu Prajapati #love_shayari तबाह कर दिया हर वक्त बात करने की आदत, अब चुप हूं खुद में गुम हू..! #36gyan #hpstrange
#love_shayari तबाह कर दिया हर वक्त बात करने की आदत, अब चुप हूं खुद में गुम हू..! #36gyan #hpstrange
read moreMaMtAa
बरसों सजाते रहे किरदार को हम कोई बाज़ी मार गया सूरत सँवारकर ©MaMtAa life quotes in हिंदी सूरत के आगे किरदार धरा रह गया
life quotes in हिंदी सूरत के आगे किरदार धरा रह गया
read morekuldeepbabra
White स्कूल कितना भी खूबसूरत क्यों ना हो तारीफ उसके खुशबू की की जाती है ©kuldeepbabra फूलों के गुना की खुशबू love shayari
फूलों के गुना की खुशबू love shayari
read morekatha Darshan
अपने आप में खुश रहने की आदत है हमारी हम मनमौजी है गुरु फ़कीरी ही दौलत है हमारी, ©katha Darshan #GoldenHour आदत #Nojoto love shayari
#GoldenHour आदत love shayari
read moredilkibaatwithamit
White तिरे भूल जाने की आदत के सदक़े तुझे भूल जाने को जी चाहता है ©words_of_heart_pa #love_shayari तिरे भूल जाने की आदत के सदक़े तुझे भूल जाने को जी चाहता है
#love_shayari तिरे भूल जाने की आदत के सदक़े तुझे भूल जाने को जी चाहता है
read moreनवनीत ठाकुर
वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है, काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है। दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल, अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल। ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार, आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार। तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम, इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है, नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है। वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ, किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां? पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान, जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान। ©नवनीत ठाकुर #वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा
#वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा
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