Find the Latest Status about करुणामयी वरदायनी माँ सरस्वती from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, करुणामयी वरदायनी माँ सरस्वती.
Shiv Narayan Saxena
🙏जै मॉं सरस्वती!🌺 ©Shiv Narayan Saxena #सुप्रभात 🙏 जै मॉं सरस्वती! 🌺 poetry in hindi
#सुप्रभात 🙏 जै मॉं सरस्वती! 🌺 poetry in hindi
read moreShekhar Yadav
Unsplash सरस्वतीं च तां नौमि वागधिष्ठातृदेवताम् । या वीणावरदण्डमण्डित करा या श्वेत पद्मासना । सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।। सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि । ©Shekhar Yadav सरस्वती माता आगमन? 🙏🙏 bhakti
सरस्वती माता आगमन? 🙏🙏 bhakti
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White हे स्वर की देवी नमोस्तुते करुणामयी भव तार दे.. है बसंत पंचमी की प्रभा वर दे सरस्वती वरप्रदा विद्या विनय भंडार दे करुणामयी भव तार दे.. हे शारदे कमलसना वागेश्वरी हंसासना तेरी शरण माँ प्यार दे.. करुणामयी भव तार दे.. ये हिन्द की पावन धरा तेरी कृपा का है आसरा कण कण कृपा से संवार दे करुणामयी भव तार दे.. अज्ञान से प्रतिकार हो निर्मल हृदय अविकार हो ऐसा सरल संसार दे करुणामयी भव तार दे.. नयनों में हो न तम कभी भटकें न राहें हम कभी वीणा की वो झंकार दे करुणामयी भव तार दे.. ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #माँ सरस्वती
#माँ सरस्वती
read moreMAHENDRA KUMAR
मां सरस्वती से बहुत कुछ आस हैं क्योंकी मेरे जीवन में इनका बहुत खास स्थान हैं मेरी हर कामयाबी में इनका साथ हैं और आज में सफल हु क्योंकी मां सरस्वती मेरे पास हैं और उनपर मुझे पूरा विश्वास हैं ! ©MAHENDRA KUMAR #बसंतपंचमी #Quote #Festival #gyan #Quote #2February #special #मां #सरस्वती
#बसंतपंचमी #Quote #Festival #gyan #Quote #2February #special #मां #सरस्वती
read moremeri_lekhni_12
White रस्ते पे आँखों की बिनाई गवां बैठी है माँ, बेटा जो दूर जा बसा, दिल जला बैठी है माँ। दर-ओ-दीवार सुनते हैं फ़साना तन्हाई का, हर कोना तेरे बग़ैर वीरां बना बैठी है माँ। तेरी हँसी की रौशनी से चमकते थे जहाँ, अब उस चिराग़ की लौ बुझा बैठी है माँ। राह ताकते-ताकते धुंधला गई हैं निगाहें, मगर उम्मीद का दिया जला बैठी है माँ। हर सहर तुझसे मिलने की दुआ करती है, शबनम के साथ आँसू बहा बैठी है माँ। क्या तुझे एहसास भी है इस तड़पती रूह का? तुझसे बिछड़के ख़ुद को सज़ा दे बैठी है माँ। अगर कभी लौट आ, तो दर खुले मिलेंगे, तेरे ख़्वाबों का घर अभी बचा बैठी है माँ। 'पूनम' हर दर्द को सीने में छुपा लेती है, बेटे की राह में अपना वजूद मिटा बैठी है माँ। स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित पूनम सिंह भदौरिया दिल्ली लेखिका समाज सेविका ©meri_lekhni_12 माँ /मेरी माँ
माँ /मेरी माँ
read moreसंजय जालिम " आज़मगढी"
तक़दीर मेरी हो, तुम लकीर हाथो की हो, तुम बन्दगी तेरी करू, मैं "जालिम" ईश्वर बाद में पहले हो," माँ " तुम ©Sanjay jalim ## माँ ##
## माँ ##
read more