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Shashi Bhushan Mishra
चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है, सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है, जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है, डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है, उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी, फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है, मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है, बुझा चूल्हा है रोटी सेंकने वाला नहीं है, वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से, है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है, जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब, शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है, वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन', हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
#चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
read moreSwaTripathi
Unsplash तुमसे कोई बात नहीं करना है लेकिन मन की सारी बात तुमसे ही करनी है।। ©SwaTripathi #traveling तुमसे कोई बात नहीं करनी है
#traveling तुमसे कोई बात नहीं करनी है
read moreF M POETRY
White ले सर-ए-आम कर रहा हुँ मैं.. दिल तेरे नाम कर रहा हुँ मैं.. अब ज़माने का डर नहीं मुझको.. खुद को बदनाम कर रहा हुँ मैं.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #अब ज़माने का डर नहीं मुझको.....
#अब ज़माने का डर नहीं मुझको.....
read moreRaju Saini
White कोई हालात नहीं समझता, कोई जज़्बात नहीं समझता, ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब, कोई कोरा कागज़ समझ लेता है तो कोई पूरी किताब नहीं समझता ! ©Raju Saini #safar कोई #हालात नहीं समझता, - कोई #जज़्बात नहीं समझता, ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब, कोई कोरा #कागज़ समझ लेता है तो कोई पूरी #किताब
Sanjeeta Yadav
तेरे जाने का सदमा तो नहीं है मगर बरसों से यह दिल धड़का भी नहीं है। यही सीखा है मैंने जिंदगी से बिछड़ कर कोई मिलता भी नहीं है, वह मेरे आंसुओं पर हंस रहा है यह मोहब्बत में होता तो नहीं है, मुसाफिर हूं गुजर जाऊंगा एक दिन मुझे इस दुनिया में रहना नहीं है, उस एक शख्स की झलक दिखा ऐ मालिक मुझे और कोई जचता नहीं है।। ©Sanjeeta Yadav #और कोई जंचता नहीं है
#और कोई जंचता नहीं है
read moreAshtvinayak
कोई "हालात" को नहीं समझता, तो कोई "जज़्बात" को नहीं समझता.. ये तो बस अपनी-अपनी "समझ” है... कोई "कोरा कागज़” भी पढ़ लेता है, तो कोई पूरी "क
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