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Stories related to 14 september hindi diwas poems

Mk thoughts

Unsplash do paiso ke liye 
inshan kya bhul mtt jao
kiyunki paiso se
 sirf Amir bante hein
inshan nhi......

©Mk thoughts #traveling #poems #Trending

Rishi Ranjan

#Book #poems Life hindi poetry on life love poetry in hindi poetry in hindi poetry quotes

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Unsplash " अलविदा कहना पड़ रहा.... "

मेरे सभी BPSC PGT शिक्षक प्रशिक्षु आने वाला पल अब एक दास्ताँ में बदल रहा...
एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब थम रहा....
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा...
क्लास और लंच वालीं कहानी होंगी खत्म... 
अब अलग होंगे विद्यालय एवं लेकिन मकसद होंगे केवल एक वो है अपने
 बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा...
छह दिनों के प्रशिक्षण सब कितने 
जल्दी हो गए....
एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब थम रहा....
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है....
Bpsc शिक्षक बने हुए आए थे प्रशिक्षण ले कर जा रहे... 
सेमिनार हॉल के सांस्कृतिक कार्यक्रम सब कितने जल्दी हो गए...
हाथ में certificate मिला और हम सभी बुनियादी रूप से भी शिक्षक हो गए....
एक पल में अर्सा गुजरने का दौर भी अब रहा....
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है....
मेरे दोस्तों ध्यान से देख लो कहीं कुछ छुटा ना हो...
कहीं आपकी वज़ह से किसी का दिल रूठा न हो...
भूलकर सब रंजिशें सब एक दूसरे से  मिल लो....
क्युकी जा रहा ये वक़्त अब दुबारा आने से रहा....
दिल थाम कर आंखे पोंछ कर अलविदा कहना पड़ रहा...
मेरे BPSC PGT शिक्षक ये साथ का पल अब एक दास्ताँ में बदल रहा...
आ गया वो मोड़ जिसमें अलविदा कहना पड़ रहा है.....
अलविदा कहना पड़ रहा....
 धन्यवाद और आभार आप सबों को....

©Rishi Ranjan #Book #poems #Life  hindi poetry on life love poetry in hindi poetry in hindi poetry quotes

Ajay Tanwar Mehrana

Yog Diwas poetry on love

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Love Quotes in Hindi 

प्रेम योगी हैं बहुत कम 
बिना इनके पड़े अकाल
 योग करने का नहीं दम
इसलिए है जिस्म जाल ।

योग युग का या स्वयं का
बन गया अद्भुत कमाल ,
 योग मेरा और तुम्हारा 
बन रहा प्रतिपल मिशाल ।

प्रेम भोगी हैं बहुत सारे 
जो भोगें गम मलाल ,
जिन्हें प्रिय हैं खूबसूरत 
शक्ल और गुलाबी गाल ।

बिना प्रेम भोगे गले ना 
किसी की नौजवां दाल
इसलिए सदियों से चलती 
आ रही प्रिय प्रेम चाल ।

इस मिलन का योग है 
भोग में निश्चित दलाल ,
योग युग का या स्वयं का 
बन गया अद्भुत कमाल ।
.

©Ajay Tanwar Mehrana Yog Diwas  poetry on love

Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poem #poems Hinduism poetry poetry in hindi

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!!1857 की क्रांति!!
धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था ।
गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।।

तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को ।
जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।।

तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी।
(प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई )
राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।।

यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी,
छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ ।
ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया,
ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।।

चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की।
1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻

©Andaaz bayan #1857revolt #1857War #poem
 #poems  Hinduism poetry poetry in hindi

_बेखबर

#poems #Poetry

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White दिन रात राहों पर 
चलना पड़ता है 
मेहनत की आग में 
जलना पड़ता है 
इतने पर भी 
मंजिल नहीं मयस्सर 
भाग्य से भी लड़ना पड़ता है 
है मेहनत भी भाग्य भी
फिर भी इंतजार 
कई बार करना पड़ता है 
अचानक से नहीं मिलती मौत भी
हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा 
मरना पड़ता है

©_बेखबर #poems #Poetry

Rajesh kohli

14/11/24

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आप सभी को 
बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹

©Rajesh kohli 14/11/24

Rajesh kohli

14/11/24

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Tanurawat ji 
thanku
so much 🌹

©Rajesh kohli 14/11/24

NaZZu

14/11/24

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Shiv Narayan Saxena

#JaiShreeRam 14 कोसी परिक्रमा bhakti

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Jai shree ram आज अक्षय-नवमी के अवसर पर भक्तगण श्री अयोध्या धाम की 14 कोसी परिक्रमा कर रहे हैं.

परिक्रमा का महत्व:-

'यानि कानि च पापानि जन्मांतर कृतानि च। 
तानि  सर्वाणि  नश्यन्तु  प्रदक्षिणपदे  पदे'।। 
                                          - संस्कृत वाङ्मय 
अर्थ- पूर्व जन्मों और इस जन्म में किए गए सभी पाप परिक्रमा के साथ-साथ खत्म हो जाएं. साथ ही ईश्वर के सान्निध्य की कामना भी करते रहना चाहिए.

दोहा-

पाप पुंज  पग - पग  कटैं, गुरु की फेरी डाल।
भजन दीन हो कर करै, निरभय होय निहाल।।
                                                      - शिव.

©Shiv Narayan Saxena #JaiShreeRam 14 कोसी परिक्रमा  bhakti

Usman Telecom

I Phone 14 #Phone

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