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SANTOSH KUMAR
गैजेट का उपयोग और इंटरनेट के इस्तेमाल द्वारा आमदनी में बढ़ोतरी
Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma
Sumit Upadhyay
इंटरनेट के बाहर सच्चाई की खुदरी पथरीली ज़मीन पर उतरो और देखो ,महसूस करो एक दुनिया है जिसमे शब्द नही जिंदा हसरतें , कुछ भूखी ख्वाहिशें , जालिम बंदिशे, कुछ बेहया नुमाइशें रेंगती हैं। इंटरनेट के बाहर सच्चाई की खुदरी पथरीली ज़मीन पर उतरो और देखो ,महसूस करो एक दुनिया है जिसमे शब्द नही जिंदा हसरतें , कुछ भूखी ख्वाहिशें , जाल
Agrawal Vinay Vinayak
[ Read Captain ] अब समय आ गया है जब अपने बच्चे से हर विषय पर खुलकर बात करें। उन्हें समझाएं सही और गलत क्या है ? बच्चियों को बताएं कि किसी से भी प्राइवेट तस्व
Divyanshu Pathak
विरोधाभास तो अब दूर नहीं किया जा सकता। अब हमारे नए कानून सांस्कृतिक धरातल पर बनते ही नहीं। उन सारी गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हैं जिनका हमारे निषेध हैं या सुख छीनने वाले हैं। स्त्रयों को पीहर की सम्पत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए। तब ससुराल में वह मालकिन कैसे बन पाएगी। न पीहर में उसका कोई स्वागत करेगा, न ही ननदें उसे छोड़ेंगी। होना तो यह चाहिए कि कोई भी नया कानूनी प्रारूप यदि हमारी संस्कृति को प्रभावित करता है तो बिना सामाजिक बहस के निर्णय नहीं होना चाहिए। सम्मान करें! : पिछले कुछ वर्षो में भारत में भी नर-नारी के आपसी व्यवहार, जीवन शैली और दृष्टि में अनेक परिवर्तन आए हैं। कुछ परिवर्तन शिक्षा के
TabishAhmad 'تابش '
My mentor तालिबे-इल्म के अंधेरे कोठरी के रौशनदान हो आप, हमारे लिए सच्चाई और अच्छाई के रहबर हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... बैठे बिठाए हालात-माजी और जहाँ की सैर कराते हो आप, दुनियाँ से परे दहर तलक की इल्म हमें देते हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... जब भी लगता है उबाऊपन हमें अफ़साना सुना देते हो आप, उस अफ़साने से भी कुछ अच्छा सीखा देते हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... जब भी कहीं होता हूँ पशोपेश में तो याद आ जाते हो आप, दी हुई आपके इल्म से पशोपेश की भी हो जाती है मात, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... हर सवालों के जवाब की खुली किताब हो आप, दौर-ए-इंटरनेट के गूगल के सरदार हो आप , हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... तालिबे-इल्म के अंधेरे कोठरी के रौशनदान हो आप, हमारे लिए सच्चाई और अच्छाई के रहबर हो आप, हाँ मेरे इलमगाह के मुदर्रिस हो आप... बैठे बिठाए हाल