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Satya Prakash Upadhyay
स्वच्छ भारत 🌹आंतरिक स्वच्छता हीं बाह्य कर्मों के रूप में दृष्टिगोचर होती है 🌹 🌹आंतरिक स्वच्छता हीं बाह्य कर्मों के रूप में दृष्टिगोचर होती है 🌹
Raj_Basti
परमात्मा कण कण में हर अणु में है, और ब्रम्हांड में समस्त अणुओं में व्याप्त परमशक्ति के समस्त व एकल अवस्था को समझ लेने पर वही परमात्मा ही समग्र व परिपूर्ण होकर एक रूप दृष्टिगोचर होता है। ©Raj222 #परमात्मा #कण कण में हर #अणु में है, और #ब्रम्हांड में समस्त अणुओं में व्याप्त #परमशक्ति के समस्त व एकल अवस्था को #समझ लेने पर वही परमात्मा
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
हालचाल सभी के पूछा करो जो नहीं करता बात किसी से कारण तो उसका जाना करो मत ताने रहो अना का चादर थोड़े तुम ही झुक जाया करो क्या पता क्यूँ तन्हाई भायी है कैसे ग़म की छाया पसरी है जो दुबका बैठा घर के भीतर बाहर खुले में ला हँसाया करो नाराज़ हो वह तुम न बुरा माना करो मत छोड़ो किसी को उसके भरोसे साथ अपना ज़रूर दिया करो साथ अपने हँसना-खिलाना कर ज़िंदगी की कीमत समझाया करो तुम हो उसके साथ भरोसा दिलाया करो! 🙏 Neha🌹 #कहा जा रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की है!यह क़दम एक झटके में तो उठा लिया जाता है लेकिन तैयारी बहुत पहले से शुरू हो जाती है जो
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
हालचाल सभी के पूछा करो जो नहीं करता बात किसी से कारण तो उसका जाना करो मत ताने रहो अना का चादर थोड़े तुम ही झुक जाया करो क्या पता क्यूँ तन्हाई भायी है कैसे ग़म की छाया पसरी है जो दुबका बैठा घर के भीतर बाहर खुले में ला हँसाया करो नाराज़ हो वह तुम न बुरा माना करो मत छोड़ो किसी को उसके भरोसे साथ अपना ज़रूर दिया करो साथ अपने हँसना-खिलाना कर ज़िंदगी की कीमत समझाया करो तुम हो उसके साथ भरोसा दिलाया करो! 🙏 कहा जा रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की है!यह क़दम एक झटके में तो उठा लिया जाता है लेकिन तैयारी बहुत पहले से शुरू हो जाती है जो '
Pallavi Mishra
Bhaskar Anand
Prerna Singh
savita Jha
रचना अनुशीर्षक में पढ़े I 👇👇👇👇👇👇👇 आधुनिक युग में नारी को, मिलने लगा है अब अधिकार, मध्यकाल में हुआ था जो, अब कम होने लगा वो अत्याचार। संविधान में नियम बनाकर, दिया उसे सुगठित
Sangeeta Patidar
कृपया रचना अनुशीर्षक में पढ़ें 👇 उधर पुरुष युद्धों में लड़ते, इधर नारियाँ भी लड़ती हैं, अपने अधिकारों की खातिर, बंध तोड़ने को चलती है। विश्वयुद्ध जब बीत गया तो, "नारी दल ने मा
Savita Jha
रचना अनुशीर्षक में पढ़े I 👇👇👇👇👇👇👇 आधुनिक युग में नारी को, मिलने लगा है अब अधिकार, मध्यकाल में हुआ था जो, अब कम होने लगा वो अत्याचार। संविधान में नियम बनाकर, दिया उसे सुगठित